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Hardoi News: ब्लड बैंक को खल रही रक्तदानियों की कमी, बचा सिर्फ 32 यूनिट खून
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फोटो-02: मेडिकल कॉलेज की ब्लड बैंक में फीडिंग करते टेक्नीशियन अकील खान। संवाद
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हरदोई। स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय को इन दिनों रक्तदानियों की कमी खल रही है।
ब्लड बैंक में खून की कमी गहराने लगी है। ब्लड बैंक में सिर्फ 32 यूनिट खून बचा है। इसमें भी ए ग्रुप और एबी नेगेटिव ग्रुप तो निल हो चुका है। ऐसे में मरीजों को परेशान होना पड़ सकता है। ब्लड बैंक में रक्त की कमी को पूरा करने के लिए चिकित्सकों ने लोगों से रक्तदान करने की अपील की है।
रक्तदान करने से हम किसी अंजान को एक नई जिंदगी देते हैं। लोगों को बताया जाता है कि रक्तदान महादान है। इसको जानने के बावजूद जिले के रक्तदानियों ने मेडिकल कॉलेज से दूरी बना रखी है। यही वजह है कि स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के ब्लड बैंक में क्षमता 500 यूनिट होने के बावजूद इन दिनों 32 यूनिट खून बचा हुआ है। वैसे ब्लड बैंक में रोजाना 10 से 12 यूनिट की खपत होती थी। वहीं इन दिनों 30 से 32 यूनिट की खपत हो रही है।
इन दिनों मरीजों की संख्या बढ़ी है, वहीं दूसरी ओर रक्तदान करने वाले कम हो गए हैं। ऐसे में ब्लड बैंक में खून की कमी बनी हुई है। ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. पवन गुप्ता ने बताया कि ब्लड ग्रुप ए पॉजिटिव और नेगेटिव पूरी तरह से निल हैं। एबी नेगेटिव भी समाप्त हो गया है। बी पाॅजिटिव की 14 यूनिट, नेगेटिव की एक, एबी पॉजिटिव की चार, ओ ग्रुप में पॉजिटिव की नौ और नेगेटिव की दो यूनिट मौजूद हैं।
प्लेटलेट्स की बढ़ी डिमांड
वायरल बुखार बढ़ने के कारण इन दिनों प्लेटलेट्स की डिमांड अधिक बढ़ी हुई है। प्लेटलेट्स को अधिक समय तक रखा नहीं जा सकता है। ऐसे में जरूरत के अनुसार बनाई जा रही हैं। इन दिनों 28 यूनिट प्लेटलेट्स ही हैं। वहीं प्लाजमा की 530 यूनिट मौजूद हैं।
प्रसव पीड़ितों को बगैर डाेनर के दिया जाता रक्त
ब्लड बैंक टेक्नीशियन अकील खान ने बताया कि तमाम ऐसे लोग भी हैं जो खुद अपने परिवार के सदस्यों के लिए एक यूनिट अपना रक्त नहीं दे सकते हैं। ब्लड बैंक पहुंच जाते हैं और रक्त की मांग करने लगते हैं। शासन का आदेश है कि यदि प्रसव पीड़िताओं को खून की जरूरत पड़े तो उन्हें बगैर डोनर के ही रक्त मुहैया कराया जाए। प्रसूताओं को बिना डोनर के रक्त दे दिया जाता है।
लोगों से रक्तदान करने की अपील
ब्लड बैंक टेक्नीशियन अकील खान ने लोगों से रक्तदान की अपील की है। उन्होंने कहा कि रक्तदान 18 से 65 वर्ष की आयु का कोई भी व्यक्ति कर सकता है। रक्तदान करने से शरीर में कोई कमजोरी नहीं आती है। व्यक्ति का वजन 45 किग्रा हो और स्वस्थ महसूस करता है तो स्वैच्छिक रक्तदान कर सकता है।

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ब्लड बैंक में खून की कमी गहराने लगी है। ब्लड बैंक में सिर्फ 32 यूनिट खून बचा है। इसमें भी ए ग्रुप और एबी नेगेटिव ग्रुप तो निल हो चुका है। ऐसे में मरीजों को परेशान होना पड़ सकता है। ब्लड बैंक में रक्त की कमी को पूरा करने के लिए चिकित्सकों ने लोगों से रक्तदान करने की अपील की है।
रक्तदान करने से हम किसी अंजान को एक नई जिंदगी देते हैं। लोगों को बताया जाता है कि रक्तदान महादान है। इसको जानने के बावजूद जिले के रक्तदानियों ने मेडिकल कॉलेज से दूरी बना रखी है। यही वजह है कि स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के ब्लड बैंक में क्षमता 500 यूनिट होने के बावजूद इन दिनों 32 यूनिट खून बचा हुआ है। वैसे ब्लड बैंक में रोजाना 10 से 12 यूनिट की खपत होती थी। वहीं इन दिनों 30 से 32 यूनिट की खपत हो रही है।
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इन दिनों मरीजों की संख्या बढ़ी है, वहीं दूसरी ओर रक्तदान करने वाले कम हो गए हैं। ऐसे में ब्लड बैंक में खून की कमी बनी हुई है। ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. पवन गुप्ता ने बताया कि ब्लड ग्रुप ए पॉजिटिव और नेगेटिव पूरी तरह से निल हैं। एबी नेगेटिव भी समाप्त हो गया है। बी पाॅजिटिव की 14 यूनिट, नेगेटिव की एक, एबी पॉजिटिव की चार, ओ ग्रुप में पॉजिटिव की नौ और नेगेटिव की दो यूनिट मौजूद हैं।
प्लेटलेट्स की बढ़ी डिमांड
वायरल बुखार बढ़ने के कारण इन दिनों प्लेटलेट्स की डिमांड अधिक बढ़ी हुई है। प्लेटलेट्स को अधिक समय तक रखा नहीं जा सकता है। ऐसे में जरूरत के अनुसार बनाई जा रही हैं। इन दिनों 28 यूनिट प्लेटलेट्स ही हैं। वहीं प्लाजमा की 530 यूनिट मौजूद हैं।
प्रसव पीड़ितों को बगैर डाेनर के दिया जाता रक्त
ब्लड बैंक टेक्नीशियन अकील खान ने बताया कि तमाम ऐसे लोग भी हैं जो खुद अपने परिवार के सदस्यों के लिए एक यूनिट अपना रक्त नहीं दे सकते हैं। ब्लड बैंक पहुंच जाते हैं और रक्त की मांग करने लगते हैं। शासन का आदेश है कि यदि प्रसव पीड़िताओं को खून की जरूरत पड़े तो उन्हें बगैर डोनर के ही रक्त मुहैया कराया जाए। प्रसूताओं को बिना डोनर के रक्त दे दिया जाता है।
लोगों से रक्तदान करने की अपील
ब्लड बैंक टेक्नीशियन अकील खान ने लोगों से रक्तदान की अपील की है। उन्होंने कहा कि रक्तदान 18 से 65 वर्ष की आयु का कोई भी व्यक्ति कर सकता है। रक्तदान करने से शरीर में कोई कमजोरी नहीं आती है। व्यक्ति का वजन 45 किग्रा हो और स्वस्थ महसूस करता है तो स्वैच्छिक रक्तदान कर सकता है।
फोटो-02: मेडिकल कॉलेज की ब्लड बैंक में फीडिंग करते टेक्नीशियन अकील खान। संवाद