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मनरेगा : 45 लाख के गोलमाल में प्रधान, पांच पंचायत सचिव समेत आठ पर रिपोर्ट
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फोटो-16- 24 अगस्त के अंक में प्रकाशित खबर।
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हरदोई। हरियावां विकास खंड की ग्राम पंचायत अरबा गजाधरपुर में मनरेगा कार्याें में हुई अनियमितता के मामले में रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है। हरियावां के खंड विकास अधिकारी ने ग्राम प्रधान, दो तकनीकी सहायकों और पांच ग्राम सचिवों के खिलाफ टड़ियावां थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। अरबा गजाधरपुर में मनरेगा के कार्याें में 45 लाख रुपये के फर्जीवाड़े की पुष्टि हुई थी।
मनरेगा के तहत ग्राम पंचायतों में बड़े पैमाने पर काम कराए जाते हैं। विकास कार्याें की आड़ में ग्राम पंचायतों के जिम्मेदार जमकर मनमानी करते हैं। जब तक जांच नहीं होती तब तक सब छिपा रहता है लेकिन जांच होते ही मामले सामने आ जाते हैं। वित्तीय वर्ष 2021-22 से 2024-25 के बीच हरियावां विकास खंड के अरबा गजाधरपुर में 45 लाख रुपये के फर्जीवाड़े की शिकायत शासन में दर्ज कराई गई थी। शासन से उपायुक्त प्रियंवदा यादव ने मामले की जांच की थी। स्टेट क्वालिटी मॉनीटर ने भी प्रकरण की विस्तार से जांच की थी।
45 लाख के फर्जीवाड़े की पुष्टि होने पर सोमवार को डीएम अनुनय झा ने संबंधित ग्राम प्रधान समेत आठ लोगों से गबन की राशि की रिकवरी किए जाने के आदेश दिए थे। साथ ही सभी संबंधित लोगों पर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए थे।
इसी क्रम में हरियावां के खंड विकास अधिकारी रत्नेश सिंह ने ग्राम प्रधान रीतू, तकनीकी सहायक विजय पाल सिंह और आदित्य द्विवेदी, ग्राम सचिव आकाशपाल, अभिषेक सिंह, विजय कुमार, अजय पाल और अमित कृष्ण श्रीवास्तव के खिलाफ टड़ियावां थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। सीओ हरियावां अजीत चौहान ने बताया कि तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज की गई है।

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मनरेगा के तहत ग्राम पंचायतों में बड़े पैमाने पर काम कराए जाते हैं। विकास कार्याें की आड़ में ग्राम पंचायतों के जिम्मेदार जमकर मनमानी करते हैं। जब तक जांच नहीं होती तब तक सब छिपा रहता है लेकिन जांच होते ही मामले सामने आ जाते हैं। वित्तीय वर्ष 2021-22 से 2024-25 के बीच हरियावां विकास खंड के अरबा गजाधरपुर में 45 लाख रुपये के फर्जीवाड़े की शिकायत शासन में दर्ज कराई गई थी। शासन से उपायुक्त प्रियंवदा यादव ने मामले की जांच की थी। स्टेट क्वालिटी मॉनीटर ने भी प्रकरण की विस्तार से जांच की थी।
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45 लाख के फर्जीवाड़े की पुष्टि होने पर सोमवार को डीएम अनुनय झा ने संबंधित ग्राम प्रधान समेत आठ लोगों से गबन की राशि की रिकवरी किए जाने के आदेश दिए थे। साथ ही सभी संबंधित लोगों पर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए थे।
इसी क्रम में हरियावां के खंड विकास अधिकारी रत्नेश सिंह ने ग्राम प्रधान रीतू, तकनीकी सहायक विजय पाल सिंह और आदित्य द्विवेदी, ग्राम सचिव आकाशपाल, अभिषेक सिंह, विजय कुमार, अजय पाल और अमित कृष्ण श्रीवास्तव के खिलाफ टड़ियावां थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। सीओ हरियावां अजीत चौहान ने बताया कि तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज की गई है।