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Hathras: हिंदु युवक के शव को कब्र से निकालने के मामले में आया नया मोड़, अब पिता का डीएनए सैंपल लेने की तैयारी

अमर उजाला नेटवर्क, हाथरस Published by: चमन शर्मा Updated Tue, 05 Mar 2024 02:29 AM IST
सार

रेलवे ट्रैक के पास करब में एक युवक का शव मिला था। इस मृतक की पहचान नहीं हो पाई। पोस्टमार्टम होने पर उसमें यह बताया गया था कि मृतक मुस्लिम है। पुलिस ने कब्रिस्तान में उसके शव को दफना दिया था। परिजनों ने युवक को पहचान लिया और कब्र से निकलवाने को कहा।

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A new twist in case of taking out the dead body of a Hindu youth from the grave
डीएनए टेस्ट
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विस्तार
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चार दिन बाद भी डीएनए जांच रिपोर्ट नहीं आने की वजह से अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि जिस हिंदू युवक को मुस्लिम समाज का दफनाया गया है, आखिर वह हिंदू था या मुसलमान। मृतक के भाई ने पुलिस-प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारी मामले में जानबूझ कर लेट लतीफी कर रहे हैं। परिजनों ने पुलिस-प्रशासन पर शव देने में देरी किए जाने का आरोप लगाया है। अब मामले में पुलिस मृतक के पिता का डीएनए सैंपल लेकर तैयारी कर रही है। डीएनए रिपोर्ट आने के बाद ही मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी। 

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उल्लेखनीय है कि 23 फरवरी को कोतवाली सहपऊ क्षेत्र के गांव खेरिया में रेलवे ट्रैक के पास करब में एक युवक का शव मिला था। 40 वर्षीय इस मृतक की पहचान नहीं हो पाई थी तो पुलिस ने इसके शव को पोस्टमार्टम गृह भिजवा दिया था। इसके बाद शिनाख्त की समय सीमा समाप्त होने के बाद पोस्टमार्टम होने पर उसमें यह बताया गया था कि मृतक मुस्लिम है। 26 फरवरी को पुलिस ने कुछ समाजसेवियों के सहयोग से शहर के मुरसान गेट स्थित कब्रिस्तान में उसके शव को दफना दिया था। 29 फरवरी को मृतक के परिवार के लोग उसके शव को खोजते-खोजते यहां सहपऊ कोतवाली पहुंचे थे। फोटो, शरीर पर मिले चिन्ह और कपड़ों के आधार पर इन लोगों ने मृतक की पहचान कर ली थी। 
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मृतक की पहचान 40 वर्षीय अमिता हरिजन पुत्र रामविलास निवासी लामडिंग जिला होजई असम के रूप में हुई थी। मृतक के भाइयों ने बताया कि वह एक मिस्त्री था और उसकी ससुराल दिल्ली में थी। वह 18 फरवरी को घर से अपनी ससुराल जाने के लिए निकला था, लेकिन वहां नहीं पहुंचा। जब परिवार के लोगों को यह पता चला कि उनके भाई का शव कब्रिस्तान में दफन है तो उन्होंने पुलिस एवं प्रशासन से मृतक के शव को निकलवाने की गुहार लगाई थी। उनका कहना है कि वह शव को अपने साथ ले जाना चाहते हैं और हिंदू रीति रिवाज से शव का अंतिम संस्कार करेंगे। इसे लेकर उन्होंने प्रशासन को प्रार्थना पत्र भी दिया है, लेकिन अभी तक कब्र से शव नहीं निकाला गया है। मृतक के भाई का आरोप है कि प्रशासन उनके मामले में जानबूझ कर लेट लतीफी कर रहा है।

1 मार्च को पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से मृतक के दो भाई का डीएनए परीक्षण करने के लिए ब्लड का नमूना लेकर फोरेंसिक जांच हेतु लैब भेजा था। चार दिन बाद भी डीएनए की जांच रिपोर्ट आने का इंतजार है। जिसके चलते इस मामले में पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई आगे नहीं बढ़ सकी है। अब पुलिस इस मामले में मृतक के भाईयों के बाद पिता का डीएनए सैंपल लेने की तैयारी कर रहा है। पुलिस द्वारा मृतक के पिता को बुलाया गया है। जिससे की उनका डीएनए जांच के लिए सैंपल लेकर भेजा जा सके।

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