Hathras News: सर्दी में बढ़ रहा ब्लड प्रेशर, अस्पताल में दवा खत्म, मरीज बाहर से खरीदने पर मजबूर
ब्लड प्रेशर जैसी जो बीमारी अब आम हो चुकी है, उसकी दवाएं भी अस्पताल में नहीं हैं। जिला अस्पताल के दवा वितरण काउंटर पर बीपी की एम्लोडिपिन व टेल्मिसर्टन जैसी दवाएं नहीं हैं।
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ठंड में एकतरफ हृदय और ब्लड प्रेशर के रोगियों की संख्या बढ़ रही है, दूसरी ओर हाथरस जिला अस्पताल में ब्लड प्रेशर की दवा ही उपलब्ध नहीं है। यहां आने वाले मरीजों को बाहर से बीपी की दवा लेनी पड़ रही है।
जिला अस्पताल में 17 दिसंबर को 1462 मरीज परामर्श के लिए पहुंचे। इनमें से 167 मरीज ब्लड प्रेशर के रहे। शुगर के मरीजों के सामने भी अब तक यही दिक्कत थी, लेकिन 17 दिसंबर को शुगर की दवा अस्पताल के काउंटर पर पहुंच गई। जिला अस्पताल में हृदय रोग के मरीजों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। यहां आपात स्थिति में केवल ईसीजी व उसके बाद सीधे रेफर करने की व्यवस्था है। आम परिस्थिति में यहां पहुंचने वाले हृदय रोग व बीपी के मरीजों को एकमात्र फिजिशियन देखते हैं। अस्पताल में हृदय रोग विशेषज्ञ व अन्य जांच की सुविधाओं का तो अभाव है ही, यहीं दवाओं की भी कमी है।
ब्लड प्रेशर जैसी जो बीमारी अब आम हो चुकी है, उसकी दवाएं भी अस्पताल में नहीं हैं। जिला अस्पताल के दवा वितरण काउंटर पर बीपी की एम्लोडिपिन व टेल्मिसर्टन जैसी दवाएं नहीं हैं। हृदय संबंधी ईकोस्प्रिन भी 17 दिसंबर को उपलब्ध नहीं थी। एक सप्ताह से यहां आने वाले मरीज परेशान हैं।
कुछ दिन पहले बीपी व शुगर की दवाओं की समस्या आई थी, लेकिन अब यह दूर हो चुकी है। बुधवार को काउंटर पर दवाएं उपलब्ध रहीं। ड्रग स्टोर पर भी डिमांड समय से भेज दी जाती है। मरीजों की सुविधा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। यदि बीपी के मरीजों को बुधवार को दवाएं नहीं मिली हैं तो इसका कारण पता कर बृहस्पतिवार को समस्या दूर करा दी जाएगी।-डाॅ. सूर्यप्रकाश, सीएमएस बागला जिला अस्पताल
कई साल से बीपी की समस्या है। सर्दी के साथ दिक्कत बढ़ने लगी है, इसलिए दिखाने आए हैं। चिकित्सक ने बीपी की दवा लिखी थी, लेकिन मिली नहीं, इसलिए बाहर औषधी केंद्र से दवा लेनी पड़ी है।-विशंभर दयाल, नवीपुर
शुगर की दिक्कत है। हाथ-पैरों में झनझनाहट बढ़ती जा रही है। चिकित्सक ने दवा लिखी है। साथ में बीपी की भी समस्या है। शुगर की जो दवा लिखी थी, उसकी जगह दूसरी दी है। वहीं बीपी की दवा नहीं मिली है।-कुसुमा देवी निवासी श्रीनगर
ब्लड प्रेशर की दिक्कत के कारण शरीर में कई समस्याएं उठ आई हैं। चिकित्सक को तो दिखा दिया है, लेकिन यहां बीपी की दवा ही नहीं मिली है। औषधि केंद्र से दवा लेनी पड़ी है।-विनोद कुमार निवासी भूरापीर
खुजली की समस्या है। सर्दी के कारण हाथों की त्वचा सिकुड़ गई है। चिकित्सक ने लगाने की दवा लिखी थी, लेकिन ट्यूब मिला ही नहीं। बाहर से लेना पड़ा है।-बनवारीलाल, तिपरस
शुगर के मरीजों ने भी झेली दिक्कत
17 दिसंबर को शुगर के 115 मरीज जिला अस्पताल पहुंचे। पिछले तीन-चार दिनों से शुगर के मरीजों को भी दवाओं के लिए परेशान होना पड़ रहा था। टाइप वन शुगर के मरीजों के लिए तो यहां दवा की व्यवस्था है ही नहीं, लेकिन टाइप-टू मरीजों को मेटमॉर्फिन व सल्फोनीलुरिया टेबलेट दी जाती है। पिछले शनिवार से अस्पताल में मेटमॉर्फिन टेबलेट नहीं थी। मरीज जन औषधी केंद्र से यह दवा ले रहे थे। बुधवार को शुगर की दवाएं स्टोर से जिला अस्पताल के काउंटर तक पहुंच गईं।
कफ सिरप व ऑइंटमेंट भी नहीं
पिछले दो महीने से जिला अस्पताल में कफ सिरप भी उपलब्ध नहीं है। जानकारी के अनुसार ऊपर से ही सरकारी ड्रग स्टोर पर सिरप नहीं आ रहे हैं। टेबलेट से ही चिकित्सक काम चला रहे हैं। इसके अलावा खुजली व मांसपेशी दर्द निवारक ऑइंटमेंट भी मरीजों को नहीं मिल पा रहे हैं। बुधवार को भी कई मरीज ऑइंटमेंट के लिए औषधी केंद्र पर नजर आए। पिछले एक सप्ताह से दवा काउंटर पर ऑइंटमेंट खत्म हैं।
