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Jalaun News: 400 किलो सोहन पापड़ी, 200 किलो गट्टे नष्ट कराए
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उरई। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने मंगलवार को माधौगढ़ व जालौन तहसील क्षेत्र में अभियान चलाया। मिलावट के संदेह पर 400 किलो सोहन पापड़ी और 200 किलो चीनी के गट्टे और 80 किलो खोया नष्ट कराया है।
सहायक आयुक्त (खाद्य) डॉ. जतिन कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम ने यह कार्रवाई की है। जालौन तहसील में टीम ने एसडीएम विनय कुमार मौर्य के साथ देवा फूड प्रोडक्ट मोहम्मद नाजिम के परिसर से सोहन पापड़ी के दो नमूने लिए। चीनी का गट्टे, मैदा का नमूना भी लिया। यहां से 400 किलो सोहन पापड़ी, 200 किलो चीनी का गट्टे को नष्ट कराया गया। कुठौंद से जय मां जालौन देवी दूध डेयरी से खोया प्लांट से खोया का नमूना लिया। टीम ने 60 किलो दूषित खोया को नष्ट कराया गया। नेचुरल चॉइस डेयरी के प्लांट से खोया का नमूना लिया। साफ-सफाई में सुधार के लिए प्लांट को नोटिस जारी किया गया।
माधौगढ़ तहसील के ईंटों में राकेश के परिसर से सरसों का तेल का नमूना, सुनील के परिसर से किशमिश, ग्राम मढ़ा से अवधेश के परिसर से खोया का नमूना लिया। इस दौरान 20 किलो खोया नष्ट भी किया गया।
सहायक आयुक्त (खाद्य) ने बताया कि नमूनों को परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेजा गया। प्रतिष्ठानों में साफ-सफाई संतोषजनक न मिलने पर सुधार नोटिस दिए हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी पर खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अंतर्गत विधिक कार्यवाही की जाएगी। इस दौरान मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी विनोद कुमार राय, खाद्य सुरक्षा अधिकारी कन्हैया लाल यादव, महेश प्रसाद, अनिल कुमार शंखवार, सुनील कुमार शामिल रहे।
इनसेट
जांच के नाम पर व्यापारियों का हो रहा उत्पीड़न : अरुण
उरई। उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश मंत्री अरुण त्रिपाठी ने कहा कि व्यापारी वैसे भी परेशान हैं लेकिन कुछ विभागों के अधिकारी जांच के नाम पर उत्पीड़न कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार छोटे व्यापारियों की सुरक्षा के लिए कदम उठाए। प्रदेश मंत्री ने कहा कि छोटे व्यापारी जो परिवार का भरण-पोषण व्यापार के माध्यम से करते हैं, आज कई समस्याओं से जूझ रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन द्वारा बड़ी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय छोटे व्यापारियों को निशाना बनाया जा रहा है।
कभी पॉलिथीन की जांच तो कभी पैकेट बंद सामान की जांच के नाम पर व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है। अफसर जहां से सामान का उत्पादन हो रहा है, वहां कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। अगर वहीं से खराब और प्रतिबंधित सामान नहीं आएगा तो व्यापारी कैसे बेचेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि छोटे व्यापारियों का उत्पीड़न बंद करें वरना उद्योग व्यापार मंडल इसका पुरजोर विरोध करेगा। (संवाद)

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सहायक आयुक्त (खाद्य) डॉ. जतिन कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम ने यह कार्रवाई की है। जालौन तहसील में टीम ने एसडीएम विनय कुमार मौर्य के साथ देवा फूड प्रोडक्ट मोहम्मद नाजिम के परिसर से सोहन पापड़ी के दो नमूने लिए। चीनी का गट्टे, मैदा का नमूना भी लिया। यहां से 400 किलो सोहन पापड़ी, 200 किलो चीनी का गट्टे को नष्ट कराया गया। कुठौंद से जय मां जालौन देवी दूध डेयरी से खोया प्लांट से खोया का नमूना लिया। टीम ने 60 किलो दूषित खोया को नष्ट कराया गया। नेचुरल चॉइस डेयरी के प्लांट से खोया का नमूना लिया। साफ-सफाई में सुधार के लिए प्लांट को नोटिस जारी किया गया।
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माधौगढ़ तहसील के ईंटों में राकेश के परिसर से सरसों का तेल का नमूना, सुनील के परिसर से किशमिश, ग्राम मढ़ा से अवधेश के परिसर से खोया का नमूना लिया। इस दौरान 20 किलो खोया नष्ट भी किया गया।
सहायक आयुक्त (खाद्य) ने बताया कि नमूनों को परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेजा गया। प्रतिष्ठानों में साफ-सफाई संतोषजनक न मिलने पर सुधार नोटिस दिए हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी पर खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अंतर्गत विधिक कार्यवाही की जाएगी। इस दौरान मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी विनोद कुमार राय, खाद्य सुरक्षा अधिकारी कन्हैया लाल यादव, महेश प्रसाद, अनिल कुमार शंखवार, सुनील कुमार शामिल रहे।
इनसेट
जांच के नाम पर व्यापारियों का हो रहा उत्पीड़न : अरुण
उरई। उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश मंत्री अरुण त्रिपाठी ने कहा कि व्यापारी वैसे भी परेशान हैं लेकिन कुछ विभागों के अधिकारी जांच के नाम पर उत्पीड़न कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार छोटे व्यापारियों की सुरक्षा के लिए कदम उठाए। प्रदेश मंत्री ने कहा कि छोटे व्यापारी जो परिवार का भरण-पोषण व्यापार के माध्यम से करते हैं, आज कई समस्याओं से जूझ रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन द्वारा बड़ी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय छोटे व्यापारियों को निशाना बनाया जा रहा है।
कभी पॉलिथीन की जांच तो कभी पैकेट बंद सामान की जांच के नाम पर व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है। अफसर जहां से सामान का उत्पादन हो रहा है, वहां कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। अगर वहीं से खराब और प्रतिबंधित सामान नहीं आएगा तो व्यापारी कैसे बेचेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि छोटे व्यापारियों का उत्पीड़न बंद करें वरना उद्योग व्यापार मंडल इसका पुरजोर विरोध करेगा। (संवाद)