{"_id":"6914e01dcab53934320aac4b","slug":"the-district-will-receive-national-honour-for-water-conservation-the-dm-will-be-honoured-by-the-president-orai-news-c-224-1-ori1005-136821-2025-11-13","type":"story","status":"publish","title_hn":"Jalaun News: जिले को जल संरक्षण में मिलेगा राष्ट्रीय सम्मान, डीएम को राष्ट्रपति करेंगे सम्मानित","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Jalaun News: जिले को जल संरक्षण में मिलेगा राष्ट्रीय सम्मान, डीएम को राष्ट्रपति करेंगे सम्मानित
विज्ञापन
फोटो - 01 डीएम राजेश कुमार पांडेय।
विज्ञापन
उरई। जल संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए जिले को राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धि हासिल होने जा रही है। केंद्र सरकार के जल शक्ति मंत्रालय के राष्ट्रीय जल मिशन द्वारा जनपद को ‘जल संचय जनभागीदारी 1.0 अवार्ड’ से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान महामहिम राष्ट्रपति द्वारा 18 नवंबर को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय जल पुरस्कार समारोह में प्रदान किया जाएगा। जिले को जल संचयन में देशभर में तीसरी रैंक मिली है।
राष्ट्रीय जल मिशन की ओर से जारी पत्र के अनुसार जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय के नेतृत्व में जालौन ने जल संरक्षण, जनभागीदारी और सामुदायिक सहभागिता के क्षेत्र में अभिनव कार्य कर एक राष्ट्रीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। जनपद में जल संरचनाओं के निर्माण, भू-जल पुनर्भरण और जन-जागरूकता की उल्लेखनीय पहल की गई, जिन्हें देशभर में सराहा गया है। जिले में 2024-25 में 82 किलोमीटर लंबी नून नदी को पुनर्जीवित करने के लिए श्रमदान चलाया गया था। 13 अप्रैल को जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने सतोह गांव में नून नदी पर फावड़ा चलाकर पुनर्रुद्धार का श्री गणेश किया था। 23 दिसंबर को स्कूलों, पंचायतों, सरकारी संस्थानों के आठ लाख लोगों ने जल बचाने को लेकर शपथ ली थी। बाद में केंद्रीय टीम ने समीक्षा कर रिपोर्ट भी तैयार की थी।
सरकार की ओर से जल संचयन व जनभागीदारी के तहत हुए कार्यों को लेकर जिले को तीसरा स्थान प्रदान किया गया था। इसी को लेकर डीएम को सम्मानित किया जाएगा। उन्हें दो रुपये की धनराशि के साथ राष्ट्रीय जल पुरस्कार दिया जाएगा।
Trending Videos
राष्ट्रीय जल मिशन की ओर से जारी पत्र के अनुसार जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय के नेतृत्व में जालौन ने जल संरक्षण, जनभागीदारी और सामुदायिक सहभागिता के क्षेत्र में अभिनव कार्य कर एक राष्ट्रीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। जनपद में जल संरचनाओं के निर्माण, भू-जल पुनर्भरण और जन-जागरूकता की उल्लेखनीय पहल की गई, जिन्हें देशभर में सराहा गया है। जिले में 2024-25 में 82 किलोमीटर लंबी नून नदी को पुनर्जीवित करने के लिए श्रमदान चलाया गया था। 13 अप्रैल को जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने सतोह गांव में नून नदी पर फावड़ा चलाकर पुनर्रुद्धार का श्री गणेश किया था। 23 दिसंबर को स्कूलों, पंचायतों, सरकारी संस्थानों के आठ लाख लोगों ने जल बचाने को लेकर शपथ ली थी। बाद में केंद्रीय टीम ने समीक्षा कर रिपोर्ट भी तैयार की थी।
विज्ञापन
विज्ञापन
सरकार की ओर से जल संचयन व जनभागीदारी के तहत हुए कार्यों को लेकर जिले को तीसरा स्थान प्रदान किया गया था। इसी को लेकर डीएम को सम्मानित किया जाएगा। उन्हें दो रुपये की धनराशि के साथ राष्ट्रीय जल पुरस्कार दिया जाएगा।