{"_id":"69260c227862ab44d1093d0b","slug":"problems-of-asthma-and-respiratory-patients-increase-due-to-cold-take-caution-kannauj-news-c-217-1-sknp1021-144520-2025-11-26","type":"story","status":"publish","title_hn":"Kannauj News: ठंड से बढ़ी अस्थमा और श्वांस रोगियों की परेशानी, बरतें सावधानी","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Kannauj News: ठंड से बढ़ी अस्थमा और श्वांस रोगियों की परेशानी, बरतें सावधानी
विज्ञापन
फोटो-11-सदर अस्पताल के दवा वितरण काउंटर पर लगी मरीजों की भीड़। संवाद
- फोटो : Samvad
विज्ञापन
फतेहपुर। नवंबर महीने के दूसरे पखवारे में ठंड बढ़ने लगी है। इससे सबसे ज्यादा परेशानी अस्थमा और श्वांस रोगियों को हो रही है। प्रतिदिन ओपीडी में 12 से 15 मरीज पहुंच रहे हैं। अस्पताल के डॉक्टर एनके सक्सेना ने ठंडे के मौसम में सावधानी बरतने की सलाह दी है।
जिला अस्पताल में मंगलवार को 12 से अधिक अस्थमा और श्वांस रोगी पहुंचे। चिकित्सक डॉ. सक्सेना ने बताया कि ठंड में अस्थमा और श्वांस रोगी ठंडी हवा के सीधे संपर्क से बचें। घर से बाहर निकलते समय नाक और मुंह को स्कार्फ या मास्क से ढकना चाहिए। डॉक्टर की सलाह से दवाएं नियमित लें और फ्लू का टीका लगवाएं। साथ ही घर के अंदर गर्म और नम हवा बनाए रखना, प्रदूषण से बचना, और इनहेलर जैसी दवाओं को हमेशा साथ रखना जरूरी है।
यह सावधानियां बरतें
- नियमित रूप से घर की सफाई करें। बिस्तर और गद्दों की चादरों को नियमित धोएं।
- नम हवा वायुमार्ग को बेहतर रखने में मदद कर सकती है इसलिए ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें।
- अगर संभव हो तो घर के अंदर ही व्यायाम करें ताकि ठंडी हवा में जाने से बचा जा सके।
- धूम्रपान और सिगरेट, अंगीठी, स्टोव के धुएं से दूर रहें।
- पालतू जानवरों को शयनकक्ष से दूर रखें।
- हीटिंग सिस्टम के फिल्टर को नियमित रूप से साफ करें या बदलें।
घर से बाहर जाते समय ये सावधानियां बरतें
- बाहर जाते समय स्कार्फ या मास्क पहनें।
- जब प्रदूषण का स्तर अधिक हो तो घर के अंदर ही रहें, जरूरी होने पर ही बाहर निकलें।
- ठंडी हवा के साथ-साथ ठंडे पेय या खाद्य पदार्थों से भी बचें।
- डॉक्टर की बताई गई दवाएं और इनहेलर हमेशा साथ रखें, समय पर इसका इस्तेमाल करें।
सामान्य उपाय
- पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ लें ताकि बलगम पतला रहे और शरीर से आसानी से निकल जाए।
- फ्लू और निमोनिया के टीके लगवाने से सांस संबंधी संक्रमण का जोखिम कम हो जाता है।
- कीटाणुओं से बचाव के लिए हाथों को बार-बार धोएं और सेनेटाइज करते रहें।
- अस्थमा और श्वांस रोगी बीमार लोगों के संपर्क में आने से बचने की कोशिश करें।
Trending Videos
जिला अस्पताल में मंगलवार को 12 से अधिक अस्थमा और श्वांस रोगी पहुंचे। चिकित्सक डॉ. सक्सेना ने बताया कि ठंड में अस्थमा और श्वांस रोगी ठंडी हवा के सीधे संपर्क से बचें। घर से बाहर निकलते समय नाक और मुंह को स्कार्फ या मास्क से ढकना चाहिए। डॉक्टर की सलाह से दवाएं नियमित लें और फ्लू का टीका लगवाएं। साथ ही घर के अंदर गर्म और नम हवा बनाए रखना, प्रदूषण से बचना, और इनहेलर जैसी दवाओं को हमेशा साथ रखना जरूरी है।
विज्ञापन
विज्ञापन
यह सावधानियां बरतें
- नियमित रूप से घर की सफाई करें। बिस्तर और गद्दों की चादरों को नियमित धोएं।
- नम हवा वायुमार्ग को बेहतर रखने में मदद कर सकती है इसलिए ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें।
- अगर संभव हो तो घर के अंदर ही व्यायाम करें ताकि ठंडी हवा में जाने से बचा जा सके।
- धूम्रपान और सिगरेट, अंगीठी, स्टोव के धुएं से दूर रहें।
- पालतू जानवरों को शयनकक्ष से दूर रखें।
- हीटिंग सिस्टम के फिल्टर को नियमित रूप से साफ करें या बदलें।
घर से बाहर जाते समय ये सावधानियां बरतें
- बाहर जाते समय स्कार्फ या मास्क पहनें।
- जब प्रदूषण का स्तर अधिक हो तो घर के अंदर ही रहें, जरूरी होने पर ही बाहर निकलें।
- ठंडी हवा के साथ-साथ ठंडे पेय या खाद्य पदार्थों से भी बचें।
- डॉक्टर की बताई गई दवाएं और इनहेलर हमेशा साथ रखें, समय पर इसका इस्तेमाल करें।
सामान्य उपाय
- पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ लें ताकि बलगम पतला रहे और शरीर से आसानी से निकल जाए।
- फ्लू और निमोनिया के टीके लगवाने से सांस संबंधी संक्रमण का जोखिम कम हो जाता है।
- कीटाणुओं से बचाव के लिए हाथों को बार-बार धोएं और सेनेटाइज करते रहें।
- अस्थमा और श्वांस रोगी बीमार लोगों के संपर्क में आने से बचने की कोशिश करें।