Auraiya: शादी के 19वें दिन मजदूर ने दी जान, फंदे पर लटका मिला शव, परिजन बोले- आर्थिक तंगी से चल रहा था परेशान
Auraiya News: खरकपुर में आर्थिक तंगी से परेशान मजदूर ने शादी के मात्र 19 दिन बाद फांसी लगाकर जान दे दी। ग्रामीणों के सहयोग से तीन दिसंबर को उसका विवाह हुआ था।
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औरैया जिले के दिबियापुर थाना क्षेत्र में शादी के महज 19वें दिन आर्थिक तंगी के चलते गांव खरकपुर में एक मजदूर ने शुक्रवार देर रात फंदे से लटक कर जान दे दी। शुक्रवार देर रात करीब 10 बजे कमरे में मजदूर का शव देख परिजन सन्न रह गए। जानकारी पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई। थाना पुलिस मौके पर पहुंची। शव जमीन पर पड़ा मिला। जांच के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मजदूर ने तीन दिसंबर को बिहार निवासी एक महिला से शादी हुई थी।थाना क्षेत्र के गांव खरकपुर जलालपुर निवासी बलराम( 26) ने तीन दिसंबर को बिहार की रहने वाली बिंदकी से गांव के बाहर स्थित मंदिर में ग्रामीणों के सहयोग से शादी की थी। शादी के ठीक 19वें दिन वह परिजन के साथ घर के बाहर अलाव ताप रहे थे। शुक्रवार रात करीब 10 बजे बलराम घर के अंदर चला गया। कुछ देर बाद परिजन भी अंदर पहुंचे। वहां एक कमरे में उसका शव गमछे के सहारे फंदे से लटका मिला।
आत्महत्या के पीछे कारण आर्थिक तंगी बताया
शव देख परिजन सन्न रह गए। परिजन का शोर सुनकर ग्रामीण इकठ्ठा हो गए। जानकारी पर पहुंची पुलिस को शव जमीन पर रखा मिला। घटनास्थल का जायजा लेने के बाद पुलिस ने परिजन से पूछताछ की। परिजन ने बताया कि बलराम मजदूरी करता था। मृतक का परिवार जोशी हैं, जो त्योहार पर मांगने का काम करते हैं। परिजनों ने आत्महत्या के पीछे कारण आर्थिक तंगी बताया है।
पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजन के सुपुर्द कर दिया
मजदूर के माता-पिता की करीब 12 साल पहले मौत हो गई थी। मृतक के तीन भाई और तीन बहने हैं। इसमे बलराम व तीन बहनों की शादी हो चुकी है। बाद में पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थाना प्रभारी रुद्र नरायन त्रिपाठी ने बताया कि पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजन के सुपुर्द कर दिया गया है। पुलिस को घटनास्थल पर शव जमीन पर पड़ा मिला था। पूछताछ में परिजनों ने फंदे से लटक कर जान देने की बात कही है।
सात माह पहले गिर गया था मकान
पुलिस के अनुसार मृतक का सात माह पहले मकान गिर गया था। आवास योजना के तहत शासन से पहली 40 हजार रुपये कि किश्त जारी हुई। इसके बाद दूसरे किश्त नहीं आई। 40 हजार रुपये से दीवार खड़ी करवा ली थी।
