Kanpur Traffic: एसीपी को संभालनी थी कमान, तीन मुख्य चौराहों पर ही नहीं दिखे, डीआईजी ने कही ये बात
Kanpur News: शहर के चौराहों को जाम से निजात दिलाने के लिए सुबह थानेदारों और शाम को एसीपी को जिम्मा मिला है। इसी पड़ताल में सामने आया है कि मुख्य चौराहों पर ही एसीपी नहीं दिखे।
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कानपुर शहर के व्यस्ततम चौराहों को जाम से निजात दिलाने के लिए पुलिस कमिश्नर के आदेश पर शुरू की गई कवायद पहले दिन फेल होती नजर आई। एसीपी को शाम छह से आठ बजे तक अपने इलाके के व्यस्ततम चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस का सहयोग करना था पर तीन मुख्य चौराहों पर एसीपी नजर ही नहीं आए। वहीं, सुबह आठ से 10 बजे तक संबंधित थाना प्रभारी को सहयोग करना था पर उनमें से कुछ ही चौराहों पर पहुंचे।एडीसीपी और डीसीपी समेत उच्चाधिकारियों को इसकी मॉनीटरिंग के आदेश दिए गए थे। अमर उजाला की टीम ने बुधवार को कुछ मुख्य चौराहों की पड़ताल की तो इस बात का पता चला।
सुबह 7:35 बजे
स्थान : रामादेवी चौराहा
लखनऊ, झांसी और प्रयागराज समेत दिल्ली और फर्रुखाबाद से आने वाले राहगीरों को रामादेवी चौराहे से गुजरना पड़ता है, वहां रोस्टर के मुताबिक चकेरी इंस्पेक्टर को मौजूद रहना चाहिए लेकिन वह नहीं दिखे। लखनऊ जाने वाली रोडवेज बसें और टैक्सी यात्रियों के इंतजार में चौराहे पर खड़ी दिखीं। एंबुलेंस और एक एसीपी की गाड़ी भी जाम में फंसी नजर आई। जाम हटवाने के लिए एक होमगार्ड जूझता दिखा।
शाम 7:30
स्थान : फजलगंज चौराहा
इस व्यस्ततम चौराहे पर शाम को चारों तरफ से आने वाले वाहन की वजह से जाम जैसे हालात दिखाई दिए। यहां शाम के रोस्टर के मुताबिक एसीपी स्वरूपनगर को रहना था लेकिन वह नहीं दिखे। यातायात को नियंत्रित करने के लिए एक होमगार्ड और सिपाही जुटा दिखा। ये हर उस गाड़ी वाले को चेता रहे थे जो जाम का कारण बन सकते थे। चौराहे के पास खड़ी बसों ने जरूर जाम लगाया।
शाम 7:26
स्थान: फूलबाग एलआईसी चौराहा
यहां शाम को काफी भीड़ होती है। फूलबाग सब्जी मंडी से बिरहाना रोड जाने वाले राहगीर यू-टर्न लेते हैं। रोजाना सिपाही के भरोसे यातायात चलता है। बुधवार शाम को भी सिपाही ही दिखाई दिया। रोस्टर के अनुसार होना तो एसीपी कोतवाली को चाहिए था लेकिन वह आसपास भी नहीं दिखाई दिए। कई बार जाम लगने की नौबत आई पर गनीमत रही कि जाम नहीं लगा।
बुधवार को रोस्टर का पहला दिन था, जो लोग ड्यूटी पर नहीं पहुंचे उनसे इसका कारण पूछा जा रहा है। गुरुवार से सभी को नियमित तौर पर ड्यूटी करनी होगी। -राजेश कुमार सिंह, डीआईजी कानपुर कमिश्नरी