UP: कौन लुटेरी दुल्हन दहेज में कार देती है?, दिव्यांशी ने दरोगा पर उठाए सवाल, कहा- पति ही है लुटेरा दुल्हा
Kanpur News: लुटेरी दुल्हन प्रकरण में नया मोड़ तब आया, जब आरोपी दिव्यांशी चौधरी ने खुद को पीड़ित बताते हुए दरोगा पति आदित्य पर 14.50 लाख रुपये ऐंठने और लुटेरा दूल्हा होने का आरोप लगाया।
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कानपुर के लुटेरी दुल्हन प्रकरण में नया मोड़ तब आया, जब आरोपी बनाई गई दिव्यांशी चौधरी ने खुद सामने आकर कहा कि वह लुटेरी दुल्हन नहीं, बल्कि उसका पति ही लुटेरा दूल्हा है। दिव्यांशी ने सवाल उठाया—कौन-सी लुटेरी दुल्हन दहेज में स्कॉर्पियो कार देती है?
दिव्यांशी ने आरोप लगाया कि उसके पति, ग्वालटोली थाने में तैनात दरोगा आदित्य लोचव ने सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर उससे 14.50 लाख रुपये ऐंठे और उसके पैसों से अपना घर भी बनवाया। उसने पुलिस अधिकारियों को 17 सवालों की सूची सौंपकर एसआईटी से जांच कराने की मांग की है।
ठोस साक्ष्य पेश नहीं कर पाई पुलिस
दिव्यांशी का दावा है कि आदित्य के खातों में दो करोड़ से ज्यादा के संदिग्ध लेनदेन हुए, जिन पर सवाल करने पर वह टालमटोल करता रहा। उधर, कथित गैंग का हिस्सा बताकर दिव्यांशी पर बीएनएस की 12 धाराएं लगाई गई थीं, लेकिन अदालत में पुलिस अपने दावों का समर्थन करने के लिए कोई ठोस डिजिटल या दस्तावेजी साक्ष्य पेश नहीं कर पाई।
सच सामने आएगा, बस निष्पक्ष एसआईटी जांच जरूरी
बचाव पक्ष ने भी यही मुद्दा उठाया कि पुलिस अनुमान के आधार पर गिरफ्तारी और रिमांड मांग रही है। गिरफ्तारी के महज 24 घंटे के भीतर एसीजेएम कोर्ट ने पुलिस की आठ दिन की रिमांड अर्जी खारिज करते हुए दिव्यांशी को व्यक्तिगत बंधपत्र पर रिहा कर दिया। कोर्ट ने टिप्पणी की कि बिना ठोस सामग्री के रिमांड नहीं दी जा सकती। दिव्यांशी का कहना है कि सच सामने आएगा, बस निष्पक्ष एसआईटी जांच जरूरी है।