{"_id":"68c2f45adfa110537908145b","slug":"mahoba-uproar-over-fertilizer-blocked-the-road-farmers-clashed-with-police-2025-09-11","type":"story","status":"publish","title_hn":"Mahoba: खाद को लेकर बबाल, लगाया जाम, पुलिस से भिड़े किसान","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Mahoba: खाद को लेकर बबाल, लगाया जाम, पुलिस से भिड़े किसान
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, महोबा
Published by: शिखा पांडेय
Updated Thu, 11 Sep 2025 09:42 PM IST
विज्ञापन

जाम के दौरान नारेबाजी कर विरोध जताते किसान
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
कस्बा जैतपुर में पीसीएफ कृषक सेवा केंद्र व सहकारी समिति में बृहस्पतिवार को खाद के लिए सुबह से लाइन में लगे किसानों का शाम के समय धैर्य जवाब दे गया। नाराज किसानों ने कुलपहाड़-नौगांव मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया। किसानों ने जमकर नारेबाजी की। इस दौरान पहुंची पुलिस एक किसान को थाने ले जाने लगी। तभी अन्य साथी किसानों ने उसे पुलिस से छुड़ा लिया। इस दौरान धक्का-मुक्की भी हुई। तहसीलदार ने शुक्रवार से खाद वितरण कराए जाने का भरोसा दिया। तब दो घंटे बाद जाम खुल सका।
खाद वितरण की जानकारी मिलने पर जैतपुर, अकौना, कुड़ई , बुधौरा, बछेछर समेत विभिन्न गांवों के किसान बाइपास मार्ग पर स्थित पीसीएफ कृषक सेवा केंद्र व मुख्य मार्ग पर स्थित सहकारी समिति पहुंच गए। सुबह छह बजे से ही किसानों ने खाद के लिए लाइन लगा ली। इस दौरान दोपहर तक खाद वितरण का किसान इंतजार करते रहे लेकिन खाद का वितरण शुरू नहीं हुआ।
सूचना पर कुलपहाड़ तहसीलदार प्रमित सचान मौके पर पहुंचे। तब आक्रोशित किसान खाद वितरण की मांग पर अड़ गए। दोपहर करीब साढ़े तीन बजे तहसीलदार ने किसानों को फिर से लाइन में खड़ा कराया। इसके बाद भी खाद का वितरण शुरू नहीं हुआ। तब शाम करीब चार बजे पीसीएफ कृषक सेवा केंद्र व सहकारी समिति के बाहर मौजूद किसान ड़योढ़ीपुरा में मुख्यमार्ग पर पहुंच गए और सड़क पर जाम लगा दिया।
जाम के चलते सड़क के दोनों ओर वाहनों की कतारें लग गईं। जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस एक किसान को वहां से ले जाने लगी। जिस पर अन्य किसानों ने अपने साथी किसानों को छुड़ा लिया। इस दौरान धक्का-मुक्की भी हुई। हालांकि, बाद में तहसीलदार मौके पर पहुंचे। तब किसानों ने कहा कि खाद वितरण केंद्रों पर भूखे प्यासे घंटों इंतजार के बाद भी खाद नहीं मिली। समय पर खाद न मिलने से उनकी फसल खराब हो जाएंगी। तहसीलदार ने किसानों को समझाया और भरोसा दिया कि शुक्रवार से खाद का वितरण कराया जाएगा। तब जाकर किसान शांत हुए और शाम छह बजे जाम खुल सका।
जाम में 15 मिनट फसी रही एंबुलेंस
बेलताल। जाम के दौरान एक एंबुलेंस भी फंस गई। करीब 15 मिनट तक एंबुलेंस फंसी रही। यह एंबुलेंस मुढ़ारी गांव से प्रसूता क्रांति को लेने जा रही थी। हालांकि, बाद में पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद एंबुलेंस को जाम से बाहर निकलवाया। तब जाकर एबुंलेंस मुढ़ारी गांव से प्रसूता को लेने के लिए रवाना हो सकी।

Trending Videos
खाद वितरण की जानकारी मिलने पर जैतपुर, अकौना, कुड़ई , बुधौरा, बछेछर समेत विभिन्न गांवों के किसान बाइपास मार्ग पर स्थित पीसीएफ कृषक सेवा केंद्र व मुख्य मार्ग पर स्थित सहकारी समिति पहुंच गए। सुबह छह बजे से ही किसानों ने खाद के लिए लाइन लगा ली। इस दौरान दोपहर तक खाद वितरण का किसान इंतजार करते रहे लेकिन खाद का वितरण शुरू नहीं हुआ।
विज्ञापन
विज्ञापन
सूचना पर कुलपहाड़ तहसीलदार प्रमित सचान मौके पर पहुंचे। तब आक्रोशित किसान खाद वितरण की मांग पर अड़ गए। दोपहर करीब साढ़े तीन बजे तहसीलदार ने किसानों को फिर से लाइन में खड़ा कराया। इसके बाद भी खाद का वितरण शुरू नहीं हुआ। तब शाम करीब चार बजे पीसीएफ कृषक सेवा केंद्र व सहकारी समिति के बाहर मौजूद किसान ड़योढ़ीपुरा में मुख्यमार्ग पर पहुंच गए और सड़क पर जाम लगा दिया।
जाम के चलते सड़क के दोनों ओर वाहनों की कतारें लग गईं। जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस एक किसान को वहां से ले जाने लगी। जिस पर अन्य किसानों ने अपने साथी किसानों को छुड़ा लिया। इस दौरान धक्का-मुक्की भी हुई। हालांकि, बाद में तहसीलदार मौके पर पहुंचे। तब किसानों ने कहा कि खाद वितरण केंद्रों पर भूखे प्यासे घंटों इंतजार के बाद भी खाद नहीं मिली। समय पर खाद न मिलने से उनकी फसल खराब हो जाएंगी। तहसीलदार ने किसानों को समझाया और भरोसा दिया कि शुक्रवार से खाद का वितरण कराया जाएगा। तब जाकर किसान शांत हुए और शाम छह बजे जाम खुल सका।
जाम में 15 मिनट फसी रही एंबुलेंस
बेलताल। जाम के दौरान एक एंबुलेंस भी फंस गई। करीब 15 मिनट तक एंबुलेंस फंसी रही। यह एंबुलेंस मुढ़ारी गांव से प्रसूता क्रांति को लेने जा रही थी। हालांकि, बाद में पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद एंबुलेंस को जाम से बाहर निकलवाया। तब जाकर एबुंलेंस मुढ़ारी गांव से प्रसूता को लेने के लिए रवाना हो सकी।