हाई वोल्टेज ड्रामा: प्रमुख सचिव कर रहे थे निरीक्षण, केस्को ने काट दी ट्रीटमेंट प्लांट्स की बिजली, पढ़ें मामला
Kanpur News: केस्को का कहना है कि जल निगम पर इन प्लांटों को दी जाने वाली बिजली का 275 करोड़ रुपये का बिल सालों से बकाया है। केस्को द्वारा कई नोटिस दिए जाने के बावजूद जल निगम बिल का भुगतान नहीं कर रहा है।

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कानपुर में केस्को ने बुधवार को जल निगम पर बकाया 275 करोड़ के बिजली बिल की वसूली के लिए पांचों ट्रीटमेंट प्लांट की बिजली ऐसे समय पर काट दी कि हड़कंप मच गया। बिजली काटे जाने के वक्त नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव माघ मेले के मद्देनजर गंगा की स्वच्छता का निरीक्षण कर रहे थे। इसी दौरान सीवरेज का पानी सीधे गिरने से गंगा में सफेद झाग बड़ी मात्रा में उतराने लगा।

बता दें उसी समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी प्रयागराज जनवरी में होने जा रहे माघ मेले की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। सीवरेज का पानी गंगा में सवा पांच घंटे से अधिक समय तक गिरता रहा और करीब दो करोड़ लीटर कचरा गंगा में सीधे चला गया। इससे गंगा में लंबी दूरी तक बड़ी मात्रा में सफेद झाग उतराने लगा। जल निगम इसके बाद भी सक्रिय नहीं हुआ तो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने उसे नोटिस जारी कर दिया।
जल निगम ने बिल के एवज में 50 लाख रुपये केस्को में जमा कराए
बात जिला प्रशासन तक पहुंची, तो उनके हस्तक्षेप पर जल निगम ने बिल के एवज में 50 लाख रुपये केस्को में जमा कराए, तब जाकर केस्को ने कनेक्शन बहाल किए और पांचों ट्रीटमेंट प्लांट चालू हो सके। केस्को का कहना है कि जल निगम पर इन प्लांटों को दी जाने वाली बिजली का 275 करोड़ रुपये का बिल सालों से बकाया है। केस्को द्वारा कई नोटिस दिए जाने के बावजूद जल निगम बिल का भुगतान नहीं कर रहा है। ऐसे में केस्कोे ने सभी ट्रीटमेंट प्लांट की बिजली काट दी। बिजली दिन में 11.45 बजे काटी गई। जल निगम के 50 लाख रुपये जमा करने पर शाम शाम के पांच बजे बिजली फिर से चालू की गई।
केस्को का 275 करोड़ रुपया जल निगम पर बकाया है। बार-बार जल निगम के अधिकारियों को इसके लिए कहा जाता है। अक्सर इनके अधिकारी फोन नहीं उठाते हैं। जब बिजली काट दी जाती है तब खैरात के रूप में थोड़ी धनराशि जमा कर देते हैं। जबकि एक महीने का बिजली बिल 1.50 करोड़ का होता है। बुधवार को भी जब कहने बावजूद बिल नहीं जमा किया गया तो बिजली काट दी गई थी। -जेसी यादव, अधिशासी अभियंता, केस्को, जाजमऊ
दिन में सूचना मिली कि ट्रीटमेंट प्लांट का संचालन ठप है, इसकी जांच करने के लिए प्रदूषण नियंत्रण विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो पांच ट्रीटमेंट प्लांट बंद मिले। इस पर जल निगम को नोटिस जारी किया गया है। कहा गया कि जनवरी में माघ मेले का आयोजन होना है, इसे देखते हुए शासन से सख्त निर्देश है कि प्लांट का संचालन बंद नहीं होना चाहिए। प्लांट बंद होेने की वजह से नालों का सीवरेज गंगा में गया। -अमित मिश्रा, क्षेत्रीय अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड
इन प्लांटों की काटी गई बिजली
40 एमएलडी, 130 एमएलडी, 5 एमएडी, 43 एमएलडी क्षमता के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट व एक कॉमन ट्रीटमेंट प्लांट।