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सुरक्षा या मजाक: बीस घंटे तक बांदा की हाई सिक्योरिटी जेल में घास में छिपा था कैदी, जिले में तलाश करती रहीं टीमें
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कानपुर
Published by: प्रभापुंज मिश्रा
Updated Tue, 08 Jun 2021 09:23 AM IST
सार
बांदा जेल को अधिकारी हाई सिक्योरिटी वाली जेल बता रहे हैं। ऐसे में एक कैदी का बीस घंटे तक गायब हो जाना जेल की सुरक्षा पर बड़े सवाल खड़े कर रहा है।
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बांदा जेल
- फोटो : एएनआई
बांदा हाई सिक्योरिटी जेल से सुरक्षा कर्मियों को चकमा देकर रविवार की शाम एक बंदी फरार हो गया। बीस घंटे बाद वो जेल परिसर में लगी घास के बीच बैठा मिला। जिसके बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली। बता दें कि इसी जेल में कुछ दिन पहले मुख्तार अंसारी को भी लाया गया है। जिसके बाद अधिकारियों ने दावा किया था कि इस जेल की सुरक्षा में परिंदा भी पर नहीं मार सकता है। ऐसे में जेल से एक कैदी का बीस घंटे तक गायब होने जाना जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े करता है। बंदी विजय को नौ बंदियों संग परिसर में स्थित कृषि फार्म काम कराने ले जाया गया था। शाम को गिनती के दौरान फरार होने की जानकारी हुई, जिससे हड़कंप मच गया। जेल कर्मी गुपचुप तरीके से बंदी को ढूंढते रहे। न मिलने पर रविवार की रात अफसरों को जानकारी दी। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की छह टीमें लगा दी गईं।
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जेल से गायब होने वाला बंदी विजय
- फोटो : amar ujala
आखिर में 20 घंटे के बाद सोमवार को फरार बंदी मिल गया। इन दिनों बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के बंद होने से जेल में कड़ी सुरक्षा है। रोज की तरह रविवार को कमान पर नौ बंदियों को जेल परिसर में स्थित कृषि फार्म काम के लिए ले जाया गया था। शाम को जेल वापस लाते समय नौ में एक बंदी चकमा देकर भाग निकला।
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बांदा जेल
- फोटो : amar ujala
जेल बंद होने के पूर्व रात सात बजे जब बंदियों की गणना की गई, तब बरसड़ा बुजुर्ग (गिरवां) गांव निवासी विजय आरख के भागने की जानकारी हुई। करीब चार घंटे तक जेल प्रशासन बंदी की खोज में जुटा रहा। कोई सुराग न लगने के बाद रात 12 बजे डीएम और एसपी को सूचना दी गई। बांदा कोतवाली और गिरवां थाना पुलिस की तीन-तीन टीमें बंदी की खोजबीन में लग गईं।
बांदा जेल से कैदी भागने की सूचना के बाद पहुंचे थे अधिकारी
- फोटो : amar ujala
सारी रात पुलिस टीमों ने बंदी के घर और रिश्तेदारों सहित रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और सार्वजनिक स्थानों में तलाश की। सोमवार को डीएम आनंद कुमार सिंह, डीआईजी (जेल) संजीव त्रिपाठी, एसपी डा. एसएस मीणा, एएसपी महेंद्र प्रताप चौहान, नगर मजिस्ट्रेट केशव कुमार, सीओ सिटी राकेश कुमार और इंस्पेक्टर भास्कर मिश्र ने जेल का निरीक्षण किया।
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कुछ ऐसी है हाई सिक्योरिटी जेल की सुरक्षा
- फोटो : amar ujala
एएसपी ने बताया कि जेल से फरार बंदी विजय चोरी के आरोप में 6 फरवरी से जेल में बंद था। कारागार अधीक्षक अरुण कुमार ने बताया कि कृषि फार्म में लगी घास के बीच बंदी विजय आरख छिपा था, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
