गर्मी ने शुक्रवार को पिछले 12 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 44.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग के अनुसार इस बार मार्च, अप्रैल से ज्यादा मई में गर्मी पड़ने के संकेत हैं। अगले दो दिनों में तापमान 45 डिग्री या उससे भी अधिक जा सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार केरल में एक तरफ इस बार समय से पहले (15 मई तक) मानसून आने की प्रक्रिया शुरू हो गई है तो उत्तर भारत के क्षेत्रों में आग बरसाने वाली गर्मी बढ़ती जा रही है। तिब्बत, पाकिस्तान, थार मरुस्थल, आगरा होते हुए बुंदेलखंड और कानपुर व इसके आसपास के क्षेत्रों में उत्तर पश्चिम से आने वाली गरम हवाओं का सिलसिला तेज हो गया है। 24 घंटे में इन हवाओं की गति दो किमी प्रति घंटा बढ़कर 6.8 किमी प्रति घंटा हो गई। इसमें और भी तेज आ सकती है।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन पांडेय के अनुसार आमतौर पर मई में अधिकतम तापमान 40 डिग्री या इससे अधिक 20 मई के बाद पहुंचता है। पहली बार है कि इस महीने के दूसरे सप्ताह से ही इतनी धूप पड़ने लगी है। इसकी बड़ी वजह तेजी से बढ़ते हीट आईलैंड (भवन निर्माण से पैदा हुई गर्मी का क्षेत्र) को माना जा रहा है।
गर्मी से हवा की नमी में कमी
दिन में चिलचिलाती धूप और रात के समय गरम हवाओं के चलते हवा की नमी में काफी कमी आई है। दिन में नमी दो प्रतिशत कम होकर 65 प्रतिशत और रात में 22 प्रतिशत कम होकर 15 प्रतिशत पर आ गई।
47 डिग्री तक जा चुका है पारा
इस महीने में 1973 में 9 मई को अधिकतम तापमान 47.2 डिग्री सेल्सियस तक जा चुका है। इसके अलावा पिछले कई वर्षों में तापमान इस माह अधिकतम पारा 45 डिग्री सेल्सियस रहा है, लेकिन वह 20 से लेकर 31 मई के बीच किसी दिन रिकॉर्ड हुआ है।
मौसम विभाग ने एडवाइजरी जारी कर लू से बचने के उपाय बताए हैं। इसके तहत बताया गया कि लोगों को क्या करना है और क्या न करें। साथ ही लू से बचाव के तरीकों की जानकारी भी दी गई है।
- ज्यादा पानी पिएं, शरीर में पानी की कमी न होने दें।
- हल्के, ढीले सूती कपड़े पहने, यह पसीना सोेख कर शरीर को ठंडा रखता है।
- यात्रा करते समय अपने साथ पानी जरूर रखें।
- गर्मी के दिनों में ओआरएस का घोल पिएं।
- कच्चे आम का पना, नींबू पानी, लस्सी का प्रयोग करें।
लू लगने की पहचान
कमजोरी आना, सिर दर्द होना, उल्टी महसूस होना, तेज पसीना और मांस पेशियों में ऐंठन व अधिक पसीना आना।
विस्तार
गर्मी ने शुक्रवार को पिछले 12 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 44.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग के अनुसार इस बार मार्च, अप्रैल से ज्यादा मई में गर्मी पड़ने के संकेत हैं। अगले दो दिनों में तापमान 45 डिग्री या उससे भी अधिक जा सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार केरल में एक तरफ इस बार समय से पहले (15 मई तक) मानसून आने की प्रक्रिया शुरू हो गई है तो उत्तर भारत के क्षेत्रों में आग बरसाने वाली गर्मी बढ़ती जा रही है। तिब्बत, पाकिस्तान, थार मरुस्थल, आगरा होते हुए बुंदेलखंड और कानपुर व इसके आसपास के क्षेत्रों में उत्तर पश्चिम से आने वाली गरम हवाओं का सिलसिला तेज हो गया है। 24 घंटे में इन हवाओं की गति दो किमी प्रति घंटा बढ़कर 6.8 किमी प्रति घंटा हो गई। इसमें और भी तेज आ सकती है।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन पांडेय के अनुसार आमतौर पर मई में अधिकतम तापमान 40 डिग्री या इससे अधिक 20 मई के बाद पहुंचता है। पहली बार है कि इस महीने के दूसरे सप्ताह से ही इतनी धूप पड़ने लगी है। इसकी बड़ी वजह तेजी से बढ़ते हीट आईलैंड (भवन निर्माण से पैदा हुई गर्मी का क्षेत्र) को माना जा रहा है।