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Kushinagar News: हिरण्यवती के सौंदर्यीकरण में फंसा परिवर्तन का पेच
संवाद न्यूज एजेंसी, कुशीनगर
Updated Wed, 03 Dec 2025 02:09 AM IST
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पकवा इनार। बौद्धकालीन हिरण्यवती नदी के किनारे पर्यटन विकास व सौंदर्यीकरण का काम वर्तमान में ठप है। पर्यटन विभाग काम ठप होने का कारण परियोजना में कुछ परिवर्तन किया जाना बता रहा है, जिसे जिला प्रशासन ने वास्तुविद (आर्किटेक्ट) को परिवर्तन के साथ डिजाइन तैयार कर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है, लेकिन अब तक परिवर्तन के साथ तैयार डिजाइन और जिला प्रशासन की सहमति व कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी नहीं हो सके हैं।
काम पूरा करने की अवधि तीन अप्रैल 2026 निर्धारित है। जिसमें अब दिसंबर सहित सिर्फ चार महीने बचे हुए हैं। ऐसे में तय समयावधि में पूरा होना मुश्किल दिखाई दे रहा है। पर्यटन विभाग कुशीनगर को बुद्धिस्ट सर्किट व पर्यटन के मानचित्र पर विश्वस्तरीय स्वरूप देने के लिए निरंतर प्रयासरत है। परियोजनाओं के माध्यम से बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली को चमकाने और पर्यटक सुविधाओं को लेकर निर्माण कार्य करा रहा है।
इस क्रम में कुशीनगर में बुद्धा घाट से देवरिया सड़क स्थित हिरण्यवती घाट तक 23.81 करोड़ की लागत से निर्माण कार्य 16 अक्टूबर 2024 को शुरू हुआ। निर्माण कार्य शुरू होने के करीब 14 महीने पूरे हो चुके हैं। कार्यदाई संस्था उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट्स कारपोरेशन लिमिटेड (गोरखपुर) को अगले वर्ष 2026 में तीन महीने का समय है। इसके बावजूद विभाग के अनुसार अभी कोई निर्णय नहीं हो पाया है कि कब से शुरू होगा निर्माण कार्य। जिम्मेदार भी कुछ स्पष्ट कहने से परहेज कर रहे हैं।
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काम पूरा करने की अवधि तीन अप्रैल 2026 निर्धारित है। जिसमें अब दिसंबर सहित सिर्फ चार महीने बचे हुए हैं। ऐसे में तय समयावधि में पूरा होना मुश्किल दिखाई दे रहा है। पर्यटन विभाग कुशीनगर को बुद्धिस्ट सर्किट व पर्यटन के मानचित्र पर विश्वस्तरीय स्वरूप देने के लिए निरंतर प्रयासरत है। परियोजनाओं के माध्यम से बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली को चमकाने और पर्यटक सुविधाओं को लेकर निर्माण कार्य करा रहा है।
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इस क्रम में कुशीनगर में बुद्धा घाट से देवरिया सड़क स्थित हिरण्यवती घाट तक 23.81 करोड़ की लागत से निर्माण कार्य 16 अक्टूबर 2024 को शुरू हुआ। निर्माण कार्य शुरू होने के करीब 14 महीने पूरे हो चुके हैं। कार्यदाई संस्था उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट्स कारपोरेशन लिमिटेड (गोरखपुर) को अगले वर्ष 2026 में तीन महीने का समय है। इसके बावजूद विभाग के अनुसार अभी कोई निर्णय नहीं हो पाया है कि कब से शुरू होगा निर्माण कार्य। जिम्मेदार भी कुछ स्पष्ट कहने से परहेज कर रहे हैं।