UP News: लखीमपुर खीरी में नदी-नाले उफनाए, 40 दिन में चार लोगों को मगरमच्छों ने बनाया निवाला
लखीमपुर खीरी जिले में बारिश और बाढ़ से उफनाए नदी-नालों से निकले मगरमच्छ हमलावर हो रहे हैं। बीते 40 दिनों में मगरमच्छ चार लोगों की जान ले चुके हैं। मगरमच्छों के हमले से तीन लोग घायल भी हुए हैं।

विस्तार
लखीमपुर खीरी जिले में बाढ़ और बारिश की दुश्वारियों के बीच आबादी के करीब नदी, नालों या फिर तालाबों में मगरमच्छों के आने से लोगों पर खतरा बढ़ गया है। बीते 40 दिनों में जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में मगरमच्छों के हमले से चार लोगों की जान जा चुकी है, जबकि तीन लोग घायल भी हुए हैं। यही नहीं कई जगहों पर आबादी के करीब मगरमच्छों के डेरा जमाने से लोगों में दहशत है।

बीती आठ सितंबर की शाम मझगईं क्षेत्र में मुर्गहा गांव निवासी ब्रदी के 22 वर्षीय पुत्र श्रीवास्तव उर्फ कुक्कू की मगरमच्छ के हमले में मौत हो गई थी। घटना उस वक्त हुई थी, जब कुक्कू अपने साथी मंगल व अन्य लोगों के साथ काम कर घर लौट रहा था। इस दौरान सुतिया नाला पार करते समय किनारे पर घात लगाए बैठे मगरमच्छ ने अचानक कुक्कू पर हमला कर दिया और कमर से पकड़कर उसे पानी के अंदर खींच ले गया था।
बेटे के सामने पिता को खींच ले गया मगरमच्छ
सात सितंबर को गांव जयंदरपुर निवासी रामसागर निषाद (50) पुत्र कामता की मौत मगरमच्छ के हमले में हुई थी। रामसागर अपने बेटे विष्णु के साथ गांव किनारे चौका नदी के सुतिया नाले में मछली पकड़ने गए थे। वहीं नाले में मौजूद मगरमच्छ ने हमला कर दिया। विष्णु तो बच गया, पर रामसागर को मगरमच्छ गहरे पानी में खींच ले गया था।
नौ अगस्त को पलिया क्षेत्र की मकनपुर ग्राम पंचायत के चंबरबोझ गांव निवासी जगदीश का 29 वर्षीय पुत्र मिथुन रात में खाना खाने के बाद पास ही स्थित रपटा पुल के किनारे खड़ा था। सुहेली नदी का पानी बढ़ने से रपटा पुल पर काफी तेज धार पर पानी बह रहा है। इस दौरान पानी से निकलकर एक मगरमच्छ ने उस पर हमला कर दिया और उसे पानी में खींच ले गया था।
संबंधित खबर- Kheri: ग्रामीण को पानी में खींच ले गया मगरमच्छ, कंडवा नदी पर बनी अस्थायी पुलिया को पार करते समय हुई घटना
दो दिन बाद भी नहीं चला ग्रामीण का पता
अब वन रेंज शारदा नगर के महेवागंज इलाके में सोमवार देर शाम कंडवा नदी को पारकर बेटी के घर जा रहे फूलबेहड़ थाना क्षेत्र के गांव अंजनापुर निवासी 56 वर्षीय श्याम प्यारे को मगरमच्छ पानी में खींच ले गया। पुलिस और वन कर्मी मौके पर पहुंचे। स्थानीय गोताखोरों की मदद से नदी में उनकी तलाश शुरू कराई गई। उनका अब तक कहीं पता नहीं चला है।
डिप्टी रेंजर संजय आजाद ने बताया कि तलाश की जा रही है। झाड़ियां और जलकुंभी होने से दिक्कत आ रही है। उन्होंने ग्रामीणों से बरसात में नदी व नाले को पार करते समय सतर्कता बरतने की अपील की है।