सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Uttar Pradesh ›   Lakhimpur Kheri News ›   Jal Jeevan Mission overhead water tank burst in Lakhimpur kheri

Lakhimpur Kheri: 3.54 करोड़ की लागत से बना ओवरहेड टैंक फटा, बाल-बाल बचे ग्रामीण, पहली बार भरा गया था पानी

संवाद न्यूज एजेंसी, लखीमपुर खीरी Published by: मुकेश कुमार Updated Sat, 26 Apr 2025 06:14 PM IST
विज्ञापन
सार

Lakhimpur Kheri News: ईसानगर ब्लाक क्षेत्र के गांव शेखपुर में जल जीवन मिशन के तहत बनाया गया ओवरहेड टैंक फट गया। गनीमत रही कि आस-पास कोई ग्रामीण नहीं था, जिससे बड़ा हादसा टल गया।

Jal Jeevan Mission overhead water tank burst in Lakhimpur kheri
जल जीवन मिशन के तहत बना ओवरहेड टैंक फटा - फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

लखीमपुर खीरी के ईसानगर ब्लॉक के शेखपुर गांव में जल जीवन मिशन के तहत बना ओवरहेड टैंक शनिवार दोपहर अचानक फट गया। गुब्बारे की तरह टैंक फटने से उसका मलबा और पानी पूरे परिसर में फैल गया। परिसर में लगे सोलर पैनल भी टूट कर क्षतिग्रस्त हो गए। गनीमत रही कि आस-पास कोई ग्रामीण नहीं था, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। ग्रामीणों ने ओवरहेड टैंक के निर्माण में घटिया सामग्री प्रयोग किए जाने और मानकों की अनदेखी का आरोप लगाया है।

loader
Trending Videos


उत्तर प्रदेश जल निगम ग्रामीण जेई महेंद्र कुमार की देखरेख में कार्यदायी संस्थान बीटीएल की ओर से ओवरहेड टैंक का निर्माण कराया गया है। इसके निर्माण में 3.54 करोड़ रुपये खर्च हुए। निर्माण पूरा होने के बाद एक साल पहले 19 अप्रैल 2024 को यह पानी की टंकी संबंधित ग्राम पंचायत को हैंडओवर की गई थी। पानी टंकी स्टील बॉडी की थी, जिसकी क्षमता क्षमता 250 केएल है। बताया जा रहा है कि टंकी में क्षमता से अधिक पानी भर दिया गया था, जिसकी वजह से यह घटना हो गई।
विज्ञापन
विज्ञापन


यह भी पढ़ें- लखीमपुर में गरजे सीएम योगी: अगर किसी ने छेड़ा है तो उसे छोड़ेगा भी नहीं… यह नया भारत है

4106 घरों में पानी की होनी है आपूर्ति
शेखपुर संडौरा में बनी पानी टंकी से 4106 घरों में को जल आपूर्ति किया जाना है। ग्रामीणों ने बताया कि इस टैंक को बनाने में मानकों की अनदेखी करते हुए जमकर भ्रष्टाचार किया गया। नतीजन यह टैंक एक वर्ष में ही फट गया। ग्रामीणों को अभी ठीक से पानी भी नहीं मिला था। 

होगी जांच... इतनी जल्दी कैसे फटा टैंक
अब शासन स्तर की टीम मामले की जांच करेंगी कि आखिर इतनी जल्दी यह कैसे फट गया। क्या इसके निर्माण में कोई गड़बड़ी तो नहीं की गई है। अगर जांच में ऐसा पाया जाएगा तो संबंधितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

भूख ने बचाई मजदूरों की जान
पानी टंकी के पास पांच मजदूर काम कर रहे थे, जिनको दोपहर को भूख लगी। ये मजदूर राजू मिश्रा, मोहन कुमार, अंकित कुमार, लवकुश और पेरू आम के बाग में खाना खाने चले गए। मजदूर भोजन कर ही रहे थे कि अचानक हादसा हो गया। गनीमत रही कि मजदूर घटनास्थल से दूर थे। टंकी के पानी से गेहूं की फसल जलमग्न हो गई। 

जल निगम ग्रामीण के अधिशासी अभियंता योगेंद्र कुमार नीरज ने कहा कि ऊपर का टैंक स्टील बाल का था। पहली बार उसमें पानी भरा गया था, जिसका ब्लेंडर अचानक फट गया। यह कैसे फटा इसकी जांच कराई जा रही है। जबकि नीचे का पूरी तरह हिस्सा सुरक्षित है। जांच के बाद ही इसमें कुछ कहा जा सकता है। जांच के लिए शासन की टीम आएगी।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed