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Maharajganj News: पांच दिनों बाद सूर्य के हुए दर्शन, शाम होते ही बढ़ी गलन
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ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनकर जातीं महिलाएं।
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महराजगंज। लगातार पांच दिनों के बाद सोमवार दोपहर धूप दिखी, लेकिन पछुआ हवाओं के चलते दोपहर में भी मौसम सर्द बना रहा और शाम होते हुए गलन बढ़ गई। घरों में जहां लोग कंबल व रजाई में दुबके रहे वहीं बाहर निकलने वालों के लिए अलाव ही सहारा बना। यात्री व उपचार इत्यादि के लिए घर से बाहर निकले लोगों को ऊनी कपड़े भी राहत न दे सके और वह कंपकंपी महसूस करते रहे।
सोमवार की सुबह बीते दिनों की तरह ही कोहरे से लिपटी रही, लेकिन अन्य दिनों की तरह दृश्यता पूरी तरह न्यून नहीं रही। सुबह 10 बजे के बाद कोहरा छंटने से दृश्यता में और सुधार आया और 12 बजे के बाद धूप भी खिली, लेकिन ठिठुरन भरी ठंड से लोगों को किसी तरह की राहत नहीं महसूस हुई। अलाव का प्रबंध सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों में ही नहीं बल्कि नगरीय हिस्सों में सर्दी से निजात का माध्यम बना। घरों में लोग जहां कोयलों के सहारे अलाव का लुत्फ उठाते दिखे वहीं सार्वजनिक स्थानों पर लकड़ियों के सहारे किए गए अलाव इंतजाम ने सर्दी से बचाने का माध्यम बनी। रोडवेज बस स्टेशन के अतिरिक्त जिला अस्पताल व महिला अस्पताल में उपचार के लिए गए लोग परामर्श बारी आने तक परिसर में की गई अलाव व्यवस्था के सहारे ठंड से जूझते दिखे। सड़क पर ई-रिक्शा, मैजिक व अन्य खुले वाहन के सहारे आवागमन करने वालों को शाल, स्वैटर, जैकेट पहने होने के बाद भी गलन महसूस होती रही और उन्होंने वाहन से उतरने के बाद सीधे अलाव तलाश कर खुद संभालने का प्रयास किया।
40 मिनट की धूप से चढ़ा अधिकतम व न्यूनतम पारा
पिछले दिनों से शीतलहर की परिस्थितियों में कोई विशेष कमी सोमवार भले न आई हो, लेकिन लगभग 40 मिनट
तक खिली धूप ने अधिकतम व न्यूनतम तापमान में इजाफा जरूर किया। अधिकतम तापमान 19 डिग्री से बढ़कर 21 तो न्यूनतम 9 से बढ़कर 11 डिग्री रिकॉर्ड किया रहा। तापमान चढ़ने के बाद भी पछुआ ने बढ़े तापमान का कोई असर नहीं महसूस होने दिया। इतना लाभ सोमवार जरूर मिला कि सुबह 09 बजे से शाम चार बजे तक शीतलहर के प्रकोप से राहत मिली रही। कोहरा छिछला होने से दृश्यता सुबह-शाम को छोड़कर सामान्य बनी रही।
पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव कमजोर पड़ने से धूप खिलने का क्रम शुरू हुआ है। धूप की अवधि में विस्तार होने से तापमान में सुधार की उम्मीद है। तराई रेड अलर्ट से बाहर निकलकर आरेंज जोन में आया है। हालांकि अभी पछुआ से निजात की संभावना नही है। लेकिन कोहरे के घनत्व में कमी आने से शीतलहर से राहत बनी रहेगी।
अतुल कुमार सिंह, प्रभारी, आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र।
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सोमवार की सुबह बीते दिनों की तरह ही कोहरे से लिपटी रही, लेकिन अन्य दिनों की तरह दृश्यता पूरी तरह न्यून नहीं रही। सुबह 10 बजे के बाद कोहरा छंटने से दृश्यता में और सुधार आया और 12 बजे के बाद धूप भी खिली, लेकिन ठिठुरन भरी ठंड से लोगों को किसी तरह की राहत नहीं महसूस हुई। अलाव का प्रबंध सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों में ही नहीं बल्कि नगरीय हिस्सों में सर्दी से निजात का माध्यम बना। घरों में लोग जहां कोयलों के सहारे अलाव का लुत्फ उठाते दिखे वहीं सार्वजनिक स्थानों पर लकड़ियों के सहारे किए गए अलाव इंतजाम ने सर्दी से बचाने का माध्यम बनी। रोडवेज बस स्टेशन के अतिरिक्त जिला अस्पताल व महिला अस्पताल में उपचार के लिए गए लोग परामर्श बारी आने तक परिसर में की गई अलाव व्यवस्था के सहारे ठंड से जूझते दिखे। सड़क पर ई-रिक्शा, मैजिक व अन्य खुले वाहन के सहारे आवागमन करने वालों को शाल, स्वैटर, जैकेट पहने होने के बाद भी गलन महसूस होती रही और उन्होंने वाहन से उतरने के बाद सीधे अलाव तलाश कर खुद संभालने का प्रयास किया।
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40 मिनट की धूप से चढ़ा अधिकतम व न्यूनतम पारा
पिछले दिनों से शीतलहर की परिस्थितियों में कोई विशेष कमी सोमवार भले न आई हो, लेकिन लगभग 40 मिनट
तक खिली धूप ने अधिकतम व न्यूनतम तापमान में इजाफा जरूर किया। अधिकतम तापमान 19 डिग्री से बढ़कर 21 तो न्यूनतम 9 से बढ़कर 11 डिग्री रिकॉर्ड किया रहा। तापमान चढ़ने के बाद भी पछुआ ने बढ़े तापमान का कोई असर नहीं महसूस होने दिया। इतना लाभ सोमवार जरूर मिला कि सुबह 09 बजे से शाम चार बजे तक शीतलहर के प्रकोप से राहत मिली रही। कोहरा छिछला होने से दृश्यता सुबह-शाम को छोड़कर सामान्य बनी रही।
पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव कमजोर पड़ने से धूप खिलने का क्रम शुरू हुआ है। धूप की अवधि में विस्तार होने से तापमान में सुधार की उम्मीद है। तराई रेड अलर्ट से बाहर निकलकर आरेंज जोन में आया है। हालांकि अभी पछुआ से निजात की संभावना नही है। लेकिन कोहरे के घनत्व में कमी आने से शीतलहर से राहत बनी रहेगी।
अतुल कुमार सिंह, प्रभारी, आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र।
