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Mahoba News: फसल बीमा पॉलिसी निरस्त होने पर 51 किसान अभिलेख लेकर पहुंचे विभाग
संवाद न्यूज एजेंसी, महोबा
Updated Fri, 19 Dec 2025 11:53 PM IST
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महोबा। खरीफ वर्ष 2024 में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में हुए करोड़ों के घोटाले के बाद खरीफ 2025 में प्रशासन फूक-फूककर कदम रख रहा है। एक-एक पाॅलिसी की बारीकी से जांच कराने पर जिले में करीब 52 हजार बीमा पॉलिसी निरस्त की गईं।
शुक्रवार को विभिन्न गांवों के 51 किसान अभिलेखों के साथ कलक्ट्रेट पहुंचे और उनकी पाॅलिसी सही होने का दावा किया। डीएम ने अभिलेखों को तहसील से सत्यापन कराने के बाद पॉलिसी स्वीकृत कराने का भरोसा दिया।
जिले में वर्ष 2024 में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में करीब 40 करोड़ का घोटाला हुआ। घोटालेबाजों ने कूटरचित दस्तावेजों के सहारे किसानों के अलावा नदी, वन, तालाब, पहाड़, बंजर भूमि आदि का बीमा कराकर क्लेम निकाल लिया। खरीफ 2025 में जिले में 2,67,418 किसानों ने बीमा पॉलिसी कराईं। जांच के दौरान 51,048 आवेदनों में अभिलेख गलत होने पर उन्हें निरस्त कर दिया गया।
निरस्त की गईं पॉलिसियों पर कुछ किसानों ने उनकी बीमा पॉलिसी गलत तरीके से निरस्त करने का दावा किया। 51 किसान अभिलेखों के साथ कलक्ट्र्रेट पहुंचे। एडीएम कुंवर पंकज, जिला कृषि अधिकारी दुर्गेश सिंह, बीमा कंपनी के जिला प्रबंधक रितेश कुमार ने अभिलेखों की जांच की। अभिलेखों को तहसील से सत्यापन कराने के बाद पॉलिसी स्वीकृत की जाएंगी। उप कृषि निदेशक रामसजीवन ने बताया कि जिन किसानों की बीमा पॉलिसी विभिन्न कारणों से निरस्त हुई हैं।
वह 30 दिसंबर तक बीमा पॉलिसी से संबंधित अभिलेख तहसील से सत्यापन कराकर जमा करें। सत्यापन में सही पाई गईं बीमा पॉलिसियों को बीमा कंपनी से स्वीकृत कराया जाएगा। डीएम गजल भारद्वाज ने कहा कि बीमा कंपनी अभिलेखों की तहसीलों से जांच कराकर बीमा पॉलिसी को स्वीकृत करने की प्रक्रिया सुनिश्चित करे।
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शुक्रवार को विभिन्न गांवों के 51 किसान अभिलेखों के साथ कलक्ट्रेट पहुंचे और उनकी पाॅलिसी सही होने का दावा किया। डीएम ने अभिलेखों को तहसील से सत्यापन कराने के बाद पॉलिसी स्वीकृत कराने का भरोसा दिया।
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जिले में वर्ष 2024 में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में करीब 40 करोड़ का घोटाला हुआ। घोटालेबाजों ने कूटरचित दस्तावेजों के सहारे किसानों के अलावा नदी, वन, तालाब, पहाड़, बंजर भूमि आदि का बीमा कराकर क्लेम निकाल लिया। खरीफ 2025 में जिले में 2,67,418 किसानों ने बीमा पॉलिसी कराईं। जांच के दौरान 51,048 आवेदनों में अभिलेख गलत होने पर उन्हें निरस्त कर दिया गया।
निरस्त की गईं पॉलिसियों पर कुछ किसानों ने उनकी बीमा पॉलिसी गलत तरीके से निरस्त करने का दावा किया। 51 किसान अभिलेखों के साथ कलक्ट्र्रेट पहुंचे। एडीएम कुंवर पंकज, जिला कृषि अधिकारी दुर्गेश सिंह, बीमा कंपनी के जिला प्रबंधक रितेश कुमार ने अभिलेखों की जांच की। अभिलेखों को तहसील से सत्यापन कराने के बाद पॉलिसी स्वीकृत की जाएंगी। उप कृषि निदेशक रामसजीवन ने बताया कि जिन किसानों की बीमा पॉलिसी विभिन्न कारणों से निरस्त हुई हैं।
वह 30 दिसंबर तक बीमा पॉलिसी से संबंधित अभिलेख तहसील से सत्यापन कराकर जमा करें। सत्यापन में सही पाई गईं बीमा पॉलिसियों को बीमा कंपनी से स्वीकृत कराया जाएगा। डीएम गजल भारद्वाज ने कहा कि बीमा कंपनी अभिलेखों की तहसीलों से जांच कराकर बीमा पॉलिसी को स्वीकृत करने की प्रक्रिया सुनिश्चित करे।
