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सरदार पटेल की सूझ, बूझ से भारत का हिस्सा बनीं रियासतें : प्रभारी मंत्री
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सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में नगर में निकली पदयात्रा में शामिल जिले के
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मऊ। लौह पुरुष भारत रत्न सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर जिले के प्रभारी मंत्री गिरीश चंद यादव के नेतृत्व में पदयात्रा निकाली गई।
इसमें बड़ी संख्या में स्कूली छात्र और कार्यकर्ता शामिल हुए। मुख्य अतिथि गिरीश चंद यादव ने कहा कि सरदार पटेल की सूझ-बूझ से रियासतें भार का हिस्सा बनीं।
पद यात्रा मिर्जाहादीपुरा चौक से डीएवी इंटर कॉलेज, संस्कृत कॉलेज, सदर चौक, मुस्लिम इंटर कॉलेज, रेलवे फाटक, डाक बंगला, सोनी धापा इंटर कॉलेज, डीसीएसके पीजी कॉलेज और आजमगढ़ मोड़ होते हुए पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा गाजीपुर तिराहे पर जाकर संपन्न हुई।
प्रभारी मंत्री गिरीश चंद यादव ने आगे कहा कि आजादी के बाद कई रियासतें जो भारत में नहीं मिलना चाहती थीं। सरदार पटेल की सूझ-बूझ और कामयाब कूटनीति से वे सब भारत का हिस्सा बनीं। सरदार पटेल के पदचिह्नों पर चलने के लिए लोगों का आह्वान किया।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष रामाश्रय मौर्य, सुनील गुप्ता, राघवेंद्र राय शर्मा, अरविंद सिंह, सचिंद्र सिंह, आदि शामिल थे। संचालन आनंद प्रताप सिंह ने किया।
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इसमें बड़ी संख्या में स्कूली छात्र और कार्यकर्ता शामिल हुए। मुख्य अतिथि गिरीश चंद यादव ने कहा कि सरदार पटेल की सूझ-बूझ से रियासतें भार का हिस्सा बनीं।
पद यात्रा मिर्जाहादीपुरा चौक से डीएवी इंटर कॉलेज, संस्कृत कॉलेज, सदर चौक, मुस्लिम इंटर कॉलेज, रेलवे फाटक, डाक बंगला, सोनी धापा इंटर कॉलेज, डीसीएसके पीजी कॉलेज और आजमगढ़ मोड़ होते हुए पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा गाजीपुर तिराहे पर जाकर संपन्न हुई।
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प्रभारी मंत्री गिरीश चंद यादव ने आगे कहा कि आजादी के बाद कई रियासतें जो भारत में नहीं मिलना चाहती थीं। सरदार पटेल की सूझ-बूझ और कामयाब कूटनीति से वे सब भारत का हिस्सा बनीं। सरदार पटेल के पदचिह्नों पर चलने के लिए लोगों का आह्वान किया।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष रामाश्रय मौर्य, सुनील गुप्ता, राघवेंद्र राय शर्मा, अरविंद सिंह, सचिंद्र सिंह, आदि शामिल थे। संचालन आनंद प्रताप सिंह ने किया।