Bharat bandh: उन्माद फैलाने की आशंका में पुलिस ने मेरठ में 14 लोगों को किया गिरफ्तार
किसान आंदोलन की आड में जिले में उन्माद फैलाने की आशंका के चलते 14 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। जिनको अलग-अलग थानों में रखा हुआ है। बताया गया कि 8 लोगों को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर दिया। जहां से उनको न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेजा गया।
एसएसपी अजय कुमार साहनी के मुताबिक किसानों के भारत बंद आव्हान का असर मेरठ में नहीं है। मेरठ की सभी दुकानें सभी बाजार खुले हुए हैं। एनएच 58 हाईवे पर कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के जटोली और परतापुर थाना क्षेत्र के घोपला गांव के सामने किसानों ने जाम लगा हुआ है।
इसके अलावा भी कई जगहों पर किसानों ने शांतिपूर्ण तरीके से जाम लगाकर प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन दिया है। हाईवे पर जाम लगाने वाले किसानों से लगातार पुलिस प्रशासन के अधिकारियों की बातचीत चल रही है। उन्होंने शांतिपूर्वक तरीके से जाम लगाकर अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन देने की बात कही है।
एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि किसानों के आंदोलन की आड़ में कुछ लोग माहौल खराब करना चाहते थे। इसका इनपुट मिलने पर पुलिस ने सुबह ही अलग-अलग जगह से 14 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। जिसमें मेरठ व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष जीतू नागपाल और उनके साथी शैंकी वर्मा भी शामिल है।
बताया गया कि जीतू नागपाल और शैंकी वर्मा के खिलाफ 306 (आत्महत्या करने के उकसाने) की धारा के मामले में मुकदमा दर्ज है। बताया यह भी गया है कि वह कई दिनों से किसान आंदोलन को समर्थन करने की पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे। पुलिस का दावा है कि सोशल मीडिया पर किसान आंदोलन को लेकर भड़काऊ पोस्ट और वीडियो पर भी साइबर सेल की नजर है।
आज भारत बंद को लेकर किसान संगठनों ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमानुसार मेरठ जनपद में आधा दर्जन से ज्यादा जगहों पर तीन से चार घंटे तक हाइवे जाम किया। एनएच-58 पर परतापुर और जिटौली गांव के सामने जाम लगाया गया। मेरठ- करनाल हाइवे पर गांव जंगेठी, दबथुआ और बपारसी के निकट जाम लगाया।
मेरठ-पौढ़ी हाइवे पर मवाना खुर्द पुलिस चौकी के पास और गढ़ रोड पर दतावली गेट व भटीपुरा के सामने जाम लगाया। बागपत रोड पर जानी गंग नहर पर जाम लगाया। कई जगह पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने 3 बजे से पहले ही जाम खुलवा दिया। जाम के दौरान किसानों की लोगों से झड़प भी हुई। सरकारी वाहनों को भी नहीं निकलने दिया।
तहसीलदार को भी नहीं निकलने दिया गया। तीन बजे तक सभी प्वाइंट से जाम खोल दिया गया। सड़कों पर किसानों के चलते रोडवेज बसों का संचालन पूरी तरह प्रभावित रहा। बस ऑपरेटरों ने पहले ही अपनी बसे कम भेजी थी। बस अड्डों पर बसे खड़ी रही और सन्नाटा छाया रहा। जनपद में अधिवक्ता न्यायिक कार्यों से विरत रहे।