गन्ना मूल्य बढ़ोतरी: BKU प्रवक्ता राकेश टिकैत बोले-लागत के हिसाब से भाव बढ़ाए सरकार, पढ़ें-क्या बोले जयंत?
उत्तर प्रदेश में गन्ने के मूल्य में बढ़ोतरी के फैसले पर भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने दरें बढ़ाई हैं, लेकिन किसानों की लागत के हिसाब से और बढ़ोतरी जरूरी है। अन्य नेताओं ने भी सरकार के फैसले पर अपनी राय दी।
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उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से गन्ना मूल्य में वृद्धि किए जाने पर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि यह बढ़ोतरी किसानों की अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं है। उन्होंने कहा कि किसानों की वास्तविक लागत लगातार बढ़ रही है, ऐसे में आने वाले पेराई सत्र में सरकार को लागत के अनुपात में और वृद्धि करनी चाहिए।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने गन्ने के मूल्य में वृद्धि कर किसानों को बड़ा लाभ दिया है। अगैती गन्ना 400रुपये और सामान्य गन्ना 390रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इसे लेकर किसानों के चेहरों पर तो खुशी नजर आई ही है साथ किसान नेताओं ने भी इस पर खुलकर अपनी राय दी है।
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इस फैसले पर केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताते हुए कहा कि सरकार ने 'गन्ने की मिठास और किसानों का मान रखा है।'
वहीं, योग साधना यशवीर आश्रम, बघरा के पीठाधीश्वर स्वामी यशवीर महाराज ने कहा कि गन्ना मूल्य में 30रुपये की बढ़ोतरी सराहनीय है, लेकिन मिलों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि किसान का भुगतान तुरंत हो। उन्होंने कहा कि गन्ना ढुलाई का खर्च किसान पर नहीं डाला जाना चाहिए।
इसी बीच मेरठ में राष्ट्रीय परशुराम परिषद के संस्थापक और पूर्व मंत्री पं. सुनील भराला ने भी इस निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों की मेहनत और परिश्रम को सम्मान दिया है। यह फैसला ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई गति देने वाला है।
प्रदेश सरकार द्वारा गन्ना मूल्य की बढ़ोतरी पर बिजनौर में जिला पंचायत अध्यक्ष चौधरी साकेंद्र प्रताप सिंह ने कैंप कार्यालय पर किसानों को मिठाई खिलाकर खुशी मनाई और प्रदेश सरकार का धन्यवाद किया। भाकियू लोकशक्ति के जिलाध्यक्ष चौधरी वीरसिंह सहरावत ने कहा कि अगेती प्रजाति गन्ने का भाव 400 क्विंटल घोषित किया है। इसके लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद। लेकिन लागत के सापेक्ष गन्ने का भाव कम से कम 500 रुपये क्विंटल घोषित किया जाना चाहिए था। गन्ना किसानों के लिए गन्ने की खेती लाभकारी सिद्ध होती।
राष्ट्रीय किसान यूनियन राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल तोमर ने कहा कि गन्ना मूल्य में 30 रुपये की वृद्धि कम है। गन्ना सीजन शुरू होने से पहले मूल्य में वृद्धि सरकार सही कदम है।
राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार ने कहा कि गन्ना मूल्य में सीजन से पहल बढ़ोतरी करना सही है, लेकिन सरकार को गन्ना फसल में आ रही लागत को देखते हुए भाव में और बढ़ोतरी करनी चाहिए थी।
बिजनौर में रालोद के जिलाध्यक्ष नागेंद्र पंवार ने कहा कि सीजन से पहले ही प्रदेश सरकार द्वारा 30 रुपये की गन्ना मूल्य में बढ़ोतरी करना किसान हित में है। कहा कि पार्टी सुप्रीमो सांसद जयंत चौधरी किसानों के हित में लगातार 400 रुपये प्रतिक्विंटल भाव कराने का प्रयास कर रहे थे।
किसान नेता कैलाश लांबा ने बताया कि 30 गन्ना मूल्य वृद्धि लगातार बढ़ रही उत्पादन लागत के हिसाब से कम है, लेकिन थोड़ी राहत जरूर मिली। दूसरे सीजन से पहले रेट घोषित करना एक अच्छा कदम।