यूपी के मिर्जापुर में पहाड़ी के गड्ढे में मिले दोनो शवों की हुई पहचान, एक हिस्ट्रीशीटर व दूसरा छात्र का

मिर्जापुर के अहरौरा क्षेत्र के छातों गांव के समीप हनुमान पहाड़ी के नीचे खाई में फेंके गए दो युवकों के अधजले शव की शिनाख्त जेल से पैरोल पर छूटे वाराणसी के कोतवाली थाने के हिस्ट्रीशीटर शुभम केशरी (26) और हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज के बीकॉम के छात्र रवि पांडेय (24) के तौर पर हुई है। शनिवार को परिजनों ने शिनाख्त की तो पुलिस ने दोनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।

पुलिस का फिलहाल यही मानना है कि चौक थाने के टॉप-10 बदमाश शुभम की पुरानी रंजिश और लेनदेन के विवाद में उसकी और उसके दोस्त रवि की हत्या करने के बाद उनकी पहचान छुपाने के लिए दोनों के शव में आग लगाकर पहाड़ी से नीचे खाई में फेंक दिया गया था। प्रकरण में कोतवाली थाने की पुलिस शुभम के दो दोस्तों का हिरासत में लेकर पूछताछ रही रही है।
भेलूपुर थाना अंतर्गत महमूरगंज क्षेत्र की गोपाल विहार कॉलोनी निवासी अशोक पांडेय का इकलौता बेटा रवि 22 दिसंबर 2020 को एक दोस्त से मिलने की बात कह कर घर से निकला था। इसके बाद उसका पता नहीं लगा तो 23 दिसंबर को भेलूपुर थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
इधर, गोला दीनानाथ निवासी रमाशंकर केशरी के चार बेटे-बेटियों में सबसे बड़ा शुभम का भी 22 दिसंबर 2020 से कहीं पता नहीं चल रहा था। उसके छोटे भाई शिवम ने काफी खोजबीन के बाद बीती पांच जनवरी को कोतवाली थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
शुक्रवार को मिर्जापुर के अहरौरा क्षेत्र के छातों गांव के समीप हनुमान पहाड़ी में फेंके गए दो युवकों के अधजले शव की सूचना समाचार पत्रों के माध्यम से मिली तो दोनों के परिजन घटनास्थल पर पहुंचे। वारदात की गुत्थी सुलझाने के लिए मिर्जापुर और वाराणसी जिले की पुलिस की संयुक्त टीम गठित की गई है।
एसपी मिर्जापुर अजय कुमार सिंह ने बताया कि जल्द ही वारदात की गुत्थी सुलझेगी और आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे। खुलासे के लिए क्राइम ब्रांच सहित पुलिस की तीन टीमें लगाई गई हैं और वाराणसी पुलिस से भी समन्वय स्थापित कर काम किया जा रहा है।
दोनों के हाथ में बने टैटू से हुई शव की शिनाख्त
रवि के दाएं हाथ की कलाई पर बंधे धागे के साथ ही उसकी महिला मित्र आयुषी के नाम का टैटू बना हुआ था। अहरौरा पुलिस के अनुसार टैटू देखकर उसकी बहन प्रतिमा ने शव की शिनाख्त की। रवि दो बहनों का छोटा भाई था।
उसका शव देखकर उसके पिता अशोक, मां किरण और दोनों बहनों का रो-रोकर बुरा हाल था। वहीं शुभम के हाथ पर ॐ का टैटू बना हुआ था। इसके आधार पर उसके छोटे भाई शिवम में शव की शिनाख्त की। हालांकि पुलिस का लोगों लगे वाहन से आए रवि के परिजनों ने पत्रकारों से कोई बात नहीं की।
किट्टू की मुखबिरी के आरोप में तो नहीं मारा गया, दोस्त की बाइक लेकर निकले थे दोनों
चौक और कोतवाली क्षेत्र में यह चर्चा है कि बीते साल नवंबर महीने में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए एक लाख के इनामी बदमाश रोशन गुप्ता उर्फ किट्टू उर्फ बाबू के साथ इधर कुछ महीनों से शुभम अक्सर देखा जाता था। बताया जा रहा है कि किट्टू के करीबियों को शंका थी कि शुभम ने उसके छुपने के ठिकाने की पुलिस से मुखबिरी की थी।
इसी से नाराज किट्टू के दोस्तों ने उसकी हत्या कराई है। इसके अलावा पुलिस शुभम की अन्य रंजिशों को भी खंगाल रही है। किट्टू के पहले शुभम दारानगर और चौक क्षेत्र के पुराने अपराधियों के संपर्क में रहता था। वहीं, पुलिस के अनुसार रवि और शुभम अपने एक दोस्त सुनील गुप्ता की बाइक लेकर कहीं निकले थे। तभी से उनका कहीं कोई पता नहीं चला।