बाबा बागेश्वर: भारत हिंदू राष्ट्र बने यही मेरा उद्देश्य, सनातन को डेंगू-मलेरिया कहने वालों की ठठरी बंधनी चाहिए
Dhirendra shastri Moradabad: मुरादाबाद में बाबा बागेश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि जो सनातन को डेंगू मलेरिया कहते हैं, वो धर्म विरोधी हैं। जिन्होंने हनुमान चालीसा पढ़ने पर कर्नाटक में युवक को मारा वो लोग धर्म विरोधी हैं, उनकी ठठरी बंधनी चाहिए।

विस्तार
मुरादाबाद में बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि मेरी जिंदगी का उद्देश्य बस इतना है कि भारत हिंदू राष्ट्र बन जाए। वह अपने अंदाज में बोले कि धर्म विरोधियों की ठठरी बंध जाए। नया मुरादाबाद में आयोजित श्री हनुमंत कथा में उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति ने उनके फोटो का गलत इस्तेमाल कर लोगों से वसूली की है। उसकी एफआईआर होनी चाहिए। बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर ने लोगों से कहा कि मैं साधारण इंसान हूं, किसी के भी साथ फोटो खिंचवा लेता हूं।


कुछ लोग मेरे फोटो का गलत इस्तेमाल कर लोगों से वसूली कर रहे हैं। वे लालच दे रहे हैं कि मैं गुरु जी का खास हूं और उनसे मुलाकात करवा दूंगा। धीरेंद्र शास्त्री ने अपील करते हुए कहा कि ऐसे लोगों के चक्कर में न आएं। कहा कि मैं किसी से रुपये नहीं मांगता। जब तक प्राण रहेंगे तब तक लोगों के लिए निशुल्क दिव्य दरबार लगाऊंगा और निशुल्क मिलूंगा। मेरे जीवन का उद्देश्य भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना है।

मुसलमानों, ईसाइयों से नहीं, सनातन के दोहरे चरित्र वालों से खतरा
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने मंच से कहा कि भारत को इतना खतरा मुसलमानों और ईसाइयों से नहीं हैं, जितना सनातन के दोहरे चरित्र वाले लोगों से है। जोकि खाते सनातन धर्म का हैं और बखान हबीबुल्लाह का करते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान एक है, ईश्वर एक है। यह बताने के चक्कर में कितने ईश्वर पैदा हो गए। उन्होंने लोगों से कहा कि आप किसी के चक्कर में मत पड़ना।

हरिशंकर परसाई के व्यंग्य का उदाहरण देते हुए कहा कि यह समाज मुर्दों की बात मानता है। मैं स्वयं को मरा हुआ मानकर कह रहा हूं कि किसी तंत्र मंत्र के चक्कर में मत पड़ना। जब दिक्कत हो तो हनुमान जी के पैर पकड़ लेना।

जो सनातन को डेंगू-मलेरिया कहते हैं, उनकी ठठरी बंधनी चाहिए
धर्म विरोधी कौन लोग हैं... इस प्रश्न के उत्तर में बागेश्वर धाम पीठाश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बिना नाम लिए द्रमुक नेता उदयनिधि स्टालिन पर निशाना साधा। कहा कि जो सनातन को डेंगू मलेरिया कहते हैं, वो धर्म विरोधी हैं। जिन्होंने हनुमान चालीसा पढ़ने पर कर्नाटक में युवक को मारा वो लोग धर्म विरोधी हैं, उनकी ठठरी बंधनी चाहिए।

लोकसभा चुनाव के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि जरूरी है कि सभी मतदाता अपने अधिकार का इस्तेमाल करें। सभी सनातनी अपने सनातन के लिए वोट करेंगे और राम के लिए वोट करेंगे। उन्होंने कहा कि मेरी जो यात्रा है वो हिंदू राष्ट्र के लिए है। सभी सनातनी धर्मावलंबी हिंदू राष्ट्र की परिकल्पना को ध्यान में रखकर वोट करेंगे।

बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर ने कथा में बताया मंगल व अमंगल में अंतर
श्री हनुमंत कथा के तीसरे व अंतिम दिन बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि संतुष्टि ही सुख है और यह हनुमान जी की शरण में मिलती है। जिसे संतोष मिल गया फिर उसे जीवन में थोड़ा और की चाह नहीं रहती। यही सुख का मूल भाव है, ईश्वर की कृपा होने के बाद थोड़ी और माया पाने की चाह रखना ही दुख है।

धीरेंद्र शास्त्री श्री हनुमंत कथा में हनुमान चालीसा की चौपाई सब सुख लहै तुम्हारी सरना, तुम रक्षक काहू को डरना का सार बता रहे थे। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक जीवन पर मंगल खोज रहे हैं और हम जीवन में मंगल खोज रहे हैं। जीवन में मंगल तब मिलेगा जब हम मंगल भवन की शरण में आ जाएंगे।

हनुमान जी की शरण दिलाने का काम कथा का है। आत्मा को परमात्मा से मिलाने का काम कथा का है। धीरेंद्र शास्त्री ने मंगल और अमंगल में पांच अंतर भी बताए। कहा कि भक्ति न होना, घर में क्लेश होना, माता-पिता व गुरु की अवहेलना करना, वासना, भोग में लिप्त रहकर परमात्मा को भूल जाना, सत्संग, पुराण व कथा का श्रवण बेफिजूल लगना और फिल्मी गीतों को परमानंद मानना ही अमंगल है। जबकि हनुमान जी को नित्य स्मरण करना, सुबह अपने गुरु या ब्राह्मण के दर्शन करना, घर में सुख-शांति होना, घर में माता-पिता का खुश रहना, अतिथि का सत्कार ही मंगल है।

... मैं भी माया लेकर कथा सुनाता हूं
बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर ने कहा कि कल रात हमने व्हाइट हाउस में भक्तों के लिए दरबार लगाया। तब एक व्यक्ति ने पूछ लिया कि गुरु जी आप मोह माया छोड़ने के प्रवचन नहीं सुनाते, तो मैंने कहा कि नहीं। व्यक्ति हंसने लगा और उसने पूछा कि ऐसा क्यों। तब मैंने कहा कि मैं माया छोड़ने के प्रवचन नहीं सुनाता क्योंकि मैं भी माया लेकर कथा सुनाता हूं। आजकल इसका उल्टा भी देखने को मिलता है। लोग माया लेकर माया छोड़ने के प्रवचन देते हैं।

हनुमान जी की 51 फीट ऊंची मूर्ति का शिलान्यास किया
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने श्री राम बालाजी धाम बाबा नीब करौरी आश्रम में 51 फीट की हनुमान जी की मूर्ति का शिलान्यास किया। उन्होंने ट्रस्ट के सभी पदाधिकारियों को शुभकामनाएं दीं और मुरादाबाद से रवाना हो गए। आश्रम पर पूजन के समय ट्रस्ट के सभी लोग बहुत उत्साहित थे। मंदिर को फूलों से सजाया गया था। धीरेंद्र शास्त्री ने मंदिर पहुंचने पर हनुमान जी की मूर्ति का शिलान्यास किया। इस मौके पर राकेश गुप्ता, डॉ. संदीप राज, गौरव अग्रवाल, विनीत गुप्ता, राजेंद्र अग्रवाल, विवेक शर्मा आदि मौजूद रहे।

तीन दिवसीय श्री हनुमंत कथा का आयोजन श्री राम बालाजी धाम बाबा नीब करौरी आश्रम ट्रस्ट व लोहिया मानव कल्याण ट्रस्ट की ओर से किया गया। मुख्य यजमान विनीत कुमार गुप्ता लोहिया, विभोर कुमार गुप्ता लोहिया, विपिन कुमार गुप्ता लोहिया, विनय कुमार गुप्ता लोहिया, श्री राम बालाजी धाम बाबा नीब करौरी आश्रम ट्रस्ट के अध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा, अवधेश लोहिया, कुमकुम गुप्ता, नयनतारा गुप्ता, शिखा गुप्ता, भारती गुप्ता, अनुभव लोहिया, अनमोल लोहिया, आकर्ष लोहिया, विवेक शर्मा, शुभम भारद्वाज, राम रतन शर्मा, राजेश सक्सेना, संजीव आकांक्षी आदि मौजूद रहे।