UP: प्रत्याशी से दूरी मुरादाबाद जिलाध्यक्ष को पड़ी भारी, अब जयवीर सपा के नए वीर, पार्टी की गुटबंदी फिर उजागर
सपा ने मुरादाबाद के जिलाध्यक्ष के पद से डीपी यादव को हटा दिया है। अब यह जिम्मेदारी जयवीर सिंह यादव को सौंपी गई है। बताया जा रहा है सांसद एसटी हसन का टिकट कटने और नए प्रत्याशी रुचि वीरा से दूरी बनाने के कारण जिलाध्यक्ष को हटाया गया है।

विस्तार
मुरादाबाद से सांसद डॉ. एसटी हसन के टिकट कटने के बाद सपा में चल रही खींचतान के बीच मतदान से कुछ दिन पहले जिलाध्यक्ष डीपी यादव को पद से हटा दिया गया है। उनकी जगह पूर्व जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह यादव को जिलाध्यक्ष बनाया गया है।

सपा प्रत्याशी रुचि वीरा के चुनाव प्रचार से दूरी बनाना डीपी यादव को पद से हटाने की वजह बताई जा रही है। फिलहाल पार्टी में पर्दे के पीछे चल रही आजम खां और रामगोपाल यादव गुट की लड़ाई अब खुलकर सामने आ गई है।
मुरादाबाद सीट से सपा प्रत्याशी के रूप में नामांकन कराने के 24 घंटे बाद ही सांसद डॉ. एसटी हसन का टिकट काटकर पार्टी ने सीतापुर जेल में बंद पूर्व मंत्री आजम खां की करीबी रुचि वीरा को प्रत्याशी बना दिया था। रुचि वीरा के नामांकन में पूर्व जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह यादव और पूर्व महानगर अध्यक्ष शाने अली शानू शामिल रहे।
इसके बाद से दोनों प्रत्याशी के साथ जनसंपर्क अभियान में जुड़े हैं। लेकिन सपा जिलाध्यक्ष डीपी यादव ने रुचि वीरा के प्रचार से दूरी बनाए रखी। जिलाध्यक्ष ने पिछले सप्ताह विपक्षी गठबंधन की बैठक पार्टी कार्यालय पर बुलाई थी।
उस समय भी दोनों गुटों के बीच बातचीत नहीं हुई। इस दौरान प्रत्याशी रुचि वीरा मौजूद थीं। जिलाध्यक्ष डीपी यादव का कहना था कि उनको प्रत्याशी की तरफ से बुलाया नहीं जाता है, फिर भी पार्टी के नाते प्रचार में जुटे हुए हैं।
प्रत्याशी और जिला संगठन के बीच बढ़ती दूरी की जानकारी प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल से राष्ट्रीय अध्यक्ष तक पहुंच गई। सोमवार की शाम नरेश उत्तम पटेल ने पत्र जारी कर जिलाध्यक्ष डीपी यादव को पद से हटा दिया।
उनकी जगह जयवीर सिंह यादव को जिलाध्यक्ष घोषित कर दिया। इससे पहले भी जयवीर सिंह यादव पार्टी की कमान संभाल चुके हैं।
निकाय चुनाव में भी गुटबंदी आई थी सामने
निकाय चुनाव के दौरान टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी के अंदर घमासान था लेकिन किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। परिणाम यह निकला कि अंदरूनी विवाद के चलते सपा प्रत्याशी लड़ाई से बाहर हो गए। भाजपा ने मेयर पद का चुनाव जीता लेकिन कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही।
आजम खां को नहीं मानता अपना नेता : डीपी यादव
जिलाध्यक्ष पद से हटाए गए डीपी यादव का कहना है कि वह आजम खां को अपना नेता नहीं मानते हैं। उनके नेता डॉ. रामगोपाल यादव हैं। चुनाव के दौरान पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल को मुरादाबाद का सिंबल दिया था लेकिन समय से सिंबल नहीं आने के कारण रुचि वीरा प्रत्याशी हो गईं। इस मामले में उनका कोई दोष नहीं था। पार्टी ने किन कारणों के चलते हटाया है। इस बारे में पता नहीं है।
लोकसभा चुनाव जिताना लक्ष्य : जयवीर यादव
सपा के नव नियुक्त जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह यादव ने बताया कि उनको पहले से पता नहीं था। अचानक प्रदेश अध्यक्ष का पत्र मिलने के बाद पता चला कि उन्हें जिले की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सबसे पहले वह रूठे हुए पार्टी के नेताओं को मनाएंगे।
सभी लोगों को लोकसभा चुनाव जिताने के लिए तैयार करेंगे। पार्टी की नीतियों को ध्यान में रखते हुए वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं को साथ लेकर चलेंगे। सभी का लक्ष्य पार्टी को लोकसभा चुनाव जिताना रहेगा।
तीसरी बार पार्टी ने जयवीर पर जताया भरोसा
समाजवादी पार्टी ने तीसरी बार जयवीर सिंह यादव पर भरोसा जताया है। पार्टी ने 2011 में पहली बार जयवीर सिंह यादव को जिलाध्यक्ष बनाया था। इसके बाद 2020 में दूसरी बार पार्टी ने उन्हें जिले की कमान दी। एक साल पद पर रहने के बाद पार्टी ने उन्हें निकाय चुनाव से पहले हटा दिया था। अब लोकसभा चुनाव के बीच तीसरी बार जयवीर पर पार्टी ने फिर भरोसा जताया है।