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किराये की पिस्टल से लगाया निशाना, पक्का हुआ पैरा ओलंपिक में जाना
अमर उजाला नेटवर्क, मुरादाबाद
Published by: दुष्यंत शर्मा
Updated Wed, 21 Jul 2021 03:26 AM IST
सार
- दीपेंद्र सिंह ने दस मीटर निशानेबाजी में किया क्वालीफाई, 15 अगस्त के बाद जाएंगे टोक्यो
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- फोटो : amar ujala
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विस्तार
ढाई साल से पिस्टल के लाइसेंस के लिए भटक रहे दिव्यांग दीपेंद्र को आखिरकार किराये की पिस्टल से निशाना लगाना पड़ा। दस मीटर पिस्टल में क्वालीफाई कर उन्होंने पैरा ओलंपिक का टिकट हासिल कर लिया। टोक्यों में शुरू होने वाले ओलंपिक के बाद पैरा ओलंपिक का आयोजन किया जाएगा। 15 अगस्त के बाद दीपेंद्र टोक्यों के लिए रवाना होंगे। वह मुरादाबाद मंडल से पैरा ओलंपिक में प्रतिभाग करने वाले पहले खिलाड़ी है जो टोक्यो पैरा ओलंपिक में प्रतिभाग करेंगे।
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असमोली ब्लॉक के गांव भटपुरा निवासी दीपेंद्र सिंह किसान परिवार से है। पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश से पैरा ओलंपिक के लिए तीन खिलाड़ियों ने टिकट कटाया है जिसमें नोएडा के गोविंदगढ़ निवासी पैरा एथलीट प्रवीण कुमार, मेरठ के महपा गांव निवासी विवेक ने पैरा तीरंदाजी में और संभल के दीपेंद्र ने पैरा निशानेबाजी में अपना स्थान बनाया है।
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दीपेंद्र ने बताया कि वह सन 2014 से बड़ौत में वीर सायमल रायफल शूटिंग रेंज में अभ्यास करते थे। वह किराये की पिस्टल से दस मीटर निशानेबाजी की प्रैटिक्स करते थे। दस हजार रुपये महीना किराए पर पंजाब से पिस्टल आती थी। उससे वह अभ्यास करते थे। जब कभी पिस्टल नहीं आती थी तो दूसरे साथियों की पिस्टल खाली होने पर निशानेबाजी की तैयारी करते थे। अब फिलहाल वह दिल्ली की एक शूटिंग रेंज में तैयारी कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि वह अपनी पिस्टल का लाइसेंस बनवाने के लिए पिछले ढाई साल से दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। ढाई साल पहले पिस्टल के लाइसेंस के लिए आवेदन किया था। अब उस फाइल का पता ही नहीं है की वह प्रक्रिया में है भी या नहीं। अगर पिस्टल का लाइसेंस मिल जाता तो वह दस मीटर नहीं, बल्कि 20 और 25 मीटर वर्ग के लिए प्रयास करते। लेकिन उन्हें प्रशासनिक अधिकारियों की अनेदखी का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
दीपेंद्र के प्रदर्शन पर एक नजर
2017 में दीपेंद्र सिंह ने थाईलैंड में आयोजित पैरा शूटिंग वर्ल्ड कप में दस मीटर एयर पिस्टल शूटिंग में गोल्ड मेडल जीतकर रिकॉर्ड बनाया
2018 में फ्रांस में आयोजित शूटिंग स्पोर्ट्स वर्ल्ड कप में रजत पदक के साथ पैराओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया।
अक्तूबर 2018 में इंडोनेशिया में आयोजित एशियन पैरा गेम में शूटिंग के लिए देश का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें सातवें स्थान पर रहे
2019 में यूएई में पैरा वर्ल्ड कप में प्रतिभाग किया, जिसमें शूटरों की टीम को गोल्ड मेडल मिला, दीपेंद्र इस टीम का हिस्सा थे
दीपेंद्र के लाइसेंस के लिए हमने प्रयास किए थे, जिलाधिकारी से भी इस बारे में कहा गया था, लेकिन लाइसेंस नहीं मिल पाया। दीपेंद्र ने किराये की पिस्टल से मेरठ की शूटिंग रेंज में तैयारी की है। अपनी मेहनत और लगन से दीपेंद्र ने पैरा ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है। मुरादाबाद मंडल के लिए यह गर्व की बात है। प्रशासन को ऐसे खिलाड़ियों की जरूरतों का ध्यान रखना चाहिए। दीपेंद्र मुरादाबाद मंडल के अकेले खिलाड़ी हैं, जो टोक्यो पैरा ओलंपिक में हिस्सा लेंगे। इससे पहले मुरादाबाद मंडल से किसी खिलाड़ी ने पैरा ओलंपिक में हिस्सा नहीं लिया है।
- अनिमेष सक्सेना, क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी संभल-मुरादाबाद