UP: मुरादाबाद शहर की सुंदर संवारने के लिए जाने जाएंगे कमिश्नर आन्जनेय, मूल कैडर सिक्किम के लिए किए गए रिलीव
कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह के कार्यकाल में मुरादाबाद में स्मार्ट सिटी परियोजनाओं से शहर को नई पहचान मिली। एयरपोर्ट का शुभारंभ, सांस्कृतिक पहचान को बढ़ावा देकर उन्होंने शहर को आधुनिक और सुविधाजनक शहर के रूप में स्थापित किया। वह रामपुर के जिलाधिकारी रहते हुए चर्चा में आए थे।

विस्तार
आईएएस आंजनेय कुमार सिंह के नेतृत्व में मुरादाबाद में स्मार्ट सिटी परियोजनाओं ने शहर को नई पहचान दी। साथ ही बुनियादी ढांचे के विकास के तहत उनके कार्यकाल में सड़कों, पुलों और शहरी सुविधाओं का विस्तार किया गया। न सिर्फ पुल, स्कूल और पार्कों में निर्माण कार्य किए गए, बल्कि दिल्ली रोड, कांठ रोड और रामपुर रोड को भी खूबसूरत बनाया गया।

बहुप्रतीक्षित मुरादाबाद एयरपोर्ट का शुभारंभ जिले की ऐतिहासिक उपलब्धि साबित हुआ। कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह की नियुक्ति के बाद पंडित नगला बाईपास, रिंगरोड पर दो पुल, रामगंगा नदी पर एक पुल बन रहा है। इसके अलावा सोनकपुर पुल बनने से कांठ रोड से सीधे दिल्ली रोड को जोड़ दिया गया है।
इससे कांठ रोड से आने वाले यात्रियों को मधुबनी, पीलीकोठी और महाराणा प्रताप चौराहा पर जाम से जूझना नहीं पड़ता है। इसके अलावा कमिश्नर रहते हुए आन्जनेय सिंह ने स्मार्ट सिटी की परियोजनाओं के तहत शहर में कई कार्य पूरे हुए, जो शहर में प्रवेश करते हुए विकास की सुखद अनुभूति कराते हैं।
दिल्ली रोड से शहर में प्रवेश करने के लिए भव्य प्रवेश द्वार बनवाया, जिससे पीतलनगरी को अलग पहचान मिली। दिल्ली रोड विज्ञान पथ, संगीत पथ, खेल पथ, काकोरी वाल, कारगिल वाल और कांठ रोड पर योग पथ आदि के साथ ही देश की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों को पहचान दिलवाई।
सड़क के दोनों ओर पत्थर की जालियों की फेंसिंग की गई। आकर्षक पत्थर से डिवाइडर बनाए गए और सड़क किनारे लगी लाइटें बेहद आकर्षक हैं। पार्कों में करवाए गए निर्माण कार्य जैसे आंबेडकर पार्क, चिल्ड्रेन पार्क में बनी भूलभुलैया, संविधान पार्क, हनुमान वाटिका से शहर को प्रदेशभर में पहचान दिलवाई।
शहर के प्रमुख बुधबाजार और जीएमडी रोड में उनके द्वारा कराए गए कार्यों की वजह से बाजारों को एकरूपता मिली। ऑपरेशन कायाकल्प के तहत 48 परिषदीय स्कूलों में निर्माण कार्य के अलावा आधुनिक सुविधाएं दिलवाईं।
रामपुर से चर्चा में रहे आन्जनेय सिंह
आईएएस अफसर आन्जनेय कुमार सिंह की प्रतिनियुक्ति की अवधि पूरी होने के बाद भले ही उनकी मूल कैडर सिक्किम में वापसी हो गई है। आन्जनेय सिंह का कार्यकाल कई मायनों में महत्वपूर्ण रहा है। उनके रामपुर में जिलाधिकारी रहते हुए सपा नेता आजम खां पर की गई कार्रवाई के साथ ही मुरादाबाद मंडल में महिलाओं और बच्चों के हित में किए गए कार्यों की अफसरों व लोगों में काफी चर्चा हो रही है।
आन्जनेय सिंह के पिछले दस वर्ष के कार्यकाल का सबसे चर्चित वर्ष 2019 है। उस वक्त वह रामपुर के डीएम थे और लोकसभा चुनाव की वजह से आचार संहिता लगी हुई थी। एक जनसभा में सपा नेता आजम खां ने उनके ऊपर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी।
यह टिप्पणी आजम खां को बहुत महंगी पड़ी। डीएम आन्जनेय सिंह ने एक के बाद एक कई कार्रवाई आजम के खिलाफ कीं। आजम को जेल भी जाना पड़ा। उनके बेटे अब्दुल्ला आजम और पत्नी तजीन फात्मा के खिलाफ भी फर्जी आयु प्रमाणपत्र मामले में कार्रवाई हुई।
इसमें अब्दुल्ला आजम की विधायकी जाने के साथ वह और तजीन फात्मा भी जेल गईं। इस वक्त अब्दुल्ला और तजीन फात्मा जेल से बाहर हैं, जबकि आजम खां अभी भी सीतापुर की जेल में बंद हैं। इसके अलावा रामपुर विकास प्राधिकरण को क्रियाशील करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
मुरादाबाद की बदली सूरत
कमिश्नर रहते हुए आन्जनेय सिंह ने स्मार्ट सिटी की परियोजनाओं को मुरादाबाद में प्रभावी तरीके से लागू करवाया। ऑपरेशन कायाकल्प के तहत 48 परिषदीय स्कूलों में निर्माण कार्य के अलावा आधुनिक सुविधाएं दिलवाईं। इसी के तहत दिल्ली रोड पर प्रवेश द्वार बनवाया, जिससे पीतलनगरी को पहचान मिली।
इसके अलावा दिल्ली रोड और कांठ रोड पर सौंदर्यीकरण के कार्यों से हरियाली को बढ़ावा देकर देश की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों को पहचान दिलवाई। पार्कों में करवाए गए निर्माण कार्य जैसे संविधान पार्क, हनुमान वाटिका से शहर को प्रदेशभर में पहचान दिलवाई। शहर के प्रमुख बुधबाजार और जीएमडी रोड में उनके द्वारा कराए गए कार्यों की वजह से बाजारों को एकरूपता मिली।
सुगम्य पुस्तकालय के लिए मिला सम्मान
उनके नेतृत्व में दिव्यांग बच्चों के लिए बनवाया गया सुगम्य पुस्तकालय बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। दिव्यांगजनों को ज्ञान और संसाधनों तक समान पहुंच देने की उनकी इस पहल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसेवा दिवस पर सम्मानित किया। उन्होंने मंडल में साढ़े तीन हजार से अधिक पुस्तकालयों की स्थापना की है। यहां पर बच्चों की कॉमिक्स से लेकर साहित्य और प्रतियोगी परीक्षा तक की किताबें हैं। यहां पर इंटरनेट की सुविधा दिलाई गई। इनमें ज्यादातर पुस्तकालय ग्रामीण सचिवालय में हैं।
- हाइजीन थ्रू हाइवे के तहत हाइवे के किनारे स्थित पेट्रोल पंपों पर महिलाओं के लिए हाईजीनिक शौचालय की व्यवस्था करवाई। साथ ही सेनेट्री पैड उपलब्ध कराए।
- मंडल के संभल, बिजनौर और अमरोहा में नंदी अभ्यारण बनवाए। यहां पर करीब तीन हजार सांड़ों को रखने की सुविधा है।
- चाइल्ड केयर फंड का गठन किया। यह प्रयोग पूरे प्रदेश में पहला है जिसमें सीएसआर की धनराशि, व्यक्तिगत सहयोग के माध्यम से धनराशि एकत्र की गई। करीब 80 लाख की धनराशि से लीवर ट्रांसप्लांट, किडनी ट्रांसप्लांट सहित हृदय रोग व गंभीर बीमारियों के उपचार में मदद दी गई।
- कुपोषण मिटाने के उद्देश्य से लोगों को एफपीओ (फार्मर प्रोड्यूर्स ऑर्गनाइजेशन) से जोड़ा। इस प्रोजेक्ट के तहत रागी, बाजरा, ज्वार के बने हुए उत्पाद कुपोषित बच्चों को नि:शुल्क दिलवाए गए। इसके लिए 15वें वित्त के अनटाइड फंड से उसका भुगतान करवाया।
सपा प्रवक्ता ने एक्स पर किया ट्वीट
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता मनोज यादव ने सोशल साइट एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने जिस अधिकारी के द्वारा आजम खां पर इतना अत्याचार करवाया उसकी वापसी उसके कैडर में की जा रही है। कारण सिर्फ इतना है कि इनको मालूम है कि 2027 में पीडीए की सरकार बनने जा रही है।
मुरादाबाद के कमिश्नर आन्जनेय सिंह मूल कैडर के लिए रिलीव
यूपी सरकार ने मुरादाबाद के मंडलायुक्त आन्जनेय सिंह को उनके मूल सिक्किम कैडर के लिए रिलीव कर दिया है। नियुक्ति विभाग ने प्रतिनियुक्ति की समाप्ति पर नियमानुसार मिलने वाले 60 दिन का अवकाश भी उनके लिए स्वीकृत कर दिया है। आन्जनेय सिंह करीब 10 साल यूपी में प्रतिनियुक्ति पर रहे। वर्ष 2005 बैच के आईएएस अधिकारी आन्जनेय सिंह फरवरी 2015 में प्रतिनियुक्ति पर यूपी आए थे। पहली बार पांच साल तक शासनादेश के तहत कार्यरत रहे।
दूसरी बार प्रदेश सरकार के अनुरोध पर दो साल और उसके बाद एक साल की प्रतिनियुक्ति बढ़ाई गई। पिछली बार शासन ने 20 अगस्त 2024 को उनकी प्रतिनियुक्ति एक साल के लिए बढ़ाई थी। आंजनेय कुमार सिंह यहां बुलंदशहर, फतेहपुर और रामपुर के डीएम रहे हैं। दो मार्च 21 को शासन ने उनको पदोन्नत करके मुरादाबाद का कमिश्नर बनाया था। इसके बाद से वह मुरादाबाद में ही कार्यरत थे।
14 अगस्त को प्रतिनियुक्ति की अवधि पूरी हो गई थी। नियुक्ति विभाग ने मुरादाबाद के कमिश्नर का चार्ज मुरादाबाद के जिलाधिकारी अनुज सिंह को दे दिया। इसके बाद से ही आन्जनेय सिंह अवकाश पर हैं। शहर में लगातार उनके कार्यकाल के बढ़ने की चर्चा हो रही है। हालांकि शासन के सूत्रों के मुताबिक, अब यह केंद्र पर निर्भर करेगा कि उनकी प्रतिनियुक्ति की अवधि बढ़ाई जाती है या नहीं।