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Pilibhit News: इमली के कोयले की आंच ज्यादा आ रही पसंद, रोजाना दस क्विंटल खपत
संवाद न्यूज एजेंसी, पीलीभीत
Updated Mon, 29 Dec 2025 11:46 PM IST
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शहर की एक दुकान में रखा इमली का कोयला। संवाद
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पीलीभीत। शहर में बढ़ती ठंड का असर अब केवल खानपान तक सीमित नहीं है बल्कि रोजमर्रा की जरूरतों में भी बदलाव साफ दिखने लगा है। सर्द हवाओं और गिरते तापमान के बीच लोग ठंड से बचाव के लिए इमली के कोयले की अंगीठी, अलाव जला रहे हैं। इससे इमली के कोयले कारोबार बढ़ गया है। रोजाना शहर में 10 क्विंटल इमली के कोयल की खपत हो रही है।
ठंड बढ़ने के साथ ही शहर के बाजारों, चौराहों और मोहल्लों में इमली के कोयल की बिक्री में जबरदस्त उछाल आया है। सर्दियों में लोग घरों, दुकानों और चाय की गुमटियों पर अंगीठी जलाकर ठंड से बचाव करते हैं।
इमली के कोयल लंबे समय तक जलने और कम धुआं देने के कारण अंगीठी के लिए ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं। यही वजह है कि सुबह और शाम के समय इसकी मांग सबसे अधिक रहती है। आम दिनों में जहां सीमित मात्रा में कोयले की बिक्री होती थी, वहीं अब ठंड के मौसम में खपत कई गुना बढ़ गई है।
शहर में रोजाना लगभग 10 क्विंटल इमली के कोयल बिक रहे हैं। कई लोग इन्हें अंगीठी में जलाकर हाथ तपाने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं, तो चाय दुकानों और ठेलों पर ग्राहकों को गर्माहट देने के लिए भी इनका प्रयोग हो रहा है। हालांकि बाजार में 40 रुपये कोयला बीते दिनों के बराबर दाम पर ही बिक रहा है। संवाद
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ठंड बढ़ने के साथ ही शहर के बाजारों, चौराहों और मोहल्लों में इमली के कोयल की बिक्री में जबरदस्त उछाल आया है। सर्दियों में लोग घरों, दुकानों और चाय की गुमटियों पर अंगीठी जलाकर ठंड से बचाव करते हैं।
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इमली के कोयल लंबे समय तक जलने और कम धुआं देने के कारण अंगीठी के लिए ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं। यही वजह है कि सुबह और शाम के समय इसकी मांग सबसे अधिक रहती है। आम दिनों में जहां सीमित मात्रा में कोयले की बिक्री होती थी, वहीं अब ठंड के मौसम में खपत कई गुना बढ़ गई है।
शहर में रोजाना लगभग 10 क्विंटल इमली के कोयल बिक रहे हैं। कई लोग इन्हें अंगीठी में जलाकर हाथ तपाने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं, तो चाय दुकानों और ठेलों पर ग्राहकों को गर्माहट देने के लिए भी इनका प्रयोग हो रहा है। हालांकि बाजार में 40 रुपये कोयला बीते दिनों के बराबर दाम पर ही बिक रहा है। संवाद
