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Raebareli News: पांच घंटे ठप रही नीचे उतरने वाली सीढि़यां
संवाद न्यूज एजेंसी, रायबरेली
Updated Tue, 23 Dec 2025 12:54 AM IST
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शहर के रेलवे स्टेशन पर मेंटीनेंस के लिए बंद किया गया एस्केलेटर।
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रायबरेली। शहर के रेलवे स्टेशन पर सोमवार को लगभग पांच घंटे तक एस्केलेटर सुविधा ठप रही। नीचे उतरने वाली स्वचालित सीढि़यां बंद होने से यात्रियों को प्लेटफॉर्म बदलने में असुविधा हुई। मरम्मत कार्य के दौरान एस्केलेटर के आसपास बैरिकेडिंग लगा दी गई, ताकि कोई यात्री न निकल पाए।
ऊपर की ओर जाने वाली स्वचालित सीढि़यां चल रही थीं, लेकिन बैरिकेडिंग लगी होने के कारण यात्रियों ने एस्केलेटर का प्रयोग करने के बजाए पैदल ही पुल पर चढ़े और दूसरे प्लेटफॉर्म पर पहुंचे। दिव्यांग और बुजुर्ग यात्रियों को ज्यादा दिक्कत हुई। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर पश्चिमी छोर के पैदल पुल पर चढ़ने और उतरने सीढि़यां बनी हैं। इसके अलावा दो एस्केलेटर (स्वचालित सीढि़यां) भी लगाई गई हैं।
इनमें एक एस्केलेटर की सीढि़यां ऊपर की तरफ तो दूसरे एस्केलेटर की सीढि़यां नीचे की तरफ आती हैं। नीचे की तरफ आने वाले एस्केलेटर को बैरिकेडिंग लगाकर सुबह लगभग 9 बजे बंद कर दिया गया। सीढि़यों को खोलकर मेंटनेंस कार्य कराया जाने लगा। रेलवे के विद्युत अभियंता एसएम मीणा का कहना है कि जिस संस्था ने एस्केलेटर लगाया है, उसी संस्था को एक निश्चित अवधि पर मेंटनेंस करना होता है। इससे कुछ घंटे सेवा बाधित रही।
नया एस्केलेटर लगेगा, दूसरा हिस्सा भी आया
रायबरेली। शहर के रेलवे स्टेशन पर एक और एस्केलेटर लगाया जाएगा, जिससे प्लेटफॉर्म बदलने में यात्रियों को सुविधा मिल सकेगी। इसके लिए करीब एक सप्ताह पहले उपकरण आने शुरू हो गए थे। एस्केलेटर में दो पार्ट होते हैं, जिसमें एक पार्ट में ऊपर जाने वाली सीढि़यां तो दूसरे पार्ट में नीचे की तरफ आने वाली सीढि़यां होती हैं। सप्ताह भर पहले एक पार्ट आ गया था। दूसरा पार्ट अब आया है। इसे भी स्टेशन के दूसरी तरफ रखवा दिया गया है।
एस्केलेटर के दोनों पार्ट को पश्चिमी छोर के प्लेटफाॅर्म नंबर चार पर लगाया जाना है। प्लेटफाॅर्म नंबर एक पर पहले से ही एस्केलेटर लगे हैं, जबकि प्लेटफार्म नंबर एक और दो पर लिफ्ट की सुविधा भी है। ये सारी सुविधाएं पश्चिमी छोर के पैदल पुल से जुड़ी हुई हैं, ताकि यात्रियों को प्लेटफॉर्म बदलने में सुविधा मिल सके। रेलवे के विद्युत अभियंता एसएम मीणा ने बताया कि एस्केलेटर के दोनों पार्ट आ चुके हैं। सिविल टीम को बेस वर्क तैयार करना है। इसके बाद दोनों पार्ट लगाए जाएंगे।
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ऊपर की ओर जाने वाली स्वचालित सीढि़यां चल रही थीं, लेकिन बैरिकेडिंग लगी होने के कारण यात्रियों ने एस्केलेटर का प्रयोग करने के बजाए पैदल ही पुल पर चढ़े और दूसरे प्लेटफॉर्म पर पहुंचे। दिव्यांग और बुजुर्ग यात्रियों को ज्यादा दिक्कत हुई। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर पश्चिमी छोर के पैदल पुल पर चढ़ने और उतरने सीढि़यां बनी हैं। इसके अलावा दो एस्केलेटर (स्वचालित सीढि़यां) भी लगाई गई हैं।
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इनमें एक एस्केलेटर की सीढि़यां ऊपर की तरफ तो दूसरे एस्केलेटर की सीढि़यां नीचे की तरफ आती हैं। नीचे की तरफ आने वाले एस्केलेटर को बैरिकेडिंग लगाकर सुबह लगभग 9 बजे बंद कर दिया गया। सीढि़यों को खोलकर मेंटनेंस कार्य कराया जाने लगा। रेलवे के विद्युत अभियंता एसएम मीणा का कहना है कि जिस संस्था ने एस्केलेटर लगाया है, उसी संस्था को एक निश्चित अवधि पर मेंटनेंस करना होता है। इससे कुछ घंटे सेवा बाधित रही।
नया एस्केलेटर लगेगा, दूसरा हिस्सा भी आया
रायबरेली। शहर के रेलवे स्टेशन पर एक और एस्केलेटर लगाया जाएगा, जिससे प्लेटफॉर्म बदलने में यात्रियों को सुविधा मिल सकेगी। इसके लिए करीब एक सप्ताह पहले उपकरण आने शुरू हो गए थे। एस्केलेटर में दो पार्ट होते हैं, जिसमें एक पार्ट में ऊपर जाने वाली सीढि़यां तो दूसरे पार्ट में नीचे की तरफ आने वाली सीढि़यां होती हैं। सप्ताह भर पहले एक पार्ट आ गया था। दूसरा पार्ट अब आया है। इसे भी स्टेशन के दूसरी तरफ रखवा दिया गया है।
एस्केलेटर के दोनों पार्ट को पश्चिमी छोर के प्लेटफाॅर्म नंबर चार पर लगाया जाना है। प्लेटफाॅर्म नंबर एक पर पहले से ही एस्केलेटर लगे हैं, जबकि प्लेटफार्म नंबर एक और दो पर लिफ्ट की सुविधा भी है। ये सारी सुविधाएं पश्चिमी छोर के पैदल पुल से जुड़ी हुई हैं, ताकि यात्रियों को प्लेटफॉर्म बदलने में सुविधा मिल सके। रेलवे के विद्युत अभियंता एसएम मीणा ने बताया कि एस्केलेटर के दोनों पार्ट आ चुके हैं। सिविल टीम को बेस वर्क तैयार करना है। इसके बाद दोनों पार्ट लगाए जाएंगे।
