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Rampur News: जानी मानी कंपनियों की दवाएं जांच में फेल
संवाद न्यूज एजेंसी, रामपुर
Updated Thu, 18 Sep 2025 02:36 AM IST
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रामपुर। जानी मानी कंपनियों की दवाएं जांच में फेल हुई हैं। इन दवाओं को बनाने वाली कंपनियां उत्तराखंड के रुड़की, इंदौर और अमृतसर की हैं। औषधि प्रशासन तीन कंपनियों के खिलाफ केस दर्ज कराने की तैयारी कर रहा है।
जिले में नकली, नशीली और अधोमानक दवाओं की बिक्री पर रोक लगाने तथा आम जनता को सुरक्षित दवाएं उपलब्ध कराने के लिए औषधि निरीक्षक मुकेश कुमार की टीम ने एक अप्रैल से 31 अगस्त, 2025 तक अभियान चलाया। इस दौरान 94 मेडिकल स्टोरों के निरीक्षण और 13 प्रतिष्ठानों पर छापेमारी में 100 नमूने एकत्र किए गए, जिनमें से चार नमूने मानकों पर खरे नहीं उतरे।
औषधि निरीक्षक मुकेश कुमार ने बताया कि ऑराकोफ-एलएस सिरप जो खांसी में प्रयोग होती है इसमें एम्ब्रोक्सोल हाइड्रोक्लोराइड की मात्रा निर्धारित मानक से भिन्न है। इसकी विपणनकर्ता कंपनी उत्तराखंड रुड़की की है। विटामिन बी कॉम्प्लेक्स टैबलेट में नमूना घोषित फॉर्मूले के अनुरूप नहीं है। इसमें थायमिन हाइड्रोक्लोराइड, कैल्शियम पैंटोथेनेट और पाइरिडोक्सिन हाइड्रोक्लोराइड की मात्रा निर्धारित मानकों पर खरी नहीं उतरती। यह कंपनी इंदौर की है।
वेरोटोल-डीटी टैबलेट दर्द के लिए प्रयोग होती है। जांच में भारतीय फार्माकोपिया (आईपी) के मानकों का पालन नहीं करती। सभी छह गोलियां तीन मिनट के बाद भी नहीं घुलीं । नमूना घोषित फॉर्मूले के अनुरूप नहीं पाया गया। उन्होंने कहा कि यह कंपनी रुड़की की है।
इसके अलावा लिग्नोकेन हाइड्रोक्लोराइड इंजेक्शन आईपी (वेट) नमूना ड्रग रूल्स, 1945 के लेबलिंग आवश्यकताओं का पालन नहीं करता है। इसलिए यह गलत सूचनायुक्त (मिसब्रांडेड) है। यह कंपनी अमृतसर की है। उन्होंने कहा कि इन सभी के खिलाफ केस दर्ज कराने की तैयारी चल रही है।

जिले में नकली, नशीली और अधोमानक दवाओं की बिक्री पर रोक लगाने तथा आम जनता को सुरक्षित दवाएं उपलब्ध कराने के लिए औषधि निरीक्षक मुकेश कुमार की टीम ने एक अप्रैल से 31 अगस्त, 2025 तक अभियान चलाया। इस दौरान 94 मेडिकल स्टोरों के निरीक्षण और 13 प्रतिष्ठानों पर छापेमारी में 100 नमूने एकत्र किए गए, जिनमें से चार नमूने मानकों पर खरे नहीं उतरे।
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औषधि निरीक्षक मुकेश कुमार ने बताया कि ऑराकोफ-एलएस सिरप जो खांसी में प्रयोग होती है इसमें एम्ब्रोक्सोल हाइड्रोक्लोराइड की मात्रा निर्धारित मानक से भिन्न है। इसकी विपणनकर्ता कंपनी उत्तराखंड रुड़की की है। विटामिन बी कॉम्प्लेक्स टैबलेट में नमूना घोषित फॉर्मूले के अनुरूप नहीं है। इसमें थायमिन हाइड्रोक्लोराइड, कैल्शियम पैंटोथेनेट और पाइरिडोक्सिन हाइड्रोक्लोराइड की मात्रा निर्धारित मानकों पर खरी नहीं उतरती। यह कंपनी इंदौर की है।
वेरोटोल-डीटी टैबलेट दर्द के लिए प्रयोग होती है। जांच में भारतीय फार्माकोपिया (आईपी) के मानकों का पालन नहीं करती। सभी छह गोलियां तीन मिनट के बाद भी नहीं घुलीं । नमूना घोषित फॉर्मूले के अनुरूप नहीं पाया गया। उन्होंने कहा कि यह कंपनी रुड़की की है।
इसके अलावा लिग्नोकेन हाइड्रोक्लोराइड इंजेक्शन आईपी (वेट) नमूना ड्रग रूल्स, 1945 के लेबलिंग आवश्यकताओं का पालन नहीं करता है। इसलिए यह गलत सूचनायुक्त (मिसब्रांडेड) है। यह कंपनी अमृतसर की है। उन्होंने कहा कि इन सभी के खिलाफ केस दर्ज कराने की तैयारी चल रही है।