{"_id":"58e147ec4f1c1bf6465b48dc","slug":"school-open","type":"story","status":"publish","title_hn":"स्कूल संचालकों-बुक सेलर्स के कमीशन के खेल में पिस रहे पैरेंट्स","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
स्कूल संचालकों-बुक सेलर्स के कमीशन के खेल में पिस रहे पैरेंट्स
अमर उजाला ब्यूरो/ रामपुर
Updated Mon, 03 Apr 2017 12:20 AM IST
विज्ञापन

रामपुर मेंे मिस्टन गंज स्थित भारती बुक शॉप पर कॉपी-किताब आैर स्टेश्ानरी खरीदत अभिभावक।
विज्ञापन

Trending Videos
स्कूलों और बुक सेलर्स के बीच कमीशन के फेर में अभिभावक फंसे हुए हैं। कमीशन का खेल इतना गहरा हो गया है कि पेन, पेसिंल से लेकर पूरा कोर्स खरीदने पर अभिभावकों से मोटी रकम वसूली जा रही है। अभिभावकों से वसूली जाने वाली मोटी रकम का हिस्सा स्कूल संचालकों की जेब तक पहुंच रहा है, जिससे अभिभावक भी खासे परेशान हैं।
एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और शुरू हो चुका है स्कूल संचालकों द्वारा अभिभावकों की जेब काटने का सिलसिला। अभिभावको की जेब इस तरह काटी जा रही है कि कई दफा तो अभिभावकों को इसकी भनक तक नहीं लग रही है। स्कूल संचालकों की मनमानी का आलम यह है कि पेन पेसिंल से लेकर किताबों तक की खरीद फरोख्त में कमीशन का खेल खेला जा रहा है। स्कूल संचालकों की मनमानी के आगे अभिभावक पस्त हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन
हरेक स्कूल का किताबों की दुकानों से सीधा समझौता है। समझौता कमीशन का है। यही वजह है कि स्कूल संचालकों ने किताबों की दुकानों को बांध रखा है। इस दुकान के अलावा किसी दूसरी दुकान पर किताबें नहीं मिल पाएंगी। बात चाहे इसमें शहर के नामचीन स्कूलों की हो या फिर दूसरे पब्लिक स्कूलों की। तमाम स्कूल तो अपने ही स्कूल से किताबें बेच रहे हैं। स्कूल संचालक लगातार लापरवाही बरत रहे हैं, जिसकी वजह से अभिभावक परेशान हैं। शहर के तकरीबन सभी स्कूल पर भी कमीशन के खातिर किताबें बेचने के आरोप लगते रहे हैं। स्कूलों से लगातार कोर्स बेचे जा रहे हैं, लेकिन शिक्षा विभाग भी इस पर मौन है।