{"_id":"692612839e2e42069605d45c","slug":"all-trains-that-were-closed-during-the-covid-period-should-be-restarted-sambhal-news-c-204-1-chn1003-124709-2025-11-26","type":"story","status":"publish","title_hn":"Sambhal News: कोविड काल में बंद हुई सभी ट्रेनें फिर से संचालित की जाएं","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Sambhal News: कोविड काल में बंद हुई सभी ट्रेनें फिर से संचालित की जाएं
विज्ञापन
चंदौसी में कार्यवाहक स्टेशन अधीक्षक को ज्ञापन सौंपते अखिल भारतीय युवा उद्योग व्यापार मंडल के प
विज्ञापन
चंदौसी। अखिल भारतीय युवा उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने कार्यवाहक स्टेशन अधीक्षक रजनीश कुमार के माध्यम से रेलवे महाप्रबंधक को ज्ञापन सौंपकर मांग उठाई कि कोविड काल में बंद की गई सभी ट्रेनों को पुनः संचालित किया जाए तथा कोहरे के बहाने किसी भी अन्य ट्रेन को बंद न किया जाए।
व्यापारियों ने कहा कि ट्रेनों के बंद होने से व्यापार बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। बाहर से माल मंगाना महंगा पड़ रहा है, इससे छोटे व्यापारियों पर आर्थिक बोझ बढ़ गया है। उनकी मांग है कि चंदौसी जैसे पुराने जंक्शन को नजरंदाज न किया जाए, क्योंकि ट्रेनों की कमी से बाजारों में खरीदार भी कम पहुंचते हैं। पूरे क्षेत्र की आर्थिक गतिविधियां धीमी हो जाती हैं।
नगर अध्यक्ष अनुज वार्ष्णेय अन्नू ने कहा कि चंदौसी रेलवे स्टेशन सिर्फ नाम का रह गया है। हालात ऐसे हैं जैसे स्टेशन को हाल्ट में बदल दिया गया हो। नाम मात्र की कुछ ट्रेनें चल रही हैं। केंद्र सरकार नई ट्रेनें तो शुरू कर रही है, पर चंदौसी के साथ लगातार सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। कहा कि कोरोना काल में बंद हुई कई ट्रेनें अभी तक बहाल नहीं हुईं। वहीं कुछ माह बाद कोहरे का बहाना बनाकर बाकी चलने वाली ट्रेनों को भी बंद करने की तैयारी शुरू कर दी जाएगी।
अंत में, संगठन ने रेलवे प्रशासन को चेताया कि यदि जल्द ही ट्रेन सेवाएं बहाल न हुईं और चंदौसी को उसका उचित अधिकार न मिला, तो व्यापारी समुदाय बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होगा। ज्ञापन सौंपने वालों में डॉ. टीएस पाल, शाह आलम मंसूरी, शुभम अग्रवाल, विक्रम, आदित्य राणा, रितिक वार्ष्णेय, जावेद आदि शामिल रहे।
Trending Videos
व्यापारियों ने कहा कि ट्रेनों के बंद होने से व्यापार बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। बाहर से माल मंगाना महंगा पड़ रहा है, इससे छोटे व्यापारियों पर आर्थिक बोझ बढ़ गया है। उनकी मांग है कि चंदौसी जैसे पुराने जंक्शन को नजरंदाज न किया जाए, क्योंकि ट्रेनों की कमी से बाजारों में खरीदार भी कम पहुंचते हैं। पूरे क्षेत्र की आर्थिक गतिविधियां धीमी हो जाती हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन
नगर अध्यक्ष अनुज वार्ष्णेय अन्नू ने कहा कि चंदौसी रेलवे स्टेशन सिर्फ नाम का रह गया है। हालात ऐसे हैं जैसे स्टेशन को हाल्ट में बदल दिया गया हो। नाम मात्र की कुछ ट्रेनें चल रही हैं। केंद्र सरकार नई ट्रेनें तो शुरू कर रही है, पर चंदौसी के साथ लगातार सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। कहा कि कोरोना काल में बंद हुई कई ट्रेनें अभी तक बहाल नहीं हुईं। वहीं कुछ माह बाद कोहरे का बहाना बनाकर बाकी चलने वाली ट्रेनों को भी बंद करने की तैयारी शुरू कर दी जाएगी।
अंत में, संगठन ने रेलवे प्रशासन को चेताया कि यदि जल्द ही ट्रेन सेवाएं बहाल न हुईं और चंदौसी को उसका उचित अधिकार न मिला, तो व्यापारी समुदाय बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होगा। ज्ञापन सौंपने वालों में डॉ. टीएस पाल, शाह आलम मंसूरी, शुभम अग्रवाल, विक्रम, आदित्य राणा, रितिक वार्ष्णेय, जावेद आदि शामिल रहे।