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Sambhal News: निजी जमीन पर बना दिया सामुदायिक शौचालय, प्रधान को नोटिस जारी
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बहजोई(संभल)। दान में दी गई जमीन की बजाय निजी जमीन पर सामुदायिक शौचालय का निर्माण करा दिया गया। करीब पांच लाख रुपये की वित्तीय अनियमितता को लेकर ब्लॉक रजपुरा के गांव सिसौना डांडा की ग्राम प्रधान केलावती के खिलाफ डीएम ने कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि सिसौना डांडा के गांव भोपतपुर निवासी राजेंद्र की ओर से आईजीआरएस पर की गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि गांव के ही दिलीप सिंह की ओर से शौचालय के लिए जमीन दान दी गई थी। ग्राम प्रधान ने दान की जमीन के बजाय से दूसरी निजी जमीन पर करीब पांच लाख रुपये से शौचालय निर्माण करा दिया।
डीएम ने बताया कि डीपीआरओ की ओर से जांचकर चार जुलाई को दी गई रिपोर्ट में बताया गया कि दान में दी गई जमीन गाटा संख्या 90 थी जबकि ग्राम प्रधान व सचिव की ओर से निजी भूमि गाटा संख्या 30 में शौचालय का निर्माण करा दिया गया है। वहीं, शौचालय निर्माण में 4.87 लाख रुपये खर्च कर धनराशि का दुरुपयोग किया गया। इसमें 4.50 लाख रुपये निधि से तथा 37062 रुपये मनरेगा से खर्च किए गए हैं। दूसरी ओर वर्तमान में शौचालय भी बंद पड़ा है।
डीएम ने बताया कि ग्राम प्रधान को नोटिस का जवाब देने के लिए 15 दिन का समय किया गया है। तय समय तक संतुष्टिपूर्ण जवाब न देने पर ग्राम प्रधान के खिलाफ कार्रवाई तय है।
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डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि सिसौना डांडा के गांव भोपतपुर निवासी राजेंद्र की ओर से आईजीआरएस पर की गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि गांव के ही दिलीप सिंह की ओर से शौचालय के लिए जमीन दान दी गई थी। ग्राम प्रधान ने दान की जमीन के बजाय से दूसरी निजी जमीन पर करीब पांच लाख रुपये से शौचालय निर्माण करा दिया।
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डीएम ने बताया कि डीपीआरओ की ओर से जांचकर चार जुलाई को दी गई रिपोर्ट में बताया गया कि दान में दी गई जमीन गाटा संख्या 90 थी जबकि ग्राम प्रधान व सचिव की ओर से निजी भूमि गाटा संख्या 30 में शौचालय का निर्माण करा दिया गया है। वहीं, शौचालय निर्माण में 4.87 लाख रुपये खर्च कर धनराशि का दुरुपयोग किया गया। इसमें 4.50 लाख रुपये निधि से तथा 37062 रुपये मनरेगा से खर्च किए गए हैं। दूसरी ओर वर्तमान में शौचालय भी बंद पड़ा है।
डीएम ने बताया कि ग्राम प्रधान को नोटिस का जवाब देने के लिए 15 दिन का समय किया गया है। तय समय तक संतुष्टिपूर्ण जवाब न देने पर ग्राम प्रधान के खिलाफ कार्रवाई तय है।