हेयर ड्रेसर जावेद हबीब ठगी केस: संभल में जिन पीड़ितों ने दर्ज कराए मुकदमे, उनको ही रकम वापस मिलने की उम्मीद
हेयर ड्रेसर जावेद हबीब की कंपनी में संभल और आसपास के लगभग 200 लोगों ने निवेश किया था। बाद में पता चला है उनके साथ धोखाधड़ी की गई। इस मामले में 47 लोगों ने जावेद हबीब और उसके बेटे के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इसकी पुलिस जांच कर रही है।
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मशहूर हेयर ड्रेसर जावेद हबीब की फॉलिकल ग्लोबल कंपनी में निवेश करने के बाद धोखाधड़ी का शिकार हुए उन लोगों को ही रुपये मिलने की उम्मीद है, जिन्होंने मुकदमे दर्ज कराए हैं। अब सवाल उठता है कि जिन लोगों ने मुकदमे दर्ज नहीं कराए हैं उनको रुपये कैसे मिलेंगे।
हालांकि रायसत्ती थाना प्रभारी का कहना है कि कुछ लोगों को रुपये दिए जाने की जानकारी सामने आई है लेकिन जावेद हबीब के अधिवक्ता ने उनको शपथपत्र नहीं दिए हैं। अधिवक्ता को तीन दिन का समय यह कहते हुए दिया है कि जिन लोगों के शपथ पत्र मिल जाएंगे उसके अनुसार कार्रवाई होगी।
यदि शपथ पत्र नहीं मिलते हैं तो कार्रवाई आगे बढ़ेगी। बता दें जावेद हबीब के खिलाफ पुलिस लुकआउट नोटिस जारी कर चुकी है। गैरजमानती वारंट जारी कराने के लिए प्रयास कर रही है। 2023 में फॉलिकल ग्लोबल कंपनी में निवेश के लिए लोगों को बड़े मुनाफे का झांसा दिया गया था। तमाम लोगों ने कंपनी की कॉइन में निवेश किया।
90 हजार रुपये से कम निवेश करने वाला कोई व्यक्ति नहीं है। एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई के अनुसार करीब पांच करोड़ रुपये निवेश किया गया था। वहीं, निवेश करने वाले लोगों का कहना है कि करीब 200 लोगों ने इस कॉइन में निवेश किया था लेकिन निवेश तो किया पर मुनाफा या मूल रकम वापस नहीं मिली।
जब धोखाधड़ी का अहसास हुआ तो पुलिस से शिकायत की। इसके बाद ही कार्रवाई हो सकी। रायसत्ती थाने में जावेद हबीब, उसके बेटे अनोस हबीब और संभल के मोहल्ला नई सराय निवासी सैफुल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी। इसमें एसपी ने पीड़ितों से मुलाकात कर पूरी मदद का आश्वासन दिया था।
इसके बाद से जावेद हबीब ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से कुछ लोगों के रुपये वापस कराए हैं। अब चर्चा है कि अधिवक्ता ने उन्हीं लोगों के रुपये वापस करने की बात कही है जिन्होंने मुकदमा दर्ज कराया है। सवाल उठता है कि बाकी लोगों के रुपये कैसे मिलेंगे।
मुकदमा दर्ज कराने वाले लोगों को मिल रहे आधे रुपये
जिन लोगों ने मुकदमा दर्ज कराया है। उनको जावेद हबीब के अधिवक्ता के माध्यम से आधे रुपये दिए जा रहे हैं। साथ ही शपथपत्र तैयार कराया जा रहा है। जिसमें लिखा जा रहा है कि पीड़ित अब जावेद हबीब और उसके बेटे के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं चाहता है। यह शपथपत्र पुलिस को दिए जाने हैं। जिन मुकदमों में शपथपत्र पुलिस को दिए जाएंगे उसमें इनके नाम निकाले जा सकते हैं। हालांकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है।