{"_id":"57c1d7424f1c1b602fd4f7e5","slug":"villagers","type":"story","status":"publish","title_hn":"गांव वालों ने प्रदर्शन किया","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
गांव वालों ने प्रदर्शन किया
ब्यूरो/अमर उजाला संतकबीरनगर
Updated Sat, 27 Aug 2016 11:39 PM IST
विज्ञापन

प्रदर्शन किया ।
- फोटो : अमर उजाला
सेमरियावां विकास खंड के रक्सा देवई के ग्रामीणों शनिवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। गांव के कोटेदार पर राशन की कालाबाजारी करने का आरोप लगाया। इस दौरान ग्रामीणों डीएम को शिकायती पत्र देकर मामले में कार्रवाई की मांग की है।
ग्राम प्रधान रामसागर चौधरी के नेतृत्व में पहुंचे ग्रामीणों ने कहा कि उचित दर विक्रेता की मनमानी से गांव के लोग काफी परेशान है। कोटेदार दो या तीन माह पर मात्र एक माह का राशन वितरण कर बाकी राशन सामग्री जबरन राशन कार्ड पर अंकित कर देता है तथा तौल में कम देता है। इसकी शिकायत थाना और तहसील दिवस पर भी दिया गया। तहसील दिवस पर मामला संज्ञान में लिया गया जब जांच के लए 24 जुलाई को अधिकारी आए तो कोटेदार जांच में बाधा डालने के लिए बवाल कर दिया। पुलिस ने पहुंच कर मामले को शांत कराया था। जांच में अनियमितता पाई गई थी और 25 जुलाई को कोटा निलंबित भी किया गया। 26 अगस्त को डीएसओ की मिली भगत से कोटे को बहाल कर दिया गया। ग्रामीणों ने डीएम से कोटा निरस्त कर उचित कार्रवाई किए जाने की मांग की। प्रदर्शन करने वालों में भाकियू जिलाध्यक्ष कृष्णचंद चौधरी, राधेश्याम, महेश कुमार, जयंत्री प्रसाद, अशोक कुुमार, दुर्गेश कुमार, राम कुमार, शिवचरन, दयाशंकर, राम शिवमूरत, शांती देवी, रीता देवी, कैलाशी देवी, रामतेज, धर्मेंद्र कुमार, बलवंत, चंद्रभान, घनपत, गणपत, रामबेलास समेत अन्य मौजूद रहे।
विज्ञापन

Trending Videos
ग्राम प्रधान रामसागर चौधरी के नेतृत्व में पहुंचे ग्रामीणों ने कहा कि उचित दर विक्रेता की मनमानी से गांव के लोग काफी परेशान है। कोटेदार दो या तीन माह पर मात्र एक माह का राशन वितरण कर बाकी राशन सामग्री जबरन राशन कार्ड पर अंकित कर देता है तथा तौल में कम देता है। इसकी शिकायत थाना और तहसील दिवस पर भी दिया गया। तहसील दिवस पर मामला संज्ञान में लिया गया जब जांच के लए 24 जुलाई को अधिकारी आए तो कोटेदार जांच में बाधा डालने के लिए बवाल कर दिया। पुलिस ने पहुंच कर मामले को शांत कराया था। जांच में अनियमितता पाई गई थी और 25 जुलाई को कोटा निलंबित भी किया गया। 26 अगस्त को डीएसओ की मिली भगत से कोटे को बहाल कर दिया गया। ग्रामीणों ने डीएम से कोटा निरस्त कर उचित कार्रवाई किए जाने की मांग की। प्रदर्शन करने वालों में भाकियू जिलाध्यक्ष कृष्णचंद चौधरी, राधेश्याम, महेश कुमार, जयंत्री प्रसाद, अशोक कुुमार, दुर्गेश कुमार, राम कुमार, शिवचरन, दयाशंकर, राम शिवमूरत, शांती देवी, रीता देवी, कैलाशी देवी, रामतेज, धर्मेंद्र कुमार, बलवंत, चंद्रभान, घनपत, गणपत, रामबेलास समेत अन्य मौजूद रहे।
विज्ञापन
विज्ञापन