धर्मांतरण मामला: शाहजहांपुर में आरोपियों की निकलवाई सीडीआर, फंडिंग का पता लगाने को मांगी बैंक अकाउंट डिटेल
रोजा की कैलाशनगर कॉलोनी स्थित मकान में प्रार्थना सभा के लिए लोग जुटाए गए थे। आरोप है कि प्रार्थना सभा में लोगों को धर्मांतरण के लिए प्रलोभन दिया गया। शिकायत मिलने पर पुलिस ने दंपती समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया। आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच तेज कर दी।
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शाहजहांपुर के रोजा की कैलाशनगर कॉलोनी स्थित मकान में धर्मांतरण के आरोप में दंपती समेत पांच लोगों पर दर्ज रिपोर्ट में पुलिस ने अपनी जांच तेज कर दी है। पुलिस ने आरोपियों की सीडीआर निकलवाई है। फंडिंग का पता लगाने के लिए बैंक अकाउंट डिटेल मांगी गई है। साथ ही वीडियो के आधार पर सभा में शामिल होने वालों की पहचान की जा रही है।
रविवार की शाम विश्व हिंदू परिषद के विभाग मंत्री अशनील सिंह ने पदाधिकारियों के साथ चंगाई सभा में पहुंचकर धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए विरोध जताया था। इसके बाद रोजा थाने पहुंच प्राथमिकी दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि रविवार दोपहर करीब एक बजे मोहम्मदी रोड पर रोजा की कैलाशनगर कॉलोनी में भीड़ देख वहां पहुंचे। कॉलोनी में रामादेवी के मकान में करीब 200 लोग हिंदू धर्म के देवताओं का अपमान कर रहे थे। विरोध करने पर ऐंजल, विवेक, विपिन, मोनू व रामादेवी ने गालियां दीं और मारपीट पर आमादा हो गए। जान से मारने की धमकी देने लगे। सूचना पर पहुंची पुलिस को देखते ही करीब 150 महिलाएं चलीं गईं।
प्रार्थना सभा में मिले रमेश व लखन ने उन्हें बताया था कि उन्हें धर्म बदलने पर रुपये देने व विवाह करवाने की बात कही गई थी। पुलिस ने मौके से आरोपी विवेक, उनकी पत्नी ऐंजल, विपिन, मोनू को गिरफ्तार कर कार्रवाई की। सोमवार को इंस्पेक्टर राजीव कुमार पुलिस टीम के साथ कॉलोनी पहुंचे और आसपास के लोगों से प्रार्थना सभा के बारे में जानकारी जुटाई। पता चला कि कॉलोनी में यह सभा काफी समय से चल रही है। एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। अभी कोई संदिग्ध नहीं मिला है।
दंपती पर आरसी मिशन थाने में भी दर्ज है रिपोर्ट
जुलाई माह में आरसी मिशन थाने में विवेक व उनकी पत्नी ऐंजल के खिलाफ धर्मांतरण के आरोप में रिपोर्ट दर्ज की गई थी। जांच में पता चला था कि दंपती प्रार्थना सभा के जरिये भाेले-भाले, गरीब लोगों को प्रलोभन देकर धर्मांतरण के लिए प्रेरित करते थे। पुलिस ने दोनों लोगों पर कार्रवाई भी की थी। आरोप पत्रों को न्यायालय में भी पेश किया गया था।
छापे से पहले ही लग जाती है भनक
विश्व हिंदू परिषद के विभाग मंत्री अश्नील सिंह ने बताया कि सन 2021 में रामादेवी के घर पुलिस संग पहुंचे थे। प्रार्थना की अनुमति दिखाने पर पुलिस लौट आई थी। उन्होंने बताया कि भावलखेड़ा, पड़रा सिकंदरपुर व तहबरगंज में भी प्रार्थना सभाएं चलती हैं। पहुंचने से पहले ही उन्हें भनक लग जाती है। कई बार गए, लेकिन कोई नहीं मिला। बताते हैं कि रामादेवी ने अपनी बेटी एजेंल की शादी आरसी मिशन के मोहल्ला रेती के विवेक से करा दी। इसके बाद से दोनों प्रार्थना सभाएं कर लोगों को धर्मांतरण के लिए प्रेरित करने लगे थे।
