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Shravasti News: ठोकर का निर्माण शुरू
संवाद न्यूज एजेंसी, श्रावस्ती
Updated Sun, 14 Sep 2025 01:50 AM IST
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घाटेपुरवा के निकट कटान रोकने के लिए ठोकर बनाते कर्मी। - संवाद
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श्रावस्ती। ग्राम पंचायत कथरामाफी के मजरा घाटेपुरवा व सलारूपुरवा में कटान रोकने के लिए ठोकर का निर्माण शुरू हो गया है। इससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। गौरतलब है कि ग्रामीणों के दर्द व लगातार जारी कटान को अमर उजाला में अभियान चलाकर प्रमुखता से प्रकाशित किया गया, जिसके बाद जिम्मेदारों ने कटान रोधी काम शुरू करवाया है।
घाटेपुरवा व सलारूपुरवा में राप्ती की लहरें लहलहाती फसलों सहित खेतों को काट कर रही हैं। राप्ती ने अब तक दोनों मजरों में लगभग 260 बीघा से अधिक खेत व बाग को काट दिया है, इससे पूरे गांव में दहशत का माहौल बना है।
ग्रामीण लगातार तहसील प्रशासन से खेतों व गांव के अस्तित्व को बचाने के लिए ठोकर के निर्माण की मांग कर रहे थे। ग्रामीणों की मांग पर शुक्रवार से ठोकर का निर्माण शुरू कर दिया गया। घाटेपुरवा निवासी राम सुहावन वर्मा ने बताया कि उनका 18 बीघा खेत राप्ती में समा चुका है, ऐसे में ठोकर बनने से कुछ खेत कटान से बच जाएगा।
रामेश्वर का दो बीघा खेत, कमला प्रसाद का 10 बीघा व मनीष वर्मा का 10 बीघा खेत कट चुका है। सभी ग्रामीणों ने तहसील प्रशासन से सर्वे करवाकर नुकसान का मुआवजा दिलाए जाने की भी मांग की है।

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घाटेपुरवा व सलारूपुरवा में राप्ती की लहरें लहलहाती फसलों सहित खेतों को काट कर रही हैं। राप्ती ने अब तक दोनों मजरों में लगभग 260 बीघा से अधिक खेत व बाग को काट दिया है, इससे पूरे गांव में दहशत का माहौल बना है।
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ग्रामीण लगातार तहसील प्रशासन से खेतों व गांव के अस्तित्व को बचाने के लिए ठोकर के निर्माण की मांग कर रहे थे। ग्रामीणों की मांग पर शुक्रवार से ठोकर का निर्माण शुरू कर दिया गया। घाटेपुरवा निवासी राम सुहावन वर्मा ने बताया कि उनका 18 बीघा खेत राप्ती में समा चुका है, ऐसे में ठोकर बनने से कुछ खेत कटान से बच जाएगा।
रामेश्वर का दो बीघा खेत, कमला प्रसाद का 10 बीघा व मनीष वर्मा का 10 बीघा खेत कट चुका है। सभी ग्रामीणों ने तहसील प्रशासन से सर्वे करवाकर नुकसान का मुआवजा दिलाए जाने की भी मांग की है।