{"_id":"67f95e797af8e9068d09965e","slug":"allegation-of-fraud-in-the-name-of-job-in-siddharth-university-siddharthnagar-news-c-227-1-sgkp1034-135677-2025-04-11","type":"story","status":"publish","title_hn":"Siddharthnagar News: सिद्धार्थ विश्वविद्यालय में नौकरी के नाम पर ठगी का आरोप","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Siddharthnagar News: सिद्धार्थ विश्वविद्यालय में नौकरी के नाम पर ठगी का आरोप
विज्ञापन
विज्ञापन
: पीड़ित महिला ने उसके मृत पति से लगाया ठगी का आरोप
संवाद न्यूज एजेंसी
कपिलवस्तु। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का आरोप लग रहा है। मोहाना थाना क्षेत्र के बर्डपुर नंबर-10 के टोला सेमरी निवासी लक्ष्मी पत्नी परमजीत ने विश्वविद्यालय के कुलसचिव व कुलपति को शिकायती पत्र दिया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि 11 दिसंबर 2024 को विश्वविद्यालय के एक बस संचालक व कंडक्टर ने मेरे पति को विश्वविद्यालय में स्थायी नौकरी दिलाने के नाम पर 80 हजार रुपये की मांग की। पीड़िता का आरोप है कि उसके पति से विपक्षियों ने इस धनराशि को विभाग के उच्चाधिकारी को देने की बात बताई थी, जिससे उसकी नौकरी स्थायी हो जाएगी और 32 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन मिलेगा। इस पर उसके पति ने दो बार में 60 हजार रुपये दे दिए। उनसे विश्वविद्यालय की पिकअप चलवाने लगे और उसे माह में 11505 रुपये मिले। इसका विरोध करने पर उसे कहा गया कि बाकी के रुपये दोगे तभी स्थायी होने के बाद पूरा वेतन मिलने लगेगा। इससे पीड़ित सदमे में आ गया।
20 फरवरी 25 को फिर फोन आया कि 20 हजार बकाया दे दो नहीं तो नौकरी से निकाल दिए जाओगे, जिससे उसके पति परमजीत की 21 फरवरी को दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई। पीड़िता ने न्याय की गुहार लगाई है।
-- -- -- -- --
कुछ लोग विश्वविद्यालय की छवि को धूमिल कर रहे हैं। इसके संबंध में जानकारी मिली है। इस मामले से विश्वविद्यालय का कोई संबंध नहीं है, लेकिन अगर किसी तरह की सत्यता पाई जाएगी, तो संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई कराई जाएगी।
-प्रो. कविता शाह, कुलपति, सिद्धार्थ विश्वविद्यालय
Trending Videos
संवाद न्यूज एजेंसी
कपिलवस्तु। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का आरोप लग रहा है। मोहाना थाना क्षेत्र के बर्डपुर नंबर-10 के टोला सेमरी निवासी लक्ष्मी पत्नी परमजीत ने विश्वविद्यालय के कुलसचिव व कुलपति को शिकायती पत्र दिया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि 11 दिसंबर 2024 को विश्वविद्यालय के एक बस संचालक व कंडक्टर ने मेरे पति को विश्वविद्यालय में स्थायी नौकरी दिलाने के नाम पर 80 हजार रुपये की मांग की। पीड़िता का आरोप है कि उसके पति से विपक्षियों ने इस धनराशि को विभाग के उच्चाधिकारी को देने की बात बताई थी, जिससे उसकी नौकरी स्थायी हो जाएगी और 32 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन मिलेगा। इस पर उसके पति ने दो बार में 60 हजार रुपये दे दिए। उनसे विश्वविद्यालय की पिकअप चलवाने लगे और उसे माह में 11505 रुपये मिले। इसका विरोध करने पर उसे कहा गया कि बाकी के रुपये दोगे तभी स्थायी होने के बाद पूरा वेतन मिलने लगेगा। इससे पीड़ित सदमे में आ गया।
विज्ञापन
विज्ञापन
20 फरवरी 25 को फिर फोन आया कि 20 हजार बकाया दे दो नहीं तो नौकरी से निकाल दिए जाओगे, जिससे उसके पति परमजीत की 21 फरवरी को दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई। पीड़िता ने न्याय की गुहार लगाई है।
कुछ लोग विश्वविद्यालय की छवि को धूमिल कर रहे हैं। इसके संबंध में जानकारी मिली है। इस मामले से विश्वविद्यालय का कोई संबंध नहीं है, लेकिन अगर किसी तरह की सत्यता पाई जाएगी, तो संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई कराई जाएगी।
-प्रो. कविता शाह, कुलपति, सिद्धार्थ विश्वविद्यालय