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Siddharthnagar News: खांसी-बुखार के साथ पेट के मरीजों की लंबी हुई कतार
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प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बिस्कोहर में मरीजों की जांच करते डा. एससी शर्मा। संवाद

संवाद न्यूज एजेंसी
भनवापुर। ब्लाॅक क्षेत्र की पीएचसी तरहर, बिजौरा व सोहना में रविवार को जन आरोग्य स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य मेला में 81 मरीजों का इलाज कर निशुल्क दवाओं का वितरण किया गया।
वर्तमान में खराश, खांसी इसके साथ गैस्ट्राइटिस, एसिडिटी, पेट दर्द, फंगस संक्रमण तथा जोड़ों में दर्द आदि के मरीजों की संख्या बढ़ी है। पीएचसी तरहर में डॉ. हनुमंत लाल मिश्रा ने 25 मरीजों का जांच कर जरूरी दवाएं दी उपलब्ध कराई। पीएचसी बिजौरा में डॉ. इर्शदेव आर्या ने मेले में 21 मरीजों व पीएचसी सोहना में डॉक्टर सबीहा मलिक ने 35 मरीजों का इलाज करके निशुल्क दवाई दी। अधीक्षक डॉ. शैलेंद्र मणि ओझा ने कहा कि खांसी को गंभीरता से लेते हुए चिकित्सा इलाज और परामर्श बहुत जरूरी है। क्योंकि खांसी कई बीमारियों का प्रारंभिक लक्षण होता है जैसे क्षय रोग, अस्थमा, फ्लू, निमोनिया, ब्रोंकाइटिस आदि समय रहते खांसी का इलाज न करवाने से जान भी जा सकती है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में लू से शरीर में निर्जलीकरण हो सकता है इसलिए दोपहर में बाहर निकलने से बचें तथा संतरे, तरबूज, खरबूज, खीरा, ककड़ी, नींबू के साथ-साथ शुद्ध पेयजल व संतुलित भोजन का उपयोग बहुत जरूरी है। इस दौरान मनोज मिश्र, अंबूज श्रीवास्तव, पीएन त्रिपाठी, कौस्तुभ त्रिपाठी, अश्वनी अग्रहरी, प्रिंस पांडेय, अमित तिवारी, रवींद्र कुमार उपस्थित रहे।
जन आरोग्य मेले में 106 मरीजों का हुआ इलाज : बिस्कोहर। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिस्कोहर में रविवार को जन आरोग्य स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया गया। दोपहर दो बजे तक मेले में कुल 106 मरीजों का इलाज किया गया। आयोजित मेले में इलाज कर रहे डाॅ. एससी शर्मा ने बताया कि वर्तमान में जोड़ों के दर्द, सर्दी-जुकाम, बुखार व पेट संबंधित रोग के रोगी आ रहे हैं, जिनका उपचार किया जा रहा है। आवश्यक एंटीबायोटिक, बुखार और डायरिया व अन्य सीजनल बीमारियों की दवा उपलब्ध है। जिन रोगियों की स्थिति गंभीर होती हैं, उन्हें सीएचसी सिरसिया भेजा जाता है। रविवार को मेले में 42 पुरुष, 49 महिलाओं और 15 बच्चों का इलाज किया गया है।
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भनवापुर। ब्लाॅक क्षेत्र की पीएचसी तरहर, बिजौरा व सोहना में रविवार को जन आरोग्य स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य मेला में 81 मरीजों का इलाज कर निशुल्क दवाओं का वितरण किया गया।
वर्तमान में खराश, खांसी इसके साथ गैस्ट्राइटिस, एसिडिटी, पेट दर्द, फंगस संक्रमण तथा जोड़ों में दर्द आदि के मरीजों की संख्या बढ़ी है। पीएचसी तरहर में डॉ. हनुमंत लाल मिश्रा ने 25 मरीजों का जांच कर जरूरी दवाएं दी उपलब्ध कराई। पीएचसी बिजौरा में डॉ. इर्शदेव आर्या ने मेले में 21 मरीजों व पीएचसी सोहना में डॉक्टर सबीहा मलिक ने 35 मरीजों का इलाज करके निशुल्क दवाई दी। अधीक्षक डॉ. शैलेंद्र मणि ओझा ने कहा कि खांसी को गंभीरता से लेते हुए चिकित्सा इलाज और परामर्श बहुत जरूरी है। क्योंकि खांसी कई बीमारियों का प्रारंभिक लक्षण होता है जैसे क्षय रोग, अस्थमा, फ्लू, निमोनिया, ब्रोंकाइटिस आदि समय रहते खांसी का इलाज न करवाने से जान भी जा सकती है।
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उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में लू से शरीर में निर्जलीकरण हो सकता है इसलिए दोपहर में बाहर निकलने से बचें तथा संतरे, तरबूज, खरबूज, खीरा, ककड़ी, नींबू के साथ-साथ शुद्ध पेयजल व संतुलित भोजन का उपयोग बहुत जरूरी है। इस दौरान मनोज मिश्र, अंबूज श्रीवास्तव, पीएन त्रिपाठी, कौस्तुभ त्रिपाठी, अश्वनी अग्रहरी, प्रिंस पांडेय, अमित तिवारी, रवींद्र कुमार उपस्थित रहे।
जन आरोग्य मेले में 106 मरीजों का हुआ इलाज : बिस्कोहर। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिस्कोहर में रविवार को जन आरोग्य स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया गया। दोपहर दो बजे तक मेले में कुल 106 मरीजों का इलाज किया गया। आयोजित मेले में इलाज कर रहे डाॅ. एससी शर्मा ने बताया कि वर्तमान में जोड़ों के दर्द, सर्दी-जुकाम, बुखार व पेट संबंधित रोग के रोगी आ रहे हैं, जिनका उपचार किया जा रहा है। आवश्यक एंटीबायोटिक, बुखार और डायरिया व अन्य सीजनल बीमारियों की दवा उपलब्ध है। जिन रोगियों की स्थिति गंभीर होती हैं, उन्हें सीएचसी सिरसिया भेजा जाता है। रविवार को मेले में 42 पुरुष, 49 महिलाओं और 15 बच्चों का इलाज किया गया है।