{"_id":"69519206cf1cb24d030afb8a","slug":"money-was-collected-by-luring-people-with-the-promise-of-huge-profits-an-fir-has-been-filed-against-nine-people-including-the-cmd-sonbhadra-news-c-194-1-son1002-139600-2025-12-29","type":"story","status":"publish","title_hn":"Sonebhadra News: मोटे मुनाफे का झांसा देकर जमा कराई रकम, सीएमडी समेत नाै पर प्राथमिकी","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Sonebhadra News: मोटे मुनाफे का झांसा देकर जमा कराई रकम, सीएमडी समेत नाै पर प्राथमिकी
विज्ञापन
विज्ञापन
लोन अर्बन मल्टी-स्टेट क्रेडिट थ्रिफ्ट को-ऑपरेटिव सोसाइटी (एलयूसीसी कंपनी) पर करोड़ों रुपये की ठगी का आरोप लगा है। घोरावल थाना क्षेत्र से जुड़े एजेंटों और निवेशकों के की ओर से दिए गए प्रार्थना पत्र पर अदालत के आदेश के बाद पुलिस ने सोसाइटी के चेयरमैन, सीएमडी समीर अग्रवाल, उनकी पत्नी सानिया अग्रवाल, कंपनी के अध्यक्ष अभय राय, फंड मैनेजर आरके शेट्टी, संजय मुदगल सहित नाै अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पीड़ितों का आरोप है कि आकर्षक योजनाओं और मोटे मुनाफे का झांसा देकर उनसे और आम निवेशकों से भारी रकम निवेश कराई गई, लेकिन अब भुगतान बंद कर दिया गया है।
शक्तिनगर के बीना परियोजना निवासी राजकुमार का कहना है कि वर्ष 2016-17 में एक सेमिनार के दौरान एलयूसीसी सोसाइटी के पदाधिकारियों ने उन्हें निवेश पर चार-पांच वर्षों में रकम दोगुनी करने की गारंटी दी।
साथ ही एजेंट बनने पर अतिरिक्त कमीशन और सुविधाएं देने का भराेसा दिया गया। भरोसे में आकर उसने और अन्य लोगों ने न सिर्फ खुद पैसा लगाया, बल्कि सैकड़ों एजेंट और हजारों ग्राहकों को भी सोसाइटी से जोड़ा। आरोप है कि सोसाइटी की ओर से आरडी, एफडी, एमआईएस, पेंशन प्लान और सेविंग अकाउंट के नाम पर निवेश कराया गया।
शुरुआत में भुगतान होता रहा, जिससे लोगों का भरोसा बढ़ता गया। लेकिन फरवरी 2024 के बाद जैसे ही कई निवेशकों की अवधि पूरी हुई, भुगतान रोक दिया गया। सोसाइटी के अधिकारियों ने पहले चुनाव का हवाला देकर टालमटोल की, फिर फोन उठाना बंद कर दिया।
संपर्क होने पर गाली-गलौज और धमकी देने का भी आरोप है। थाने और पुलिस अधीक्षक को शिकायत देने के बावजूद कार्रवाई न होने पर पीड़ितों ने न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया। घोरावल कोतवाल विनोद यादव ने बताया कि अदालत के आदेश के बाद तहरीर के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। मामले की छानबीन की जा रही है।
Trending Videos
शक्तिनगर के बीना परियोजना निवासी राजकुमार का कहना है कि वर्ष 2016-17 में एक सेमिनार के दौरान एलयूसीसी सोसाइटी के पदाधिकारियों ने उन्हें निवेश पर चार-पांच वर्षों में रकम दोगुनी करने की गारंटी दी।
विज्ञापन
विज्ञापन
साथ ही एजेंट बनने पर अतिरिक्त कमीशन और सुविधाएं देने का भराेसा दिया गया। भरोसे में आकर उसने और अन्य लोगों ने न सिर्फ खुद पैसा लगाया, बल्कि सैकड़ों एजेंट और हजारों ग्राहकों को भी सोसाइटी से जोड़ा। आरोप है कि सोसाइटी की ओर से आरडी, एफडी, एमआईएस, पेंशन प्लान और सेविंग अकाउंट के नाम पर निवेश कराया गया।
शुरुआत में भुगतान होता रहा, जिससे लोगों का भरोसा बढ़ता गया। लेकिन फरवरी 2024 के बाद जैसे ही कई निवेशकों की अवधि पूरी हुई, भुगतान रोक दिया गया। सोसाइटी के अधिकारियों ने पहले चुनाव का हवाला देकर टालमटोल की, फिर फोन उठाना बंद कर दिया।
संपर्क होने पर गाली-गलौज और धमकी देने का भी आरोप है। थाने और पुलिस अधीक्षक को शिकायत देने के बावजूद कार्रवाई न होने पर पीड़ितों ने न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया। घोरावल कोतवाल विनोद यादव ने बताया कि अदालत के आदेश के बाद तहरीर के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। मामले की छानबीन की जा रही है।
