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वाराणसी में एक्सपो का समापन: बिना मुहूर्त नहीं चलता कोई कारोबार, लक्ष्मी और सरस्वती का अनूठा संगम
अमर उजाला नेटवर्क, वाराणसी।
Published by: प्रगति चंद
Updated Sat, 20 Dec 2025 04:45 PM IST
सार
Varanasi News: वाराणसी में दो दिवसीय इंटरनेशनल टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी एक्सपो का समापन हुआ। इस दौरान व्यापार, उद्योग, पर्यटन और रोजगार को पंख लगे। वहीं विदेशी निवेश पर सहमति बनी। इस जौरान काशी के प्रसिद्ध ज्योतिषी एवं विद्वानों ने 840 योग विद्याओं पर चर्चा की।
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इंटरनेशनल टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी एक्सपो में शामिल विद्वान
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के ओर से आयोजित इंटरनेशनल टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी एक्सपो को शुक्रवार को समापन हुआ। दो दिवसीय एक्सपो के जरिए पर्यटन, उद्योग, व्यापार एवं निवेश को नई ऊंचाइयां मिली। साथ ही नए उद्योगों का रास्ता साफ हुआ।
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एक्सपो का समापन ज्योतिष सम्मेलन के साथ हुआ। जिसमें काशी के प्रसिद्ध ज्योतिषी एवं विद्वानों ने ज्योतिष विज्ञान, कालचक्र, कुंडली, कर्म एवं भाग्य समेत 840 योग विद्याओं पर चर्चा की। ज्योतिषियों ने व्यापार जगत में ज्योतिष के महत्व को बताया। इससे पहले 6 देशों के राजनयिकों ने ''क्रॉस-बॉर्डर सिनर्जी: अंतरराष्ट्रीय निवेश एवं संयुक्त उपक्रमों की संभावनाएं'' विषय पर आधारित सेमिनार में पर्यटन, निवेश, आयात और निर्यात को लेकर अपने विचार रखे। इस सेमिनार का सह-आयोजक इंवेस्ट यूपी रहा। सेमिनार में जापान, गुयाना, दक्षिण अफ्रीका एवं बुर्किना फासो से आए विदेशी प्रतिनिधिमंडल ने यूपी के साथ व्यापार को बढ़ावा देने की बात कही।
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विदेशी अतिथियों का स्वागत करते हुए आईआईए के वरिष्ठ उपाध्यक्ष आलोक अग्रवाल ने कहा कि यह सेमिनार और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों की उपस्थिति भारत और संबंधित देशों के बीच मित्रता, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और पर्यटन सहयोग के बढ़ते संबंधों का प्रतीक है।
बौद्ध संस्कृति से भारत और जापान के रिश्ते हुए मजबूत
जापान के इकोनॉमिक काउंसलर जिरो कोडेरा ने कहा कि जापान में बौद्ध संस्कृति की प्रेरणा वाराणसी के सारनाथ से मिली है। उन्होंने ऊर्जा, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और पर्यटन के क्षेत्रों में भारत-जापान व्यापार एवं निवेश सहयोग पर जोर दिया। कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत से जापान आने वाले पर्यटकों की संख्या में जबरदस्त वृद्धि हुई है। जापान में भारतीय भोजन एवं मसालों की व्यापक लोकप्रियता है।
भारत के ईको-टूरिज्म में निवेश करेगा गुयाना
गुयाना के उच्चायुक्त महामहिम धरम कुमार सीराज ने भारत और गुयाना के ऐतिहासिक संबंधों पर प्रकाश डालते हुए खाद्य सुरक्षा, जलवायु संरक्षण और ऊर्जा सुरक्षा पर गुयाना सरकार के प्रयासों को बताया। उन्होंने ऊर्जा, डिजिटल हेल्थ, तकनीकी उन्नयन, स्वास्थ्य, पर्यटन, पावर सेक्टर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं ईको-टूरिज्म में निवेश के बारे में बताया। दक्षिण अफ्रीका के फर्स्ट सेक्रेटरी महामहिम खातुत्शेलो थगवाना दक्षिण अफ्रीका ने भारत और अफ्रीका के बीच व्यापार एवं निवेश सहयोग को और मजबूत करने पर जोर दिया।
भारत के ईको-टूरिज्म में निवेश करेगा गुयाना
गुयाना के उच्चायुक्त महामहिम धरम कुमार सीराज ने भारत और गुयाना के ऐतिहासिक संबंधों पर प्रकाश डालते हुए खाद्य सुरक्षा, जलवायु संरक्षण और ऊर्जा सुरक्षा पर गुयाना सरकार के प्रयासों को बताया। उन्होंने ऊर्जा, डिजिटल हेल्थ, तकनीकी उन्नयन, स्वास्थ्य, पर्यटन, पावर सेक्टर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं ईको-टूरिज्म में निवेश के बारे में बताया। दक्षिण अफ्रीका के फर्स्ट सेक्रेटरी महामहिम खातुत्शेलो थगवाना दक्षिण अफ्रीका ने भारत और अफ्रीका के बीच व्यापार एवं निवेश सहयोग को और मजबूत करने पर जोर दिया।
यूपी में बढ़ेंगे निवेश के अवसर : दिनेश गोयल
बुर्किना फासो के मिनिस्टर काउंसलर क्रिश्चियन डिडलियर यिओडुआ जिंगुए क्वाटारा ने अफ्रीकी महाद्वीप एवं वाराणसी में पर्यटन की अपार संभावनाओं को बताया। आईआईए के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश गोयल ने कहा कि यह एक्सपो सार्थक साझेदारियों को प्रोत्साहित करेगा। साथ ही नए निवेश के अवसर बढ़ेंगे तथा दीर्घकालिक सहयोग को मजबूती देगा। आईआईए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज सिंघल ने आईआईए और सहभागी देशों के बीच एमओयू का प्रस्ताव रखा, जिससे बीटूबी बैठकों, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, संयुक्त उपक्रमों और बाजार अवसरों को बढ़ावा मिल सके।
सेमिनार में आईआईए के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आर. के. चौधरी, महासचिव दीपक कुमार बजाज, उपाध्यक्ष राजीव बंसल समेत कई उद्यमी उपस्थित रहे। संचालन अनिल के. जादोजिया द्वारा किया गया। आईआईए के राष्ट्रीय सचिव अनुपम देवा ने सभी अतिथियों, अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों और सहयोगी संस्थाओं का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
व्यापार और ज्योतिष एक दूसरे के पूरक : बिहारी लाल शर्मा
बीएचयू के ज्योतिषाचार्य प्रो. चंद्रमौली उपाध्याय ने कहा कि आजकल लोग बिना ज्याेतिष के कोई काम नहीं करते हैं। मुहुर्त से लेकर कई तरह के कामों के लिए लोग ज्योतिषी के पास आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि समाज में ऑटिज्म महामारी की तरह फैल रहा है। कई शिकायतें आती हैं कि बच्चा 5 वर्ष का हो गया, बोल नहीं पाता है। बच्चों के प्रति माता-पिता को काफी डर हाे रहा है। हालांकि ज्योतिष की अपनी समस्याएं हैं। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा ने कहा कि व्यापार बसते लक्ष्मी, शिक्षा बसते सरस्वती। दोनों ही एक दूसरे के पूरक हैं। उन्होंने कहा कि व्यापार और उद्योगों में लाभ हो लेकिन उसके साथ ही उसका विस्तार सांस्कृतिक नजरिए से हो। इस दौरान काशी के कई ज्योतिषाचार्य मौजूद रहे।
सेमिनार में आईआईए के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आर. के. चौधरी, महासचिव दीपक कुमार बजाज, उपाध्यक्ष राजीव बंसल समेत कई उद्यमी उपस्थित रहे। संचालन अनिल के. जादोजिया द्वारा किया गया। आईआईए के राष्ट्रीय सचिव अनुपम देवा ने सभी अतिथियों, अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों और सहयोगी संस्थाओं का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
व्यापार और ज्योतिष एक दूसरे के पूरक : बिहारी लाल शर्मा
बीएचयू के ज्योतिषाचार्य प्रो. चंद्रमौली उपाध्याय ने कहा कि आजकल लोग बिना ज्याेतिष के कोई काम नहीं करते हैं। मुहुर्त से लेकर कई तरह के कामों के लिए लोग ज्योतिषी के पास आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि समाज में ऑटिज्म महामारी की तरह फैल रहा है। कई शिकायतें आती हैं कि बच्चा 5 वर्ष का हो गया, बोल नहीं पाता है। बच्चों के प्रति माता-पिता को काफी डर हाे रहा है। हालांकि ज्योतिष की अपनी समस्याएं हैं। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा ने कहा कि व्यापार बसते लक्ष्मी, शिक्षा बसते सरस्वती। दोनों ही एक दूसरे के पूरक हैं। उन्होंने कहा कि व्यापार और उद्योगों में लाभ हो लेकिन उसके साथ ही उसका विस्तार सांस्कृतिक नजरिए से हो। इस दौरान काशी के कई ज्योतिषाचार्य मौजूद रहे।
