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MSME for Bharat: 'पहले मैंने चावल की मिल खोली थी, आज उद्योग का मंत्री हूं'; एमएसएमई मंथन में बोले- मंत्री नंदी
अमर उजाला नेटवर्क, वाराणसी।
Published by: प्रगति चंद
Updated Fri, 19 Sep 2025 07:20 AM IST
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सार
MSME for Bharat: एमएसएमई मंथन में मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि दुनिया भर में मार- काट मची है तो यूपी इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन बना है। कहा पूरे देश के कुल एक्सप्रेस वे का 37 फीसदी से ज्यादा यूपी में है, यहां चार लाख किमी सड़क और 16 हजार किमी रेल नेटवर्क है।

MSME for Bharat
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
अमर उजाला की ओर से बीएचयू के मालवीय मूल्य अनुशीलन केंद्र में आयोजित एमएसएमई मंथन में मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा, मैंने सबसे पहले चावल की मिल लगाई थी। धीरे-धीरे सफर बढ़ा और आज उद्योग का मंत्री हूं। हर एक शुरुआत छोटे से ही होती है। युवा अधिक से अधिक इंडस्ट्री लगाने का प्रयास करें।

मंत्री ने उद्यमियों से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लक्ष्य है कि भारत दुनिया की तीन बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक हो। यूपी की अर्थव्यवस्था एक ट्रिलियन डॉलर होगी। आज जब दुनिया भर में मारकाट मची है तो भारत और खासकर उत्तर प्रदेश इंडस्ट्री और इन्वेस्टमेंट के लिए सबसे अच्छा डेस्टिनेशन बनकर उभरा है।
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25 करोड़ की आबादी यूपी की है। यहां पर सबसे बड़ा खपत का बाजार है। 1134 किमी नदियों का किनारा है। यहां पानी भी है और उपजाऊ जमीन भी। धान का कटोरा भी यहीं है। उत्पादकता में भी यूपी आगे है। 4 लाख किमी सड़क का नेटवर्क और 16 हजार किमी रेल नेटवर्क है। ऐसे में उद्यम और उद्योग की यहां अनगिनत संभावनाएं हैं।

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- फोटो : अमर उजाला
उद्यमी समाधान दिवस आयोजित कर समस्याएं सुलझाई जाएं
मंत्री नंदी ने कहा कि ऐसा नहीं है कि आईएएस या मंत्री के पास ही सारी जानकारी हो। हम आप मिलकर भी जानकारियों को साझा कर सकते हैं। यूपीसीडा के सभी आरएम कार्यालय पर उद्यमी समाधान दिवस का आयोजन किया जाए। सभी स्टेक होल्डर्स और नए उद्यमियों को बुलाकर बैठक की जाए। उनकी समस्याओं का समाधान किया जाए। इससे पूरे प्रदेश को एक साथ लाभ होगा। अलीगढ़, कानपुर, अयोध्या, नोएडा समेत कई जगहों पर बैठक की गई। समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर खत्म किया गया। ऐसे स्टेक होल्डरों की बैठकों में ही कई समस्याएं सामने आती हैं और समाधान से रास्ते तलाशे जाते हैं।
इसे भी पढ़ें; MSME for Bharat: ऐतिहासिक है एमएसएमई के लिए की गई पहल, काशी के उद्यमियों ने विकास और चुनौतियों पर की चर्चा
एयर कनेक्टिविटी में यूपी भारत में नंबर एक
पहले यूपी में सिर्फ बनारस और लखनऊ एयरपोर्ट थे। लेकिन, अब 16 घरेलू और पांच अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट हैं। एयर कनेक्टिविटी में हम भारत में नंबर एक पर हैं। इसमें अच्छा काम किया तो एक्सप्रेस-वे बनाने की जिम्मेदारी मिली। 16 जुलाई 2022 को बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया। इसके बाद पूरे देश के कुल एक्सप्रेस-वे का 37 फीसदी से ज्यादा यूपी में हो गया। 594 किमी मेरठ से प्रयागराज तक 6 लेन का एक्सप्रेस-वे लगभग बन चुका है। एक महीने में जब भी पीएम समय देंगे, इसका भी उद्घाटन हो जाएगा।
मंत्री नंदी ने कहा कि ऐसा नहीं है कि आईएएस या मंत्री के पास ही सारी जानकारी हो। हम आप मिलकर भी जानकारियों को साझा कर सकते हैं। यूपीसीडा के सभी आरएम कार्यालय पर उद्यमी समाधान दिवस का आयोजन किया जाए। सभी स्टेक होल्डर्स और नए उद्यमियों को बुलाकर बैठक की जाए। उनकी समस्याओं का समाधान किया जाए। इससे पूरे प्रदेश को एक साथ लाभ होगा। अलीगढ़, कानपुर, अयोध्या, नोएडा समेत कई जगहों पर बैठक की गई। समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर खत्म किया गया। ऐसे स्टेक होल्डरों की बैठकों में ही कई समस्याएं सामने आती हैं और समाधान से रास्ते तलाशे जाते हैं।
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एयर कनेक्टिविटी में यूपी भारत में नंबर एक
पहले यूपी में सिर्फ बनारस और लखनऊ एयरपोर्ट थे। लेकिन, अब 16 घरेलू और पांच अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट हैं। एयर कनेक्टिविटी में हम भारत में नंबर एक पर हैं। इसमें अच्छा काम किया तो एक्सप्रेस-वे बनाने की जिम्मेदारी मिली। 16 जुलाई 2022 को बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया। इसके बाद पूरे देश के कुल एक्सप्रेस-वे का 37 फीसदी से ज्यादा यूपी में हो गया। 594 किमी मेरठ से प्रयागराज तक 6 लेन का एक्सप्रेस-वे लगभग बन चुका है। एक महीने में जब भी पीएम समय देंगे, इसका भी उद्घाटन हो जाएगा।

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सिग्नेचर ऑफ उत्तर प्रदेश
एशिया का सबसे बड़ा जेवर एयरपोर्ट बनकर तैयार है। सिर्फ लाइसेंसिंग की औपचारिकता चल रही है। वाराणसी से हल्दिया तक वाटरवे अब प्रयागराज तक बढ़ाने की तैयारी चल रही है। वित्तमंत्री कहती हैं कि सिग्नेचर ऑफ उत्तर प्रदेश यानी कि यूपी में एक्सप्रेस-वे का जाल बिछा है। पिछले 8 वर्षों में जवाबदेही, पारदर्शिता ने सेक्टर को नई ऊंचाई और नए आयाम दिए हैं। इसके साथ ही पारंपरिक हुनर संरक्षित हुए हैं। कुटीर उद्योग समृद्ध हुए है। एमएसएमई हमारी नींव है। स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन मिलेगा तो निश्चित रूप से उद्योग क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और स्वावलंबन आएगा। आज भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हुआ है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस अभियान को तीव्र गति से आगे बढ़ाया है। पिछले 8 वर्षों में जवाबदेही, पारदर्शिता, समयबद्धता, अनुकूल नीति और स्टेक होल्डर्स के हितों की सुरक्षा ने एमएसएमई सेक्टर को नई ऊंचाई दी। साथ ही पारंपरिक हुनर भी संरक्षित किया गया है। स्थानीय कारीगरों और हस्तशिल्पियों को नई पहचान मिली है।
एशिया का सबसे बड़ा जेवर एयरपोर्ट बनकर तैयार है। सिर्फ लाइसेंसिंग की औपचारिकता चल रही है। वाराणसी से हल्दिया तक वाटरवे अब प्रयागराज तक बढ़ाने की तैयारी चल रही है। वित्तमंत्री कहती हैं कि सिग्नेचर ऑफ उत्तर प्रदेश यानी कि यूपी में एक्सप्रेस-वे का जाल बिछा है। पिछले 8 वर्षों में जवाबदेही, पारदर्शिता ने सेक्टर को नई ऊंचाई और नए आयाम दिए हैं। इसके साथ ही पारंपरिक हुनर संरक्षित हुए हैं। कुटीर उद्योग समृद्ध हुए है। एमएसएमई हमारी नींव है। स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन मिलेगा तो निश्चित रूप से उद्योग क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और स्वावलंबन आएगा। आज भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हुआ है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस अभियान को तीव्र गति से आगे बढ़ाया है। पिछले 8 वर्षों में जवाबदेही, पारदर्शिता, समयबद्धता, अनुकूल नीति और स्टेक होल्डर्स के हितों की सुरक्षा ने एमएसएमई सेक्टर को नई ऊंचाई दी। साथ ही पारंपरिक हुनर भी संरक्षित किया गया है। स्थानीय कारीगरों और हस्तशिल्पियों को नई पहचान मिली है।

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- फोटो : अमर उजाला
एक ही छत के नीचे होगा बनारस से बुलंदशहर
डबल इंजन की हमारी सरकार ने स्थानीय उत्पादों की मेन्युफैक्चरिंग को ही बढ़ावा देते हुए व्यापक वैश्विक बाजार भी उपलब्ध कराया है। इसी प्रतिबद्धता के साथ उत्तर प्रदेश हर साल इंटरनेशनल ट्रेड शो का आयोजन कर रहा है। एक ही छत के नीचे बनारस से लेकर बुलंदशहर तक और बरेली से लेकर बलरामपुर तक के उत्पाद ग्लोबल ट्रेड के लिए उपलब्ध होते हैं। दुनिया भर के खरीदार बीटूबी और बीटूसी मीटिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश के उद्यमियों से संवाद कर रहे हैं। अपने उत्पादों को ग्लोबल मार्केट में ले जाने का यह सुनहरा अवसर होता है।
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यहां आई समस्याओं का होगा हल
संबोधन के अंत में नंदी ने आयोजन के लिए शुभकामनाएं दीं। कहा यह आयोजन स्वागतयोग्य और सराहनीय है। इस संवाद कार्यक्रम के माध्यम से जो सुझाव, समस्याएं या व्यावहारिक चुनौतियां सामने आईं हैं, उनका सकारात्मक समाधान होगा। निवेशकों का हित हमारी प्राथमिकता है और सरकार की इसी मंशा के अनुरूप प्रत्येक स्तर को काम करना होगा।
डबल इंजन की हमारी सरकार ने स्थानीय उत्पादों की मेन्युफैक्चरिंग को ही बढ़ावा देते हुए व्यापक वैश्विक बाजार भी उपलब्ध कराया है। इसी प्रतिबद्धता के साथ उत्तर प्रदेश हर साल इंटरनेशनल ट्रेड शो का आयोजन कर रहा है। एक ही छत के नीचे बनारस से लेकर बुलंदशहर तक और बरेली से लेकर बलरामपुर तक के उत्पाद ग्लोबल ट्रेड के लिए उपलब्ध होते हैं। दुनिया भर के खरीदार बीटूबी और बीटूसी मीटिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश के उद्यमियों से संवाद कर रहे हैं। अपने उत्पादों को ग्लोबल मार्केट में ले जाने का यह सुनहरा अवसर होता है।
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संबोधन के अंत में नंदी ने आयोजन के लिए शुभकामनाएं दीं। कहा यह आयोजन स्वागतयोग्य और सराहनीय है। इस संवाद कार्यक्रम के माध्यम से जो सुझाव, समस्याएं या व्यावहारिक चुनौतियां सामने आईं हैं, उनका सकारात्मक समाधान होगा। निवेशकों का हित हमारी प्राथमिकता है और सरकार की इसी मंशा के अनुरूप प्रत्येक स्तर को काम करना होगा।