Hindi News
›
Video
›
Bihar
›
Pappu Yadav: Pappu Yadav distributed Rs 2000 to 3000 in cash among flood victims, FIR registered | Vaishali Ne
{"_id":"68e8b6dba3e27ef79f079ee3","slug":"pappu-yadav-pappu-yadav-distributed-rs-2000-to-3000-in-cash-among-flood-victims-fir-registered-vaishali-ne-2025-10-10","type":"video","status":"publish","title_hn":"Pappu Yadav: पप्पू यादव ने बाढ़ पीड़ितों के बीच बांटे 2000 से 3000 रुपये नकद, दर्ज हुई FIR | Vaishali News","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Pappu Yadav: पप्पू यादव ने बाढ़ पीड़ितों के बीच बांटे 2000 से 3000 रुपये नकद, दर्ज हुई FIR | Vaishali News
Video Published by: ज्योति चौरसिया Updated Fri, 10 Oct 2025 01:04 PM IST
Link Copied
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने आधिकारिक घोषणा कर दी है। पहले चरण में 6 अक्टूबर को मतदान होना है। इसी चरण में वैशाली जिले की आठ विधानसभा सीटों पर भी 6 अक्टूबर को वोटिंग होगी। चुनावी प्रक्रिया की शुरुआत के तहत शुक्रवार से नामांकन दाखिल होना शुरू हो जाएगा। इसी बीच चुनावी माहौल के बीच पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव शुक्रवार को बाढ़ पीड़ितों से मिलने वैशाली जिले के सहदेई प्रखंड के गनियारी गांव पहुंचे। यहां उन्होंने गंगा नदी के तेज कटाव से प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और स्थानीय ग्रामीणों से बातचीत की। वहीं, वैशाली में अचार संहिता का उल्लंघन करने को लेकर पप्पू यादव पर FIR दर्ज हो गई है। मौके पर पप्पू यादव ने स्थानीय पदाधिकारियों को फोन भी लगाया और कटाव पीड़ितों की समस्याओं के समाधान का आग्रह किया। ग्रामीणों ने सांसद के सामने अपनी परेशानियां रखीं, जिस पर पप्पू यादव ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इसी दौरान पप्पू यादव लोगों को आर्थिक सहायता के तौर पर 2000 से 3000 रुपये तक नकद राशि देते नजर आए, जिसकी तस्वीरें और वीडियो कैमरे में साफ तौर पर कैद हुई हैं। लिस्ट से नाम पढ़कर एक-एक कर लोगों को रुपये दिए जा रहे थे। इस मौके पर सांसद पप्पू यादव ने क्षेत्रीय सांसद चिराग पासवान और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि “यहां बड़े-बड़े नेता हैं जो टिकट के चक्कर में व्यस्त हैं, लेकिन कटाव पीड़ित परिवारों से मिलने का किसी को समय नहीं है।” पप्पू यादव ने आगे बताया कि उन्होंने वैशाली जिलाधिकारी को फोन किया, लेकिन डीएम ने फोन रिसीव नहीं किया। अब इस पूरे मामले पर सवाल उठ रहे हैं कि आचार संहिता लागू होने के बाद खुलेआम पैसा बांटना क्या चुनाव आयोग के नियमों का उल्लंघन नहीं है? फिलहाल इस पर प्रशासन या चुनाव आयोग की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।