Hindi News
›
Video
›
Haryana
›
Hisar News
›
VIDEO : Swabhiman movement will be run for the demand of Haryana capital between Hisar-Maham, Jind-Bhiwani
{"_id":"674706f86015d50051086e6b","slug":"video-swabhiman-movement-will-be-run-for-the-demand-of-haryana-capital-between-hisar-maham-jind-bhiwani","type":"video","status":"publish","title_hn":"VIDEO : हिसार-महम, जींद-भिवानी के बीच हरियाणा की राजधानी की मांग को लेकर चलाएंगे स्वाभिमान आंदोलन","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
VIDEO : हिसार-महम, जींद-भिवानी के बीच हरियाणा की राजधानी की मांग को लेकर चलाएंगे स्वाभिमान आंदोलन
हिसार में स्वाभिमान आंदोलन के संयोजक रणदीप लोहचब ने कहा कि हरियाणा की अलग राजधानी हिसार-महम, जींद-भिवानी के बीच बनाई जानी चाहिए। यहां पर राजधानी, हाईकोर्ट, विधानसभा बनाई जाएगी तो प्रदेश के लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा। पूरे हरियाणा के लोगों को फायदा होगा। लोगों का चंडीगढ़ जाने में खर्च हो रहा पैसा, समय बचेगा। हरियाणाा की अलग राजधानी प्रदेश के बीचों बीच स्थित इस क्षेत्र में बनाने की मांग को लेकर प्रदेश भर में आंदोलन चलाएंगे। आंदोलन की रूपरेखा 15 नवंबर को हांसी जाट धर्मशाला में तय करेंगे।
स्वाभिमान आंदोलन के संयोजक रणदीप लोहचब ने मीडिया से बातचीत में कहा कि 58 साल पहले हरियाणा बना उस समय तय हुआ था कि जब भी हरियाणा अपनी राजधानी बनाएगा तो केंद्र सरकार उसे पैसा देगा। अब हरियाणा की नई विधानसभा पंचकूला में बनाने के लिए 60 एकड़ जमीन खरीदी जा रही है। अगर पंचकूला में विधानसभा बन रही है तो इसका मतलब हरियाणा सरकार धीरे धीरे पंचकूला को राजधानी बनाने की ओर बढ़ रही है। पंचकूला प्रदेश के एक कौने में बसा हुआ है। सिरसा, गुरुग्राम, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, नूंह, पलवल से पंचकूला जाने के लिए 7 से 8 घंटे का समय लगता है। इन लोगों को अपनी राजधानी जाने -आने में 600 से 800 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। इन लोगों को अपनी पंचकूला की बजाए हमें हिसार-महम, जींद-भिवानी के बीच के एरिया को हरियाणा कैपिटल एरिया एचसीआर के नाम से बनाना चाहिए। जिसमें नई राजधानी, हाईकोर्ट, विधानसभा बनाए जाएं। हमारी राजधानी हमारा स्वाभिमान होगी। राजधानी के लिए इंटरनेशनल सुविधाओं वाला शहर विकसित किया जाए। प्रदेश भर के लोगों की इस मांग को लेकर एक आंदोलन की शुरुआत की जाएगी। जिसके लिए समाज के सभी प्रबुद्ध लोगों की बैठक 15 नवंबर को हांसी जाट धर्मशाला में होगी। जिसमें इस आंदोलन की आगामी रणनीति का एलान किया जाएगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उन्होंने इनेलो गठबंधन के
साथ चुनाव लड़ा था, लेकिन अब किसी पार्टी के साथ नहीं हैं। यह आंदोलन गैर राजनीतिक होगा।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।