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महेंद्रगढ़ में 59 वर्षीय रविंद्र सिंह दो साल में छह पदक जीतकर खिलाड़ियों के लिए बने प्रेरणा
युवाओं को नशे से और बुजुर्गों को आलस मुक्त करने के उद्देश्य से खेल क्षेत्र में अलख जगा रहे रविंद्र सिंह अब सफलता की राह पर हैं। दो साल पहले उन्होंने समाजसेवा के उद्देश्य से खेल की शुरुआत की और अब मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 6 पदक जीतकर सफलता का मुकाम हासिल किया है।
बता दें कि रविंद्र सिंह मूल रूप से गुडाना गांव के निवासी हैं और फिलहाल महेंद्रगढ़ शहर में रह रहे हैं। रविंद्र सिंह वर्ष 1986 में भारतीय नौसेना में भर्ती हुए थे। इस दौरान वे एलएमई यानी लीनन मैकेनिकल इंजीनियर के पद पर कार्यरत रहे। अपने कार्यकाल में उन्होंने मुंबई, विशाखापट्टनम, कोच्चि व अंतिम पोस्टिंग जैसलमेर में रही। इसके बाद वर्ष 2001 में उन्होंने सेवानिवृत्ति ली। इसके बाद वे घर पर रहने लगे। सुबह प्रतिदिन वर्क आउट करना सेना के समय की आदत थी। उन्हें युवाओं के नशे संलिप्त होने की जानकारी मिली तो बुजुर्गों में भी आलस रहता है और वे आधी उम्र के बाद काम करने से जी चुराने लगते हैं। इससे उनमें बीमारी अधिक आती हैं और जीवनकाल भी जल्दी ही समाप्त हो जाता है। बुढ़ापे में सबसे अधिक दिक्कत होती है। युवाओं व बुजुर्गों में खाली रहना ही नशे की शुरुआत का कारण पाया। इसके बाद उन्होंने खेलना शुरू किया।
वर्ष 2023 में उन्होंने प्रतिदिन दौड़ लगानी शुरू की। एक साल बाद वर्ष 2024 में राज्य स्तर पर पहला पदक हासिल किया। इसके बाद उनका मनोबल बढ़ा और तैयारी में जुट गए। वर्ष 2025 के जनवरी माह में नेशनल स्तर की स्पर्धा में भाग लिया। इसमें उन्हें सफलता तो नहीं मिली, लेकिन अनुभव मिला। अब हाल ही में स्टेट लेवल पर हुई स्वर्धाओं में तीन पदक हासिल किए हैं। अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतकर देश का नाम रोशन करना ही उनका अगला लक्ष्य है।
प्रतिदिन लगा 25 किलोमीटर दौड़
रविंद्र सुबह 5 से 7 बजे तक प्रतिदिन 25 किलोमीटर लंबी दूरी तय करते हैं और इसके बाद ही नाश्ता आदि व अन्य कार्य करते हैं। खानपान भी एकदम सामान्य है। साथ ही बीमार भी नहीं पड़ते हैं। शुरुआत उन्होंने 2 किलोमीटर दौड़ से की थी और अब 25 किलोमीटर तक बिना थके दौड़ लगाते हैं। खेलने की शुरुआत स्वयं की और इसमें परिजनों का काफी सहयोग मिल रहा है।
- ये हैं रविंद्र की मुख्य उपलब्धियां
- वर्ष 2024 में आयोजित हरियाणा मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप की 500 मीटर इवेंट में स्वर्ण पदक।
- वर्ष 2024 में आयोजित हरियाणा मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप की 800 मीटर इवेंट में रजत पदक।
- वर्ष 2024 में आयोजित हरियाणा मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप की 1500 मीटर इवेंट में रजत पदक।
- वर्ष 2025 में आयोजित हरियाणा मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप की 1500 मीटर इवेंट में स्वर्ण पदक।
- वर्ष 2025 में आयोजित हरियाणा मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप की 5000 मीटर इवेंट में रजत पदक।
- वर्ष 2025 में आयोजित हरियाणा मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप की 800 मीटर इवेंट में कांस्य पदक।
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