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Rampur Bushahr: कन्या स्कूल नहीं, अब पदम छात्र स्कूल में लागू होगा सीबीएसई पेटर्न
रामपुर के कन्या स्कूल नहीं, अब पदम छात्र स्कूल में सीबीएसई पेटर्न लागू होगा। ग्रामीण क्षेत्रों से यहां पहुंचने वाले विद्यार्थी अब राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा प्रणाली के तहत शिक्षा ग्रहण कर पाएंगे। पदम वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रामपुर सीबीएसई (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) से संबद्ध हुआ है। अब छात्र राष्ट्रीय पाठ्यक्रम के तहत शिक्षा की नवीनतम पद्धतियों और गुणात्मक शिक्षा से लाभान्वित होंगे। केंद्र सरकार ने देश में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू कर शिक्षा क्षेत्र में अनूठी पहल शुरू की है। हिमाचल प्रदेश सरकार ने सरकारी स्कूलों में भी सीबीएसई पेटर्न लागू करने का निर्णय लिया है, जिनमें पहले चरण में 100 सरकारी स्कूलों को सीबीएसई से संबद्ध करने के लिए चयनित किया है। शिक्षा विभाग ने इन स्कूलों की सूची भी जारी की है। सरकार ने पहले रामपुर के पीएम श्री कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रामपुर को सीबीएसई के तहत चयनित किया गया था, लेकिन अब इसमें फेरबदल होने के चलते पीएम श्री पदम वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रामपुर को सीबीएसई से संबद्ध करने का निर्णय लिया गया है। कन्या स्कूल में कक्षा छठी से बारहवीं कक्षा तक शिक्षा दी जा रही है, जबकि सीबीएसई के तय मानकों के अनुसार कक्षा पहली से बारहवीं तक, कम से कम 3500 स्क्वायर फीट जगह सहित अन्य शर्तें शामिल हैं। इसी को देखते हुए सरकार ने बदलाव करते हुए पदम छात्र स्कूल को सीबीएसई से संबद्ध करने का निर्णय लिया है। इस योजना का लक्ष्य ग्रामीण और मंहगा खर्च न कर सकने वाले विद्यार्थियों को राष्ट्रीय स्तर पर दी जा रही शिक्षा प्रणाली से जोड़ना है। छात्र स्कूल में सीबीएसई पेटर्न लागू होने से विद्यार्थियों को राष्ट्रीय पद्धति पर आधारित शिक्षा ग्रहण करने का मौका मिलेगा। सीबीएसई एक राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा प्रणाली है, जो छात्रों को एक मानकीकृत और सर्वांगीण पाठ्यक्रम प्रदान करता है। यह पाठ्यक्रम समग्र विकास, प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी और छात्र कौशल विकास पर जोर देता है। अब शिमला, कुल्लू और किन्नौर से रामपुर पहुंचने वाले विद्यार्थी सीबीएसई प्रणाली से शिक्षा ग्रहण कर पाएंगे। उम्मीद जताई जा रही है कि नए शैक्षणिक सत्र से विद्यार्थियों के इसका लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। पदम छात्र स्कूल रामपुर के प्रधानाचार्य राजेश परमार ने बताया कि क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए यह एक लाभकारी निर्णय साबित होगा। ग्रामीण इलाकों के विद्यार्थी राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा प्रणाली से वाकिफ होंगे। उन्होंने बताया कि सीबीएसई बोर्ड से संबंधित औपचारिक्ताएं पूरी की जा रही हैं। जल्द ही विद्यार्थियों को राष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली का लाभ मिलेगा।
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