अवैध धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार जमालुद्दीन उर्फ छांगुर और उसके करीबियों के करीब 30 बैंक खातों की जानकारी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को मिली है। फिलहाल इन खातों में बीते 10 वर्ष के दौरान कितनी रकम का लेन-देन हुआ है, इसका ब्योरा हासिल करने के लिए ईडी ने संबंधित बैंकों से स्टेटमेंट मांगा है। बता दें कि एटीएस ने जांच में छांगुर और उसके करीबियों के 40 से अधिक बैंक खातों के जरिए 100 करोड़ रुपये का लेन-देन होने का खुलासा किया था।
वहीं दूसरी ओर ईडी ने अभी नवीन रोहरा के खातों की पड़ताल नहीं शुरू की है। दरअसल, नवीन के सभी बैंक खाते विदेश (दुबई) में होने की वजह से ईडी को इंतजार करना पड़ सकता है। इन खातों की जानकारी के लिए विदेश मंत्रालय के जरिए दुबई में भारतीय दूतावास से आग्रह किया जाएगा, ताकि दुबई सरकार की मदद लेकर ब्योरा मंगाया जा सके। अब तक की जांच में सामने आया है कि छांगुर के गिरोह द्वारा खरीदी गई अधिकतर संपत्तियां नीतू रोहरा उर्फ नसरीन के खातों में आई रकम से खरीदी गई थी।
यह रकम दुबई के कुछ बैंक खातों से ट्रांसफर हुई थी, जो उसके पिता के होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। फिलहाल ईडी के अधिकारी छांगुर और नीतू की पुलिस कस्टडी रिमांड खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं, ताकि उन्हें मनी लांड्रिंग के केस में अपनी कस्टडी में लेने के बाद रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा सके। आपको बता दें कि छांगुर पीर बाबा उर्फ जमालुद्दीन का जाल औरैया तक फैला था। अजीतमल कोतवाली क्षेत्र की एक महिला ने छांगुर बाबा पर उनके गुर्गे के जरिए धर्मांतरण करवाने का आरोप लगाया है। आरोप है कि गुर्गों ने तीन माह तक फतेहपुर की एक मस्जिद में कैद रखा था, छांगुर बाबा के जरिए उसका ऑनलाइन धर्मांतरण करवाया गया था। हालांकि, इसकी शिकायत पुलिस में नहीं की है। पुलिस मामले की जांच करने की बात कह रही है।