Hindi News
›
Video
›
India News
›
Rain Flood Update :Heavy rain alert in 7 states including Jammu-Himachal-Uttarakhand | Floods In Punjab
{"_id":"68b3c16fc449ee623e06978d","slug":"rain-flood-update-heavy-rain-alert-in-7-states-including-jammu-himachal-uttarakhand-floods-in-punjab-2025-08-31","type":"video","status":"publish","title_hn":"Rain Flood Update :जम्मू-हिमाचल-उत्तराखंड समेत 7 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट | Flood In Punjab","category":{"title":"India News","title_hn":"देश","slug":"india-news"}}
Rain Flood Update :जम्मू-हिमाचल-उत्तराखंड समेत 7 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट | Flood In Punjab
वीडियो डेस्क, अमर उजाला डॉट कॉम Published by: अभिलाषा पाठक Updated Sun, 31 Aug 2025 08:58 AM IST
उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण भूस्खलन और पहाड़ दरकने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। उत्तराखंड के धारचूला में भारी बारिश के बाद चीन सीमा से जोड़ने वाले तवाघाट-लिपुलेख मार्ग पर ऐलागाड़ और कुलागाड़ के पास पहाड़ी दरक गई। इसकी वजह से दारमा, चौदास और व्यास तीनों घाटियों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है। जम्मू संभाग में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश और भूस्खलन ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।मौसम विभाग ने पंजाब, राजस्थान, यूपी समेत सात राज्यों में 2 सितंबर तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। उत्तराखंड और पूर्वी राजस्थान के कई इलाकों में अगले सात दिनों तक भारी बारिश जारी रहने के आसार है।जम्मू संभाग में बाढ़, भूस्खलन एवं बादल फटने से प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह अब सोमवार को जम्मू आएंगे। वह सुबह 10:45 बजे से प्राकृतिक आपदा से प्रभावित इलाकों कटड़ा, रियासी, रामबन, कठुआ, चिशोती का हवाई निरीक्षण करेंगे।
धारचूला में तवाघाट-लिपुलेख के साथ सोबला सड़क पहाड़ी दरकने के कारण बंद हो गई है। लगातार मलबा और बोल्डर गिरने से आवाजाही ठप बनी हुई है।जम्मू-कश्मीर में मौसम विभाग ने अब 2 सितंबर तक भारी बारिश के साथ भूस्खलन होने का भी खतरा जताया है। इसका सबसे ज्यादा असर जम्मू संभावग पर रहेगा। ऑरेंज अलर्ट का असर कश्मीर संभाग में नहीं होगा। रामबन और रियासी में पुराने भूस्खलन क्षेत्र फिर सक्रिय हो गए हैं। सैकड़ों साल पुराने इन क्षेत्रों में अत्यधिक वर्षा से हालात बिगड़ रहे हैं। खासकर, नाशरी टनल से लेकर पंथ्याल तक का 20-30 किलोमीटर का क्षेत्र बेहद संवेदनशील हो गया है। जम्मू स्थित पश्चिमी हिमालय अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिक और रामबन में भूस्खलन पर लंबे समय तक कार्य कर चुके रियाज मीर के अनुसार, एनएच-44 पर विकास संबंधी गतिविधियां, जैसे सड़क बनाने के लिए चट्टानों का काटा जाना, इस इलाके से एमबीटी (मेन बाउंड्री थ्रस्ट) का गुजरना, जलवायु में बदलाव और रामबन की मुरी चट्टान संरचना, ये सब मिलकर रामबन को भूस्खलन के लिए बेहद संवेदनशील बनाते हैं। चट्टानों को काटे जाने से ढलान अस्थिर हो जाती है। मिट्टी का क्षरण अधिक होता है। ऐसे में अत्यधिक वर्षा मलबे को अपने साथ बहा ले जाती है।पंजाब के बाढ़ प्रभावित जिलों में बीएसएफ जवान दिन-रात विशेष अभियान चलाकर लोगों को बचाने में जुटे हैं। बीएसएफ ने शनिवार को हेलिकॉप्टर से प्रभावित क्षेत्रों में राशन के हजारों पैकेट गिराए गए।
रावी दरिया में उफान के कारण दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। रमदास, अजनाला, गग्गोमाहल, कक्कड़ घोनेवाल गांवों में चार-चार फीट पानी आ चुका है। देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज (31 अगस्त 2025) कई इलाकों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग ने पूर्वी दिल्ली, मध्य दिल्ली, दक्षिण पूर्वी दिल्ली और शाहदरा जैसे इलाकों के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। जलभराव की वजह से कई इलाकों में ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हो सकती है। लिहाजा लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। दिल्ली में शनिवार को न्यूनतम तापमान 23.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो इस मौसम के औसत तापमान से 2.7 डिग्री सेल्सियस कम है। मौसम विभाग ने रविवार अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान जताया है।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।