{"_id":"6838890292379caa340af9fc","slug":"rainwater-filled-in-the-sanctum-sanctorum-of-the-world-famous-baijnath-mahadev-temple-was-taken-out-using-motors-feedback-agar-malwa-news-c-1-1-noi1355-3004141-2025-05-29","type":"video","status":"publish","title_hn":"Agar Malwa News: विश्व प्रसिद्ध बैजनाथ महादेव मंदिर के गर्भगृह में भरा पानी, मोटरों से बाहर निकाला","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Agar Malwa News: विश्व प्रसिद्ध बैजनाथ महादेव मंदिर के गर्भगृह में भरा पानी, मोटरों से बाहर निकाला
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, आगर मालवा Published by: अमर उजाला ब्यूरो Updated Thu, 29 May 2025 09:59 PM IST
आगर मालवा स्थित विश्व प्रसिद्ध बाबा बैजनाथ महादेव मंदिर में गुरुवार को जलभराव की समस्या सामने आई। गुरुवार सुबह से ही बाबा बैजनाथ मंदिर गर्भगृह में अभिषेक वाले जल का भराव शुरू हो गया और यह देखते ही देखे इतना बढ़ गया कि फिर बाबा के दर्शन के लिए आए श्रद्धालुओं को बाहर से ही दर्शन करवाना पड़ा।
बताया जा रहा है कि गर्भगृह से गोमुख की ओर जाने वाला अभिषेक का पानी गोमुख से बाहर नहीं निकल पा रहा है और इसलिए गोमुख का जल स्तर बढ़ने से गर्भगृह में पानी एकत्रित हो रहा है। स्थिति बिगड़ने पर पुजारियों को श्रद्धालुओं का गर्भगृह में प्रवेश रोकना पड़ा। नगर पालिका की फायर ब्रिगेड ने पानी निकालने का प्रयास किया। स्थानीय लोगों के अनुसार, प्रेशर से कुछ पानी तो निकला, लेकिन समस्या पूरी तरह हल नहीं हुई। बाल्टियों से गंदा पानी और कचरा बाहर निकाला गया।
बता दें कि प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु यहां दर्शन करने आते हैं। स्थानीय लोगों के अलावा बाहरी पर्यटक भी मंदिर में आते हैं। अवकाश के दिनों में यहां विशेष भीड़ रहती है। अगर स्थिति नहीं सुधरी तो शुक्रवार से गर्भगृह में श्रद्धालुओं का प्रवेश पूरी तरह बंद किया जा सकता है। एसडीएम किरण वरवड़े ने बताया कि प्रबंध समिति के सचिव और तहसीलदार आलोक वर्मा को स्थिति से अवगत करा दिया है। इससे मंदिर की व्यवस्थाएं सुचारू रूप से संचालित हो सकेंगी।
दूर-दूर तक फैली है मंदिर की ख्याति
आगर मालवा के इस मंदिर की ख्याति दूर-दूर तक फैली है। बताया जाता है कि अंग्रेज सेना के अधिकारी ने इस मंदिर का जीर्णोद्धार कराया था। उन्हें दुश्मन देश की सेना ने घेर लिया था। तब उनकी पत्नी ने मंदिर में प्रार्थना की थी और उनके सुरक्षित लौटने पर मंदिर का जीर्णोद्धार कराया गया था। यहां हर साल सावन के माह में शाही सवारी निकाली जाती है। सवारी में हजारों लोग शामिल होते हैं।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।