मध्यप्रदेश में बुरहानपुर जिले के ग्रामीण अंचल के ग्राम बोड़ला स्थित खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल के घर में बने मवेशियों के बाड़े से वन विभाग ने एक बड़े अजगर का रेस्क्यू किया है। बताया जा रहा है कि यह पाइथन अजगर करीब 10 फीट लंबाई का था, जिसकी सांसद पाटिल के परिजनों के देखने के बाद, वन विभाग को सूचना दी गई थी।
इस दौरान अजगर को देखने के लिए ग्रामीणों की बड़ी संख्या में भीड़ जमा हो गई थी, जिसके बाद मौके पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों ने करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद इस अजगर का रेस्क्यू किया है, जिसे अब उसके सुरक्षित प्राकृतिक क्षेत्र में छोड़ दिया जाएगा। हालांकि, वन विभाग की माने तो इस तरह का अजगर आम लोगों के लिए घातक नहीं होता है।
लकड़ियों के बीच छुपा बैठा था अजगर
वहीं, इस घटनाक्रम को लेकर खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल के भाई संतोष पाटिल ने बताया कि हम लोग साफ सफाई करवा रहे थे। इस दौरान जब वहां पड़ी लकड़ियां हटा रहे थे, उस समय उनके बीच में ऐसा लगा कि कोई जानवर बैठा हुआ है, जिसको थोड़ा और साफ करके देखा तो वहां एक बड़ा अजगर बैठा दिखा। उसे देखने के बाद हमने तुरंत वन विभाग को सूचना दी, जिसके बाद वहां से वन विभाग का अमला आया है और उन्होंने उस अजगर को पकड़ लिया है।
10 फीट लंबाई का है अजगर
वहीं, इस मामले में वन चौकी प्रभारी योगेश सवकारे ने बताया कि हमें सूचना मिली थी कि सांसद महोदय के ग्राम बोडला में उनके घर के बाड़े में एक अजगर निकला है। इस पर तत्काल मौके पर पहुंचकर हमने अजगर को रेस्क्यू किया है, जिसके बाद अब इसे इसके प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया जाएगा। यह अजगर करीब 10 फीट की लंबाई का है, जिसे अंग्रेजी में पाइथन भी कहा जाता है। वहीं, उन्होंने बताया कि इस तरह के अजगर किसी को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं और यह तो केवल ठंड में अपनी बैठक की तलाश में घूमते रहते हैं।